विगत वर्ष जिन ग्रामो में फैला था मलेरिया/डेंगू , उन गांवों में इस बार विकराल रूप न धारण करे डेंगू/मलेरिया, इसको लेकर जिलाधिकारी ने बनाई रणनीति
बरेली, 28 जुलाई। जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने विगत वर्ष जिन ग्रामों में मलेरिया/डेंगू फैला था, उन गांवों में इस बार विकराल रूप न धारण करे डेंगू/मलेरिया, इसको लेकर रणनीति बनाते हुए कार्य आरंभ किया है और प्रत्येक प्रभावित गांव हेतु जिलास्तरीय अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित करते हुए संचारी रोगों को फैलने से रोकने की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं।
जिलाधिकारी ने नामित नोडल अधिकारियों के साथ विगत दिवस देर शाम विकास भवन सभागार में बैठक कर निर्देश दिए कि वे सम्बंधित ग्राम में स्वंय जाकर मलेरिया एवं डेंगू की स्थिति का जायजा लेकर उसकी रोकथाम के लिए जन जागरूकता कार्यक्रम करने, एंटी लार्वा के छिड़काव कराने व सफाई इत्यादि कार्य सम्बंधित विभाग के सहयोग से कराए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिये गये कि जनपद में 28 ऐसे गांव हैं जहां विगत वर्ष 20 से अधिक मरीज मिले थे। अतः वहां परिवर्तन करते हुये स्निसेयर अधिकारी को लगाया जाये।
बैठक में सर्वप्रथम नोडल अधिकारियों की उपस्थिति ली गयी और बिना कारण बैठक से अनुपस्थित तथा जो अधिकारी स्वयं गांव में भ्रमण के लिये नहीं गये, उनका वेतन रोकने के निर्देश दिये गये।
बैठक में समस्त नोडल अधिकारी व सम्बंधित अधिकारियों का व्हाटसअप ग्रुप बनाये जाने के निर्देश दिये गये, जिसमें जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारी प्रशासन, नगर आयुक्त/अपर नगर आयुक्त, मुख्य चिकित्साधिकारी, डीपीआरओ, एडीओ पंचायत, समस्त एमओआईसी को जोड़ा जाये। जिसमें नोडल अधिकारी निरीक्षण के दौरान पायी गयी कमियों को फोटो सहित बतायेंगे और एडीओ पंचायत अथवा सम्बंधित द्वारा ग्रुप में 48 घण्टे में उक्त कमियों का निस्तारण कराये जाने की सूचना दी जायेगी।
बैठक में निर्देश दिये गये कि मच्छर पनपने का मुख्य कारण है जलभराव का होना, जिसके लिये पानी के निकासी की व्यवस्था करायें और एकत्र जल पर डीजल में डूबोया हुआ कपड़ा डालें, जिससे उसमें लार्वा पनपने ना पाये यदि उसमें जल कुम्भी है तो उसे हटवाया जाये।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि मरीज बढ़ रहे हैं अथवा नहीं, इसकी सप्ताहिक समीक्षा की जायेगी। यदि इस कार्य में प्रधान सहयोग नहीं करते हैं तो प्रधान के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी। समस्त सफाई कर्मी अपने-अपने ग्रामों में सफाई करेंगे और टीम बनाकर 15-15 दिन में नहीं जायेंगे।
बैठक में निर्देश दिये गये कि सम्बंधित स्वास्थ्य कर्मी जिन व्यक्तियों को बुखार आदि है उसकी जांच की जाये, टेस्ट की क्वालिटी अच्छी होनी चाहिए, जांच पॉजिटिव आने पर 14 दिवसीय पूरा कोर्स मरीजों को करायें साथ ही उन्हें जागरूक भी करें। जिस परिवार में विगत वर्ष केस मिले थे उनके परिवार की जांच अनिवार्य रुप से करायी जाये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी जग प्रवेश, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 विश्राम सिंह, ए0डी0ओ0 पंचायत, सी0एच0ओ0 सहित समस्त नोडल अधिकारीगण उपस्थित रहे।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट