ये काला पत्थर करता है कमाल, छूते ही दूर होता हर दुख, बना देता मालामाल
नई दिल्ली: पुराने जमाने मे राजा महाराजा अपने अनुसार सुलेमान की चीजों का प्रयोग करना जानते थे, सुलेमान के पत्थर की खासियत यह है, सुलेमान की जमीन पर पुराने जमाने के पीर फकीरों की साधना जमीन रही है,बड़े- बडे जिन्नात वाले साधन सुलेमान से ही प्राप्त होते हैं। सुलेमानी तलवार के बारे में खूब किस्से कहानी मिलते हैं,वह तलवार किसी भी शैतानी ताकत को काटने की ताकत रखती थी। अब तीर तलवार का जमाना चला गया है। लेकिन सुलेमान का तरासा हुआ पत्थर जो खास किस्म का होता है, आज भी नजर दोष पति पत्नी की अनबन दुकान,घर,या रोजगार मे लगी नजर आदि के काम आता है।
इस तरह की परेशानी में आता है काम
जो लोग शमशान के आसपास रहते हैं या जो महिलाएं अधिकतर पर्दे मे रहती हैं या जो लोग किसी न किसी कारण से विख्यात हो गए होते हैं। उन लोगों के लिए शैतानी आंख अनदेखे हथियार की तरह से मारने के काम आती हैं। महिलाओ में सिरदर्द की बीमारी हो जाना। उल्टी आदि होने लगना। अनाप सनाप बकने लगना, किसी को कुछ भी कहने लग जाना,अगर बच्चे को दूध पिलाने वाली महिलाएं हैं। तो उनके दूध का अचानक सूखने लग जाना। भूख नहीं लगना। हमेशा बुरे- बुरे ख्याल आते रहना।
कामुकता का अधिक पैदा हो जाना,जननांग को खुजलाने की आदत लग जाना। योनि का हमेशा गीला रहना। बाथरूम में अधिक समय का लगना। बाल खुल्ले रखने की आदत बन जाना। किसी न किसी अंग का लगातार फड़कते रहना, अचानक रोने का मन करना। कभी अचानक बिना बात के ही हंसी आ जाना। किसी के गिरने पड़ने पर मजा आना, ऊंचे स्थान पर जाने के बाद नीचे कूद जाने का मन करना, खतरे से खेलने के लिए मन मे उतावलापन होना, अपने ही रखवालों को अपने से दूर करने के लिए कठोर बात करने लग जाना,लड़ने झगड़ने की आदत बन जाना।
भोजन में अधिक खटाई का प्रयोग करने लग जाना, छाछ आदि की पीने की इच्छा रखना, घर की महिलाओं से अकारण ही बैर भाव पाल लेना, अपनी सन्तान का ख्याल नहीं रखना, फालतू की बातों मे समय निकालना, नाखून चबाते रहना आदि बाते देखने को मिलती है। इसी प्रकार से दुकानदारी के चलते चलते अचानक बन्द हो जाना, ग्राहक का आना लेकिन कुछ समय बाद उसका मन बदल जाना और बिना कुछ खरीदे वापस चले जाना, खुद की दुकान से सस्ता सामान नहीं खरीदना अगल- बगल वाली दुकान से महंगा सामान खरीद कर ले जाना।
दुकान के सामने किसी न किसी प्रकार से गंदगी का होना, कुत्तों का अधिक आना- जाना लग जाना, दुकान या व्यवसाय स्थान के द्वार पर कुत्तो का पेशाब करने लग जाना। वाहन पर कुत्तों का पेशाब करने लग जाना,घर के अन्दर काली बिल्ली का रात को आना, छत पर बिल्लियां आपस में लड़ने लग जाना, अचानक बुखार का आना और अचानक ही उतर भी जाना, किसी अच्छे काम को शुरु करते ही किसी न किसी प्रकार की बाधा का आ जाना कुछ नहीं तो टेलीफोन का ही बजने लग जाना और जब तक उसे उठाओ बन्द हो जाना,गलत नम्बर का बार बार आना।
मिलता है आराम
किसी महत्वपूर्ण बात को करने के समय किसी फालतू व्यक्ति का आ जाना और बात का पूरा नहीं हो पाना। किसी बड़े सौदे के समय में या तो अधिकारी का नहीं आना या खुद के परिवार की कोई दिक्कत का पैदा हो जाना,सोने वाले बिस्तर पर लाल या काली चींटियों का घूमने लग जाना। ओढ़ने- बिछाने वाले कपड़ों मे अजीब सी बदबू का आना शुरु हो जाना, त्वचा में बिना किसी कारण के खुजलाहट होने लगना आदि बाते देखने को मिलती है तो सुलेमानी पत्थर को पहनने से इनमें आराम मिलने लगता है।
इन स्थानों पर ना ले जाएं
अक्सर यह भी देखा जाता है कि इस पत्थर को पहन कर अगर कोई शमशान कब्रिस्तान या मौत वाले स्थान पर जाता है तो यह पत्थर अपनी शक्तियों से विहीन हो जाता है और बेकार हो जाता है,कारण ऐसे स्थानों पर शैतानी आत्माएं अधिक होती है और इस पत्थर मे उतनी ही ताकत होती है जितनी व्यक्ति के द्वारा इसे शक्तिवान किया जाता है।
ऐसे पहनें
इस पत्थर के पहनने से रात को खराब स्वप्न भी नहीं आते हैं, आराम की नींद आती है भूख भी लगने लगती है। इसे काले रंग के धागे मे चांदी की अंगूठी में पहना जाता है और बहुत ही संभाल कर रखा जाता है,कारण जब बुरी आत्माओं को परेशान करना होता है तो वे इस पत्थर से दूर करने लगती है।