शादी की टेंशन खत्म! यूपी सरकार करेगी मत्स्य पालकों की बेटियों की मदद
उत्तर प्रदेश सरकार ने मत्स्य पालकों की बेटियों के विवाह के लिए एक अहम योजना की शुरुआत की है। अब मत्स्य पालकों को अपनी बेटियों की शादी के लिए पैसों की चिंता नहीं करनी पड़ेगी। सरकार ने इस योजना के तहत प्रत्येक विवाह के लिए 51,000 रुपये देने का ऐलान किया है। इसमें 35,000 रुपये कन्या के खाते में जमा होंगे, जबकि 16,000 रुपये शादी के खर्च के लिए दिए जाएंगे।
*मत्स्य पालकों के लिए राहत की खबर*
प्रत्येक मत्स्य पालक परिवार के लिए यह सहायता बड़ी राहत लेकर आई है, क्योंकि इनमें से अधिकांश परिवार आर्थिक रूप से कमजोर हैं। जनपद में 3,000 से अधिक मत्स्य पालक पंजीकृत हैं, जो एक बीघे से लेकर आठ बीघे तक के तालाबों में मछली पालन करते हैं। इन लोगों को अब बेटी की शादी के लिए धन की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।
*कौन-कौन होगा लाभार्थी?*
यह योजना 13 जातियों के लोगों के लिए है, जिसमें केवट, आखेटक, मल्लाह, निषाद, बिंद जैसी जातियों के लोग शामिल हैं। इसके अंतर्गत जिन मत्स्य पालकों की सालाना आय 2 लाख रुपये से कम है और जिन्होंने एक साल से अधिक समय तक मछली पालन किया है, उन्हें यह सहायता मिलेगी।
*सामूहिक विवाह की योजना*
मत्स्य पालन विभाग भी अब सामूहिक विवाह योजनाएं चला रहा है, ताकि अधिक से अधिक परिवारों को इसका लाभ मिल सके। विभाग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, विकास कुमार दीपांकर ने बताया कि इस योजना के तहत बेटी की शादी के लिए उपहार दिए जाएंगे और संबंधित राशि कन्या के खाते में भी भेजी जाएगी।
*सरकारी आवास योजना से वंचित गरीब परिवार*
वहीं दूसरी ओर, गरीब परिवारों को सरकारी आवास योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। कई पात्र परिवार आज भी छप्पर में रहने को मजबूर हैं। मऊआइमा विकासखंड के ग्राम पंचायत सकरामऊ में ऐसी कई गरीब फैमिलीज हैं, जिन्हें सरकारी आवास योजना का लाभ नहीं मिला है, भले ही उन्होंने कई बार ग्राम प्रधान और सचिव से आवेदन किया हो।
इन परिवारों का कहना है कि बारिश के मौसम में छप्पर से पानी टपकता है, जिससे उन्हें बहुत परेशानी होती है। ग्रामीणों ने अधिकारियों से गुहार लगाई है कि उन्हें भी सरकारी आवास का लाभ दिया जाए, ताकि उनका जीवन स्तर बेहतर हो सके।
इस स्थिति में सरकार और संबंधित अधिकारियों से उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही इस समस्या का समाधान होगा और पात्र परिवारों को आवास योजना का लाभ मिलेगा।