एमजेपी रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय के छात्रों ने एएसआरबी भर्ती में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, 30% से अधिक पद हासिल किये
बरेली , 13 अगस्त। महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय (एमजेपीआरयू) को विषय वस्तु विशेषज्ञ (एसएमएस) (टी-6) और वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी (एसटीओ) के पदों के लिए कृषि वैज्ञानिक भर्ती बोर्ड (एएसआरबी) द्वारा हाल ही में आयोजित भर्ती अभियान में अपने छात्रों की शानदार सफलता की घोषणा करते हुए गर्व महसूस हो रहा है।
नेट-2023 के लिए संयुक्त सीबीटी और 12 फरवरी से 16 मार्च, 2024 तक आयोजित साक्षात्कार के परिणामों के अनुसार, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के तहत उक्त पदों पर नियुक्ति के लिए कुल 190 उम्मीदवारों की सिफारिश की गई । इन 190 चयनित उम्मीदवारों में से, प्रभावशाली तीन अभ्यर्थी एमजेपी रोहिलखंड विश्वविद्यालय, बरेली से हैं, जो कुल प्लेसमेंट का 15% से अधिक है।
इसके अलावा, उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालयों से चुने गए 11 उम्मीदवारों में, MJPRU छात्रों की सफलता दर 30% से अधिक है, जो कृषि शिक्षा और अनुसंधान में उत्कृष्टता के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. के. पी. सिंह ने एम. जे. पी. आर. यू. से चयनित उम्मीदवारों को हार्दिक बधाई और आशीर्वाद दिया है। उन्होंने इस प्रतिष्ठित राष्ट्रीय स्तर के भर्ती अभियान में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पोषित करने और तैयार करने की विश्वविद्यालय की क्षमता पर गर्व व्यक्त किया।
कृषि शिक्षा के प्रति विश्वविद्यालय के समर्पण के एक और प्रमाण में, प्रो. सिंह ने बताया की कि एमजेपी रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय जल्द ही B.Sc. एग्रीकल्चर शुरू करेगा साथ ही चार नए M.Sc. पाठ्यक्रम अपने परिसर में शुरू करेगा । इस पहल का उद्देश्य छात्रों को कृषि के क्षेत्र में एक व्यापक और अत्याधुनिक शिक्षा प्रदान करना है, जिससे उन्हें इस क्षेत्र के विकास में योगदान करने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल से लैस किया जा सके।
एएसआरबी भर्ती में एमजेपीआरयू के छात्रों का उल्लेखनीय प्रदर्शन एक मजबूत शैक्षणिक वातावरण विकसित करने और अपने छात्रों के बौद्धिक विकास को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय के चल रहे प्रयासों को दर्शाता है। यह उपलब्धि शिक्षा की गुणवत्ता और कृषि पेशेवरों की अगली पीढ़ी को सशक्त बनाने के लिए विश्वविद्यालय के संकाय और प्रशासन की अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट