रायबरेली: राहुल गांधी ने दलित छात्रों से संवाद किया, आंबेडकर का उल्लेख कर दी बड़ी बात
रायबरेली। लोकसभा में विपक्ष के नेता और रायबरेली से सांसद राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को दलित छात्रों से बातचीत के दौरान संविधान में उनके योगदान को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि डॉ. बी. आर. आंबेडकर के पास संसाधनों की कमी थी, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने संपूर्ण राजनीतिक व्यवस्था को हिला दिया था। यह संवाद बरगद चौराहा के पास स्थित ‘मूल भारती’ छात्रावास में हुआ, जहां कांग्रेस सांसद किशोरी लाल शर्मा और अन्य पार्टी नेता भी मौजूद थे।
राहुल गांधी ने देश की शीर्ष 500 कंपनियों का उदाहरण देते हुए छात्रों से पूछा कि इनमें से कितनी कंपनियों के प्रमुख दलित समुदाय से हैं। जब एक छात्र ने जवाब दिया कि “कोई नहीं,” तो गांधी ने सवाल किया, “ऐसा क्यों?” एक अन्य छात्र ने उत्तर दिया, “क्योंकि हमारे पास पर्याप्त सुविधाएं नहीं हैं।”
इस पर राहुल गांधी ने असहमति जताते हुए कहा, “डॉ. आंबेडकर के पास भी कोई सुविधा नहीं थी। वे अकेले अपने प्रयासों से आगे बढ़े और देश की राजनीति को बदलकर रख दिया।” उन्होंने यह भी कहा कि समाज में एक पूरी व्यवस्था ऐसी है, जो दलितों के खिलाफ काम करती है और उनके विकास में बाधा डालती है। “यह व्यवस्था हर दिन आप पर हमला करती है, और अक्सर आपको इसका एहसास भी नहीं होता,” उन्होंने जोड़ा।
गांधी ने दलित समुदाय के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, “संविधान की विचारधारा ही आपकी विचारधारा है। मैं आपको गारंटी देता हूं कि अगर इस देश में दलित नहीं होते, तो हमें संविधान नहीं मिलता। यह आपका संविधान है, लेकिन फिर भी आपको हर जगह दबाया जाता है।”
राहुल गांधी अपने दो दिवसीय संसदीय दौरे पर रायबरेली पहुंचे। लखनऊ से सड़क मार्ग से यात्रा करते हुए वे सबसे पहले चुरुवा सीमा स्थित हनुमान मंदिर गए, जहां उन्होंने पूजा-अर्चना की और पुजारी ने उनका स्वागत किया।