रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय के प्राणी विज्ञान विभाग में विभिन्न प्रदेशों के वैज्ञानिकों ने भ्रमण किया
बरेली, 07 फरवरी। महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय के प्राणि विज्ञान विभाग में भारत के विभिन्न स्थानों मध्य प्रदेश, मुबई, तमिलनाडु, केरल, IVRI भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान केन्द्र तथा CARI बरेली के वैज्ञानिकों ने भ्रमण किया। ये वैज्ञानिक Central Avian Research Institute में आयोजित एक कार्यशाला (3-12 Feb) में आये हुए थे।
आज के सत्र की संसाधन व्यक्ति प्राणि विज्ञान विभाग की डॉ० आभा त्रिवेदी थी। इन्होने वैज्ञानिकों जीनो टॉक्सिसिटी की विभिन्न तकनीकों का प्रशिक्षण दिया तथा वार्ता करी जिनमें मुख्य रूप से उन्होंने वैज्ञानिको को माइक्रोन्यूक्लियस (MN) तथा commet assay जैसी तकनीको का व्यावहारिक अभ्यास तथा अनुसंधान में उनके महत्व जैसे विषय पर चर्चा की। उन्होने बताया कि विभिन्न प्रदूषकों और रसायनो के सम्पर्क से कोशिकाओं में माइक्रोन्यूक्लियस का निर्माण होता है तथा डी एन ए फैगमेंटेशन के आधार पर विषाक्त पदार्थों को प्रभाव कैसे मापा जाय यह भी बताया।
वैज्ञानिकों ने उनके वक्तव्य को सराहा और कहा कि इन तकनीकों का उपयोग कैसर अनुसंधान, विष विज्ञान और पार्यावरण विज्ञान में किया जा सकता है।
डॉ० आभा त्रिवेदी ने इस कार्य के प्रोत्साहन के लिए माननीय कुलपति प्रो० के० पी० सिंह तथा विभागाध्यक्ष प्रो ब्रजेश त्रिपाठी के प्रति आभार व्यक्त किया। इस सत्र में शोध छात्र जुम्मन बख्श, नीति एवं वैष्णवी ने योगदान दिया।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट