विदेश

भारत का पहाड़ जैसा रक्षा बजट देख घबराए पाकिस्‍तानी एक्‍सपर्ट

इस्लामाबाद: भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को इस साल का केंद्रीय बजट (budge) संसद में पेश किया है। बजट में सबसे ज्यादा पैसा रक्षा मंत्रालय को दिया गया है। रक्षा मंत्रालय को 6.22 लाख करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है। रक्षा बजट का एक बड़ा हिस्सा, करीब 1,05,518 करोड़ रुपए स्वदेशी कंपनियों से रक्षा उत्पादों की खरीद पर खर्च किया जाएगा। बीते वर्षों में भारत ने लगातार अपनी रक्षा बजट बढ़ाया है और सैन्य मजबूती पर काम किया है। बजट पर दो अहम पड़ोसी देशों चीन और पाकिस्तान की भी नजर है। दोनों ही देशों से भारत के रिश्ते अच्छे नहीं रहे हैं। पाकिस्तान के राजनीतिक टिप्पणीकार कमर चीमा ने तो वीडिया जारी करते हुए भारत के बढ़ते रक्षा बजट पर प्रतिक्रिया दी है।

कमर चीमा का कहना है कि पाकिस्तान के लिए ये यकीनी तौर पर परेशानी की बात है कि भारत अपना डिफेंस बजट बढ़ा रहा है। चीमा ने कहा, ‘भारत का रक्षा बजट करीब 75 अरब डॉलर का है और वो चीन से मुकाबले की तैयारी कर रहा है। हालांकि चीन का रक्षा बजट 225 अरब डॉलर का है, जो भारत से काफी ज्यादा है लेकिन इस सबमें पाकिस्तान कहीं नहीं है। पाकिस्तान का डिफेंस बजट सिर्फ 15 अरब डॉलर है। इस बजट के साथ पाकिस्तान कैसे भारत का मुकाबला कर लेगा, भारत ने नेवी, आर्मी और एयरफोर्स यानी हर जगह खुद को मजबूत किया है।’

कमर चीमा ने आगे कहा कि जिस तरह से भारत अपनी सेना को मजबूत और मॉडर्न करने में लगा हुआ है। दूसरी ओर चीन दुनिया की एक बड़ी ताकत है, इसमें कोई शक नहीं है। इन दो बड़ी सैन्य ताकतों को देखते हुए पकिस्तान को भी अपनी सेना की मजबूती पर ध्यान देना चाहिए। पाकिस्तान अपने डिफेंस पर ध्यान नहीं देता है तो फिर ये देश के लिए एक फिक्र की बात होगी क्योंकि हम इंडिया से काफी ज्यादा पिछड़ जाएंगे। चीमा का कहना है कि भारत ने बिना किसी ज्यादा शोर के अपनी ताकत बढ़ाई है जबकि पाकिस्तान एक जहाज भी लेता है तो शोर मचा देता है। धीमी रफ्तार से सेना को मजबूत करना भारत से सीखा जाना चाहिए।

कमर चीमा ने कहा, ‘उपमहाद्वीप में टकराव का एक इतिहास रहा है। भारत की चीन और पाकिस्तान के बीच तनातनी किसी से छुपी नहीं रही हैं। वहीं पाकिस्तान भी अफगानिस्तान की साइड से एक नया मोर्चा खुलता देख रहा है। ऐसे में आने वाले समय में चीजें खराब नहीं होंगी, इसकी कोई गारंटी नहीं है। पाकिस्तान भी इससे आंख नहीं मूंद सकता है और उसे ये देखना होगा कि कैसे भारत ने बीते कुछ दशकों में अपनी फौज को ताकत दी है। डॉक्टर मनमोहन सिंह के समय से भारत जिस तरह से डिफेंस को मजबूत करने की तरफ तेजी से चला, वो अब दिख रहा है। ऐसे में पाकिस्तान ना सिर्फ चीन और भारत बल्कि जापान और दूसरे देशों में बढ़ते बजट खर्च को भी देखना होगा।

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