रुहेलखंड विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक केन्द्र में त्रिदिवसीय रिदम ’24 का समापन
बरेली, 22 दिसम्बर। महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय, बरेली के सांस्कृतिक केंद्र द्वारा कुलपति प्रो. के. पी.सिंह की प्रेरणा और संरक्षण में त्रिदिवसीय रिदम ,2024 के दूसरे दिन एकल नृत्य और मेंहदी की प्रतियोगिता हुई। इसके साथ ही साथ स्टूडेंट कल्चर काउंसिल और कल्चरल क्लब एवं ग्यारह संचालन समितियों का भी गठन किया गया जिन्हें सांस्कृतिक समन्वयक डॉ.ज्योति पाण्डेय तथा पूर्व सदस्यों द्वारा सेश रिबन पहनाया गया।
आयोजित सात प्रतियोगिताओं के परिणाम इस प्रकार रहे:
एकल गायन प्रतियोगिता-
प्रथम स्थान -फ़ैज़
द्वितीय स्थान -स्वास्तिका
तृतीय स्थान -श्रेय रस्तोगी
एकल नृत्य प्रतियोगिता –
प्रथम स्थान -उज्जवल
द्वितीय स्थान -अनुष्का
तृतीय स्थान – भूमिका
मेंहदी प्रतियोगिता –
प्रथम स्थान – ओशिका देवल
द्वितीय स्थान – दीपांशी त्यागी
तृतीय स्थान – पंखुड़ी कंचन
वाद्ययंत्र वादन प्रतियोगिता
प्रथम स्थान – फैज
द्वितीय स्थान -श्रेय रस्तोगी
तृतीय स्थान – पीयूष पाल
पोस्टर प्रतियोगिता
प्रथम स्थान -निशा गौतम
द्वितीय स्थान -सौम्या गुप्ता
तृतीय स्थान -अवंतिका
कार्टूनिंग प्रतियोगिता
प्रथम स्थान -कनिका सिंह
द्वितीय स्थान – निशा गौतम
तृतीय स्थान – सुरभि
बेस्ट आउट ऑफ बेस्ट प्रतियोगिता
प्रथम स्थान -राखी
द्वितीय स्थान -अनिका कुमारी
तृतीय स्थान -निशा गौतम
सांस्कृतिक केन्द्र में स्टूडेंट कल्चरल काउंसिल का गठन
महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय बरेली के सांस्कृतिक केंद्र में स्टूडेंट कल्चरल काउंसिल का गठन किया गया जिसमें मोहम्मद फैज अध्यक्ष, पंखुड़ी कंचन उपाध्यक्ष, पीयूष पाल सेक्रेटरी, दीपांशु ज्वाइंट सेक्रेटरी तथा अनुष्का ठाकुर कोषाध्यक्ष के पद पर नियुक्त किए गए। संगीत, नाटक, ड्रामा, योग क्लब और तकनीकी, सोशल मीडिया, मंच सज्जा, फाइन आर्ट्स, इवेंट मैनेजमेंट , साहित्यिक समितियों के कोऑर्डिनेटर और सदस्य भी बनाए गए जिसमें यश सिंह, भूमिका सिंह, अनुष्का ठाकुर, महक फातिमा, अथर्व भटनागर,भूपेंद्र कुमार, पुलकित कुमार साहू, शिवम रस्तोगी, प्रखर कुशवाहा, अनुराधा सिंह, कृष्णागी बोरा ,
अणिमा मिश्रा ,
आरुषि शर्मा, दीपांशी
जैनुल, शिराज,अक्षी, नंदिनी,वैष्णवी, स्वर्णिमा, निष्ठा,मनु नाजिश, अभय,श्रेया, प्रतिमा,योगेंद्र, स्वास्तिका , तनिष्का, भूपेंद्र, इबरा आदि सम्मिलित रहे।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट