प्रभु राम के स्वागत मे पूरी भव्यता के साथ तैयार है राम की नगरी

डा विशाखा श्रीवास्तव टीएलटी अयोध्या । दीपोत्सव मे अयोध्या को विविध कार्यक्रमों के जरिए राम मय करने की तैयारी चल रही है। अयोध्या का सरयूतट का इलाका व राम की पैडी स्थल अभी से ही लेजर व लाइटिंग से जगमगा रहा है । लता चौक को खूबसूरत बहुरंगी लाइटिंग से प्रकाशमान किया गया है। वही मंदिर का निर्माण अगले माह पूरा होने के उल्हास मे राम मंदिर के 70 एकड परिसर को पहली बार दीयों को जला कर जगमग करने की तैयारी चल रही है।वही राम की पैड़ी से लेकर सरयू नदी के 56 घाटों पर 33 हजार स्वयंसेवको के दल 28 लाख दीयों को सजाने में जुटे हैं। शुक्रवार को 70 फीसदी दीयों को सजाने का काम पूरा हो गया है बाकी शनिवार को भी यह काम जारी रहेगा । अवध यूनिवर्सिटी के वीसी डा ब्रजेंद्र सिंह ने बताया कि 26 लाख दीयों का रिेकार्ड बनाने के लिए पूरी तैयारी की गई है।उधर पर्यटन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम शनिवार को तकनीकी विधा से जुड़े लेजर शो, ड्रोन शो लाइटिंग आदि कार्यक्रमों का रिहर्सल कर कार्यक्रम का तकनीकी परीक्षण करेगी । यह रिहर्सल कार्यक्रम शनिवार को 7 बजे सायं से शुरू होगा ।

कैसे होगा राम मंदिर में दीपोत्सव -राम मंदिर परिसर मे करीब एक लाख दीयों को जलाने का लक्ष्य रखा गया है ।राम जन्मभूमि मंदिर के ट्रस्टी डा अनिल मिश्र ने बताया कि मंदिर परिसर में इस साल कई किस्म के दीयों से दीपोत्सव होगा । मंदिर के पत्थरों पर निशान न पड़े इस लिए मंदिर के भवन पर मोम के दीये जलेगे।मंदिर के दर्शन मार्ग व अन्य जोड़ने वाले मार्गो को दीयों से जगमग किया जाएगा । जबकि परिसर मे खाली सभी स्थानो पर मिट्टी के दीये तेल से जलेगें ।जबकि गर्भ गृह में देशी घी से गोबर के दीये जलाए जाएगें। उन्होने बताया कि मंदिर चारों गेट का नामकरण जगदगुरू रामानंदाचार्य , जगदगुरू माध्वाचार्य,जगदगुरू आदि शंकराचार्य , व जगदगुरू रामानुजाचार्य के नाम से किया गया है जिनको सजाने के लिए सैकड़ो कुंतल फूलो का प्रयोग किया जा रहा है। मंदिर परिसर में परकोटा के 6 मंदिर और सप्तऋषि के सातों मंदिरों को भी सजाया जा रहा है। बताया कि मंदिर मे दीपोत्सव का उद्घाटन करने सीएम योगी आदित्यनाथ आएंगे।दीपोत्सव में मंदिर की पूजा परंपरागत ही होगी ।
घाटो पर तैयारी – राम की पैड़ी सहित नगर के अन्य घाटों पर 33,000 स्वयंसेवकों की मदद से दीये बिछाने का काम जारी है। 19 अक्टूबर को 26, 11, 101 दीप प्रज्ज्वलन के साथ नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित किए जाने की तैयारी है। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि इस दीपोत्सव की झलक हर आगंतुक के लिए अविस्मरणीय अनुभव बनने जा रही है।नोडल अधिकारी डा संत शरण मिश्रा ने बताया कि 18 अक्टूबर को भी दीयो को सजाने का काम जारी रहेगा। 19 अक्टूबर को सुबह पहले दीयों मे बाती डाली जाएगी उसके बाद उसके टो पर कपूर पाउडर लगा कर दीयो मे तेल डाल कर जलने के लिए तैयार कर दिया जाएगा ।


अयोध्या से आए 16 लाख दीये, दीपोत्सव में जलेगा 73 हजार लीटर तेल –
दीपोत्सव-2025 के लिए 26 लाख दीयों में से करीब 16 लाख दीये अयोध्या और आसपास के गांवों- जैसे जयसिंहपुर, पुरा बाजार और गोसाईगंज के 40 कुम्हार परिवारों ने अपने हाथों से बनाया है। शेष 10 लाख दीयों की आपूर्ति औद्योगिक इकाइयों, सामाजिक संगठनों, ग्रामीण महिलाओं और प्रदेश की जनता ने मिलकर सुनिश्चित की है। दीप प्रज्ज्वलन के लिए लगभग 55 लाख बत्तियां तैयार की गई हैं। दीपों के लिए 73,000 लीटर तेल का प्रयोग किया जा रहा है।
*कहां जलेंगे कितने दीये?- राम की पैड़ी पर 16 लाख दीए, विस्तारित रामकी पैड़ी पर 4.25 लाख दीये, चौधरी चरण सिंह घाट पर 4.75 लाख दीये और भजन संध्या घाट पर 5.25 लाख दीयों की मनमोहक सजावट होगी। इसके अलावा, लक्ष्मण किला घाट और आसपास के घाटों पर 1.25 लाख दीये रोशनी बिखेरेंगे। मंत्री के मुताबिक 18, 19 और 20 अक्टूबर को आम जनता के लिए 3-डी होलोग्राफिक म्यूजिकल लेजर शो और 1,100 मेक इन इंडिया ड्रोन द्वारा भव्य शो का प्रदर्शन होगा। वहीं, 19 अक्टूबर को 2,100 वेदाचार्यों की महाआरती इस आयोजन का विशेष आकर्षण होगी।’

