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शरीर के टुकड़े कर आंतों को हवा में उछाला, मां के 15 साल पुराने आशिक की बेटों ने की हत्या

मोखासन: गांधीनगर के मोखासन गांव में दो भाइयों ने एक व्यक्ति की ऐसी खौ़फनाक हत्या कर दी, जिसे सुनकर किसी का भी दिल दहल जाए! हत्यारों ने न केवल अपने दुश्मन को मौत के घाट उतारा, बल्कि उसकी आंतें तक हवा में उड़ा दीं! यह देखकर आसपास के लोग तो हैरान रह गए. क्या आपको यकीन होगा कि यह हत्या पुराने प्यार के झगड़े की वजह से हुई?

संजय ठाकोर (27) और जयेश ठाकोर (23) दो भाई थे, जिन्होंने रतनजी ठाकोर (45) नामक एक ठेकेदार की बेरहमी से हत्या कर दी. रतनजी और उनके बीच एक पुराना विवाद था, क्योंकि रतनजी पिछले 15 सालों से इन दोनों भाइयों की मां के साथ रिश्ते में थे. भाइयों को यह रिश्ता बिल्कुल भी मंजूर नहीं था. उनका मानना था कि इस रिश्ते ने उनके पिता की इज्जत को ठेस पहुंचाई है और यह उनके परिवार की बदनामी का कारण बना है. इस गुस्से ने उन्हें हद पार करने के लिए मजबूर कर दिया.

अजय, रतनजी का बेटा, पुलिस को बताता है कि दोनों भाइयों ने कई बार रतनजी से कहा था कि वह उनकी मां से दूर रहें. वे कई बार रतनजी से भिड़ चुके थे और इस मामले को निपटाने के लिए गांव के बुजुर्गों से भी मदद ली थी, लेकिन कोई हल नहीं निकल पाया. यह सब धीरे-धीरे बड़े विवाद में बदल गया, और भाइयों का गुस्सा बढ़ता गया.

फिर आखिरकार रविवार को संजय और जयेश ने अपनी नफरत को एक खौफनाक कदम में बदल दिया. उस दिन रतनजी और उनका साथी जीकूजी परमार गांव में एक घर की बनावट का काम कर रहे थे. जैसे ही दोनों भाई वहां पहुंचे, उनके हाथ में एक लाठी और चाकू था. जयेश ने रतनजी के सिर पर लाठी मारी, जिससे वह गिर पड़े, और संजय ने उन्हें कई बार चाकू से गोद डाला. जब रतनजी खून से लथपथ गिर गए, तो संजय ने उनकी आंतें बाहर निकाल लीं और हवा में उड़ा दीं. यह सब देखकर पास के मजदूर और रतनजी का दोस्त उन्हें बचाने के लिए दौड़े, लेकिन दोनों भाइयों ने खून से सनी चाकू और लाठी दिखाकर लोगों को डराया और फिर मोटरसाइकिल से फरार हो गए.

पुलिस ने तुरंत इस जघन्य हत्या की जांच शुरू की और आरोपियों को पकड़ने के लिए उनके मोबाइल फोन की लोकेशन का इस्तेमाल किया. कुछ ही घंटों में दोनों भाइयों को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने उन पर हत्या और उकसाने का मामला दर्ज किया है. अब पुलिस इस मामले की पूरी जांच कर रही है ताकि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जा सके.