Saudi Arabia Punishment : नेपाली कामगार को तलवार से गला काटकर दी सजा, जानें क्या है मामला
Saudi Arabia Punishment : रियाद. सऊदी अरब की सरकार ने नेपाल की ओर से की गई तमाम अपील को खारिज करते हुए हत्या के दोषी नेपाली कामगार को गला काटकर मौत की सजा दे दी है। इस नेपाली वर्कर बिबेक दहल को हत्या और वहशीपन का दोषी पाया गया था। बिबेक दहल नेपाल के उदयापुर जिले का रहने वाला था।
यह नेपाली नागरिक साल 2014 से ही सऊदी अरब की जेल में बंद था। नेपाली मीडिया के मुताबिक हाल ही में उसे जुबैल जेल ले जाया गया जहां गला काटकर मौत की सजा दे दी गई। सऊदी अरब में नेपाल के राजदूत ने इस क्रूर सजा की पुष्टि की है।
नेपाल के राजदूत नवराज सुबेदी ने बताया कि दहल को 23 अक्टूबर को गलाकर मौत की सजा दी गई। सऊदी अरब के रवैये का आलम यह रहा कि नेपाल को बताया तक नहीं गया कि उसके नागरिक को मौत की सजा दी जा रही है। सऊदी अरब में मौत की सजा बहुत ही क्रूर तरीके से दी जाती है। नियमों के मुताबिक अपराधी का तलवार से गला काटा जाता है। यही नहीं कई बार तो अपराधी का गला काटे जाने के बाद उसके शव को टांग दिया जाता है।
सऊदी अरब के राजदूत को तलब किया
नेपाली अखबार काठमांडू पोस्ट ने सूत्रों के हवाले से बताया कि दहल के मामले में उसके शव को दफना दिया गया। इस क्रूर घटना की जानकारी मिलने के बाद नेपाल भड़क उठा है और उसने सऊदी अरब के राजदूत को तलब किया है। नेपाल के विदेश सचिव भारत राज पौडयाल ने मंगलवार को सऊदी अरब के राजदूत को बुलाया और बार-बार की गई क्षमादान की अपील को ठुकराए जाने पर नेपाल सरकार की ओर से अपना कड़ा ऐतराज दर्ज कराया।
नेपाली विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘जब एक नेपाली नागरिक किसी भी तरीके से विदेश में फांसी दी जाती है तो यह हमारी ड्यूटी है कि हम इस मुद्दे को उठाएं और उस घटना पर ऐतराज दर्ज कराएं।’ इससे पहले नेपाल की राष्ट्रपति बिद्यादेवी भंडारी ने सऊदी अरब के किंग सलमान से अपील की थी कि दहल को शाही माफी दे दी जाए। सऊदी किंग फिलहाल बीमार हैं और उनकी जगह पर प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान सरकार चला रहे हैं। नेपाल के विदेश मंत्री ने भी सऊदी अरब के विदेश मंत्री से अपील की थी कि दहल को माफ कर दिया जाए।
जानें किस अपराध के लिए मिली मौत की सजा
नेपाली राजदूत सुबेदी ने बताया कि बार-बार हमारी तरफ से अपील करने के बाद भी सऊदी अधिकारियों ने दहल को मौत की सजा दे दी। यह बहुत दुखद है। उन्होंने दहल का गला काटने से पहले हमें सूचना तक नहीं दी। इसकी जानकारी हमें मौत की सजा के दो दिन बाद दी गई। इसके बाद हमने घटना की जानकारी हासिल की। उन्होंने कहा कि दहल के कुछ रिश्तेदार सऊदी में काम करते हैं, उन्हें इस घटना की पहले से जानकारी थी।
सुबेदी ने कहा कि दहल की बूढ़ी मां है, हमने अपना पूरा प्रयास किया लेकिन हम असफल रहे। दहल का अपराध सऊदी कानून के मुताबिक बहुत ही गंभीर था। दहल ने अपने साथ कामगार राजेंद्र बिष्ट की धारदार हथियार से हत्या कर दी थी। यही नहीं एक सूडानी नागरिक को अंधा कर दिया था। एक अन्य नेपाली नागरिक हमेशा के लिए विकलांग हो गया था।