यूपी में बारिश का कहर; घर गिरने से दो लोगों की मौत, बागपत-शामली समेत कल 7 जिलों में स्कूल बंद
पिछले कई दिनों से प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में हल्की और भारी बारिश ने कहर बरपा दिया है। फतेहपुर में भारी बारिश के बीच घर गिरने से दो लोगों की जान चली गई। उधर, हरदोई में फसल डूबने से आहत किसान ने आत्महत्या कर ली। बागपत, बुलंदशहर, शामली, पीलीभीत, मेरठ, बरेली में बुधवार को स्कूल बंद रहेंगे। जबकि मथुरा में दो दिन स्कूल बंद रखने का आदेश जारी किया गया है। इसके अलावा एनसीआर के जिले नोएडा और गाजियाबाद में भी बुधवार को स्कूल बंद रहेंगे।
अमौसी स्थित मौसम मुख्यालय ने सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस एवं आसपास के इलाकों में बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा 40 से अधिक जिलों में भारी वर्षा का यलो अलर्ट है। बीते 24 घंटों के दौरान फतेहपुर में लगातार बारिश से हुए हादसों में घर गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। हरदोई के मल्लावां क्षेत्र में बाढ़ के पानी में फसल डूब जाने से परेशान एक किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह पत्नी की बीमारी और तीन बेटियों में से एक की शादी के बाद बढ़ते कर्ज की वजह से परेशान था। पुलिस और तहसील अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच की।
वेस्ट के कई जिलों में कल स्कूल बंद, मथुरा में दो दिन की छुट्टी
बारिश ने पश्चिमी यूपी के जिलों में जमकर तबाही मचाई है। बारिश के चलते पश्चिम के ज्यादा शहरों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। जिसके चलते डीएम ने बुधवार को स्कूलों को बंद रखने का आदेश जारी किया है। डीएम के आदेश के मुताबिक बागपत, बुलंदशहर, शामली और पीलीभीत में बारिश के अलर्ट को देखते हुए 12वीं तक और मेरठ, बरेली में आठवीं तक के स्कूलों की बुधवार को छुट्टी कर दी गई है। वहीं मथुरा में तीन और चार सितंबर को 12वीं तक के स्कूलों को बंद रखने का आदेश जारी किया गया है। इसके अलावा एनसीआर के जिले नोएडा और गाजियाबाद में भी बुधवार को स्कूल बंद रहेंगे।
नदियां उफान पर, कई जिलों में बाढ़ का खतरा
खीरी और पीलीभीत में 48 घंटे से हो रही लगातार बारिश के कारण शारदा नदी में 1.82 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिससे नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 31 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है। बनबसा बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद 54 तटवर्ती गांवों को अलर्ट किया गया है। एनडीआरएफ की टीमें तैनात हैं। पीलीभीत में भी शारदा और देवहा नदियों में पानी छोड़ा गया है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।

मथुरा में यमुना का जलस्तर बढ़ा
मथुरा में ताजेवाला डैम से छोड़े गए 3.5 लाख क्यूसेक पानी के कारण यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से 38 सेंटीमीटर ऊपर है। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर 3 और 4 सितंबर को 12वीं तक के सभी स्कूल बंद कर दिए हैं। वहीं, हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने से शामली और बागपत में भी बाढ़ के हालात बन गए हैं।
रुहेलखंड के शहरों में जलभराव और जनजीवन अस्त-व्यस्त
रुहेलखंड में पिछले छह साल का रिकॉर्ड टूटा है। बरेली में 11 घंटे में 125 मिमी बारिश दर्ज की गई। मेरठ और बागपत, बुलंदशहर, पीलीभीत, बरेली और शामली में स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया है। जलभराव से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
काशी में तेज हवा से पेड़ टूटे
वाराणसी में तेज हवा और 70 मिमी बारिश से पेड़ उखड़ गए, जिससे एक युवक घायल हो गया। कई इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। वहीं, बलिया में गंगा का जलस्तर कम होने के बावजूद कटाव जारी है, जिससे तीन घंटे में 10 घर नदी में समा गए।
