‘दिल बेचारा’ के पाँच साल पूरे: किज़ी बसु के किरदार से सबका दिल जीतने वाली संजना सांघी का भावुक सफर
‘दिल बेचारा’ के बाद के ये पाँच साल बेहद इनाम देने वाले और चुनौतीपूर्ण भी रहे हैं”: संजना सांघी
मुंबई, जुलाई 2025: फिल्म ‘दिल बेचारा’ को रिलीज़ हुए पाँच साल पूरे हो चुके हैं। यह एक ऐसी फिल्म है, जिसने न सिर्फ करोड़ों दिलों को छू लिया, बल्कि संजना सांघी के लिए बतौर लीड एक्ट्रेस एक यादगार और भावनात्मक डेब्यू भी साबित हुआ। किज़ी बसु के किरदार में कदम रखते हुए, संजना ने एक ऐसा अभिनय दिया, जिसने दर्शकों के दिलों में गहरी छाप छोड़ी और उन्हें भारतीय सिनेमा की स्मृतियों में एक खास स्थान दिला दिया।
‘दिल बेचारा’ कई लोगों के लिए एक भावनात्मक यात्रा थी और संजना सांघी उस कहानी की आत्मा थीं। निर्देशक मुकेश छाबड़ा के निर्देशन में बनी इस फिल्म में उन्होंने एक ऐसी लड़की का किरदार निभाया, जो थायरॉइड कैंसर से जूझ रही होती है, लेकिन उसके अंदर जीने की जिद, नर्मी और एक खास चमक सब कुछ पार कर जाती है। संजना ने किज़ी के किरदार को सिर्फ निभाया ही नहीं, बल्कि उसे जीया भी। दर्शकों ने उसके साथ हँसी, डर, प्यार और दर्द सब महसूस किया।

फिल्म की 5वीं वर्षगाँठ पर संजना ने कहा, “दिल बेचारा के बाद ये पाँच साल मेरे लिए बेहद खास भी रहे और चुनौतीपूर्ण भी। चूँकि, मैं मुंबई से नहीं हूँ, इसलिए इस नए शहर में मैंने अकेले रहकर अपना रास्ता बनाया है, वह भी हर दिन खुद को समझते, सीखते और बदलते हुए। मुझे मिले हर एक मौके के लिए मैं संबंधित लोगों की बेहद आभारी हूँ और मैंने उनमें अपनी पूरी ताकत झोंकी है। किज़ी बसु के फैन्स का प्यार मेरी सबसे बड़ी ताकत बना रहा है। हाँ, घर यानि दिल्ली में कई पल मिस किए हैं, लेकिन मुंबई ने मुझे एक नई फैमिली दी है, जिसे मैं हमेशा अपने पास संजोकर रखती हूँ।”
‘दिल बेचारा’ सिर्फ एक फिल्म नहीं, एक एहसास है, और इस एहसास को जीवंत बनाने में संजना की संजीदगी और सच्चाई से भरी परफॉर्मेंस की बड़ी भूमिका रही। पाँच साल बीत जाने के बाद भी, किज़ी की यह कहानी और संजना का अभिनय दर्शकों के दिलों में आज भी जिंदा है और यही उनकी ताकत, प्रतिभा और भावनात्मक जुड़ाव का प्रमाण भी है।