उत्तर प्रदेश

मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बरेली व मुरादाबाद मण्डल के उद्यमियों, निर्यातकों, प्रगतिशील किसानों के साथ ‘‘संवाद व समाधान‘‘ कार्यक्रम हुआ सम्पन्न

 

 

बरेली, 18 अगस्त। मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में कल बरेली व मुरादाबाद मण्डल के उद्यमियों, निर्यातकों, प्रगतिशील किसानों आदि के साथ ‘‘संवाद व समाधान‘‘ कार्यक्रम का आयोजन जी0आई0सी0 ऑडिटोरियम में किया गया।

मुख्य सचिव, उ0प्र0 शासन श्री मनोज कुमार सिंह एयरपोर्ट से सीधा कार्यक्रम स्थल पहुंचकर मुख्य सचिव महोदय ने गार्ड ऑफ ऑनर लिया एवं वृक्षारोपण करके दोनों मण्डलों के ओडीओपी उत्पादों की प्रदर्शनी का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पीलीभीत की बांसुरी, बरेली के जरी, बांस बेंत इत्यादि उत्पादों की प्रशंसा की गयी। जीआईसी ऑडोटोरियम में दीप प्रज्जवल करते हुए कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत की गयी।

मा0 मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह एवं श्री आशीष तिवारी, सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन का स्वागत श्री अशोक अग्रवाल, अध्यक्ष, प्लाईवुड मैनुफैक्चरर्स एसो0 द्वारा एवं सभी वरिष्ठ अधिकारियों एवं सम्मानित उद्यमियों द्वारा बुके देकर किया गया।

उक्त ‘‘संवाद व समाधान‘‘ कार्यक्रम में बरेली व मुरादाबाद मण्डल के उद्यमियों द्वारा उद्योग स्थापना/संचालन में आने वाली नीतिगत समस्याओं को मुख्य सचिव के समक्ष रखा और अपील की कि शासन द्वारा समस्याओं के निस्तारण हेतु सकारात्मक कदम उठाये जायें।

इस अवसर पर उद्यमी दीपक अग्रवाल ने गोल लकड़ी को राज्य से बाहर जाने से रोकने, कार्बन क्रेडिट स्कीम को लागू किया जाने, निर्बाध बिजली आपूर्ति दिये जाने, की अपील की। उद्यमी सुधीर अग्रवाल ने राइस मिलर्स की समस्याओं से अवगत कराया कि धान की पैदावार मण्डल में अधिक होती है। आज मिलर्स की संख्या घट रही है, मिलर्स के बिलों का भुगतान कई महिनों के बाद भी नहीं होता है। हाई ब्रिड धान का लाभ भी मंडल के मिलर्स को नहीं मिल रहा है। उद्यमी अनिल साहनी द्वारा कृषकों की ओर से धान की खेती के बारे में जानकारी दी गयी एवं एवकाडो की खेती के बारे में बताया गया कि यहां मैक्सिको की प्रजाति से अच्छी एवकाडो होती है लेकिन पौध मंहगी है और विदेश से मंगानी पड़ती है इसलिये असुविधा होती है। बैम्बु के बारे में भी जानकारी दी गयी। उद्यमी अभिनव अग्रवाल चैम्बर ऑफ कॉमर्स, विकास प्राधिकरण, नगर निगम व स्टॉम्प ड्यूटी से संबंधित नीतिगत समस्याओं के बारे में अवगत कराया गया।

उद्यमी सम्भव शील ने अग्निशमन विभाग की नीति जैसे- जो उद्यमी एक लाख लीटर के टैंक का निर्माण करायेगा तभी एनओसी मिलेगी यह नियम है इसमें पानी की बर्बादी होती है, पानी पुराना होने पर खराब होने लगता हैं फिर पानी को निकालकर दोबारा पानी पड़ता है जो कि पानी की बर्बादी है इसके स्थान पर औद्योगिक अस्थानों में एक टैंक बनाकर सभी को उससे जोड़ा जाये। जीएसटी के बारे में भी बिन्दु रखे- जीएसटी विभाग द्वारा भय का महौल बना दिया जाता है ऐसा नहीं होना चाहिये। जहां कमी मिले वहां कार्यवाही करें। उद्यमी विमल रेवाड़ी ने यूपीसीडा के बारे में आने वाली समस्याओं को रखा, उन्होंने वेयर हाउस को उद्योग का दर्जा दिये जाने साथ ही उद्यमी क्षेत्र में बैंक व टेलीकॉम कम्पनियों द्वारा टॉवर स्थापित कराये जाने तथा कौशल विकास योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण सेन्टर निर्माण की भी अपील की। उन्होंने कहा कि आईएसआईसी के अस्पताल में कर्मचारी/मजदूर अंश दान देते हैं लेकिन उन्हें इलाज के लिये भटकना पड़ता है। राष्ट्र निर्माण में सहायक मजदूरों को भी आयुष्मान कार्ड की सुविधा दी जाये।

उद्यमी फूल प्रकाश जी ने मैंथा कारोबार की समस्याओं को साझा किया, मैंथा पर आरसीएम लगाया गया। निर्यात पर रिफंड मिलता था उसे ऑनलाइन के स्थान पर ऑफलाइन कर दिया गया, जिससे परेशानी होती है। आयतित मैंथा पर आईएमपी तथा मैंथा उद्योग पर 05 प्रतिशत की जीएसटी लगाये जाने की बात की। यू0पी0 सेंट्रल ऑफ चैम्बर्स राजेश गुप्ता ने होटल उद्योग के बारे में आने वाली समस्याओं पर प्रकाश डाला। होटल इंडस्ट्री सराय एक्ट में पंजीकृत है लेकिन वर्तमान में एक और पंजीकरण पर्यटन विभाग में करा रहे हैं जबकि प्रपत्र वही जमा हो रहे हैं, एक प्रकार का ही पंजीकरण रखा जाये तथा आवासीय टैक्स लागू किया जाये। चरित प्रमाण पत्र की प्रक्रिया को भी हटाये जाने की अपील की। मुरादाबाद से अंशुल अग्रवाल ने डेवलेप औद्योगिक आस्थान की मांग की। बिजनौर से विकास अग्रवाल ने नगीना स्थित बन्द पड़ी कताई मिल की भूमि में बडे़ औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना की मांग की।

मोंगा जी ने विद्युत ट्रिपिंग और कटौती की समस्या को रखा। ग्रामीण क्षेत्र में बिजली की समस्या और खराब है वही हमारी भूमि इसलिये उद्योग की दृष्टि से अनुपयोग दी जाती है। बिजली का बिल अनाप-शनाप आते हैं। कौशल मिश्रा ने गन्ना किसानों की गन्ने की लागत अन्य फसलों से ज्यादा आती है इस कारण 4500 रुपये कुंतल चीनी की दर निर्धारित किये जाने की अपील की। आशोक अग्रवाल ने बताया कि पीलिंग/प्लाई वुड उद्योग दोनों मण्डलों में लगभग 7 से 8 लाख लोगों को रोजगार देता है, हमारे यहां से कच्चा माल राज्य से बाहर जा रहा है। प्लाईवुड को एग्रो बेस्ट उद्योग के रुप में लिया जाये। केमिकल फैक्ट्री की आग बुझाने के लिये पानी काम नहीं करता है उनके लिये नवीन तकनीकी की आवश्यकता है, उस दृष्टि से कार्य करें।

इस अवसर पर जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज की गोष्ठी के लिये लखनऊ से आये मुख्य सचिव जनपद के बाहर से आये किसान/उद्योग  बन्धुओं का स्वागत करता हूँ। आज गोष्ठी में उठाये गये नीतिगत मैटर के अतिरिक्त, प्रशासनिक स्तर की समस्याओं का निस्तारण किया जायेगा। उन्होंने बताया कि जनपद से 676 एमओयू साइन हुये थे, जिसमें से 321 जीबीसी के लिये तैयार हैं। जनपद में बड़ी संख्या में वृक्षारोपण हुआ है, परिणाम स्वरुप प्लाईवुड उद्योग को कच्चा माल मिलेगा। विकास खण्ड क्यारा के मझगवां में जू (चिड़ियाघर) खोला जायेगा। यूपीसीडा में बैंक/टॉवर लगवाना पॉलिसी मैटर है। रोजगार प्रशिक्षण के कारण कुशल कारीगर मिल रहे हैं। विद्युत व्यवस्था में समस्या है लेकिन अन्य जनपद से बेहतर है। भ्रष्टाचार के अन्तर्गत 23 लोगों को एंटी करप्शन टीम ने पकड़े हैं। किसानों का गन्ना भुगतान कराने हेतु पूरा प्रयास किया जा रहा है, जनपद बरेली में पांच चीनी मिले हैं। जनपद में समन्वय अच्छा है आगे भी ऐसा बना रहेगा।

मण्डलायुक्त सौम्या अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि गोष्ठी में मुख्यतः नीतिगत मैटर उठाये गये हैं। स्थानीय स्तर की समस्याएं मण्डल स्तरीय बैठक में सुनकर उनका निस्तारित की जाती हैं।

सचिव पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन आशीष तिवारी ने कहा कि कार्बन क्रेडिट स्कीम को धरातल पर लाने हेतु हमारा प्रदेश देश में पहला राज्य है, जिसके 25140 करोड़ किसानों को जोड़ा गया है। उन्होंने बताया कि 20 जुलाई को मा0 मुख्यमंत्री ने कार्बन क्रेडिट के लाभार्थी किसानों को चेक वितरण किया गया। पेड़ों की कटान को लेकर उन्होंने बताया कि 29 प्रजातियों के पेड़ों की कटाई प्रतिबंधित है बाकि के लिये ऑनलाइन प्रक्रिया लागू है। प्लांटेशन का माइक्रो प्लान ग्राम पंचायत बनायेगी इसी के अनुरूप पौधे के सदस्य/सचिव गोष्ठियां कराकर जानकारी दें।

मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश की इकोनॉमी उद्यमी/ किसानों के कारण है, उत्तर प्रदेश में हमारे यहां उपलब्ध जमीन के 75 प्रतिशत हिस्से पर खेती होती है तथा 86 प्रतिशत खेती सिंचित है उ0प्र0 की मिट्टी, जलवायु और पानी की उपलब्धता कृषि के लिये विशेष है। खेती की दृष्टि से देश का 35 प्रतिशत गेहूं उत्तर प्रदेश में होता है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा 25 सेक्टर में पॉलिसी बनायी है और सरलीकरण करने का कार्य किया जा रहा है लेकिन अभी इस दिशा में और भी कार्य किया जाना है। उन्होंने बताया कि बरेली/मुरादाबद मण्डल के 1400 उद्यमियों को लाइसेंस मिले हुये हैं यहां की लकड़ी बाहर जा रही है, इसके लिये अपनी इंडस्ट्री की एफिशियेंसी बढ़ायें। हरदोई और सीतापुर में अन्य राज्यों की वुड बेस्ट इंडस्ट्री आना चाहती है। पेड़ों की प्राइवेट नर्सरी वालों से बात करके अच्छी गुणवत्ता की पौध कृषकों को दी जाये, कृषि की दृष्टि से दोनों मण्डल महत्वपूर्ण हैं।

उन्होंने बताया कि सरकार ने कई एक्सप्रेस वे बनाये है और उनके किनारे भी इंडस्ट्रियल पार्क बनाये जाने की प्लानिंग है। लैण्ड पर सब्सिडी दिये जाने की भी पॉलिसी है। उन्होंने कहा कि 18-20 बंद टैक्सटाइल इंडस्ट्री की जमीन औद्योगिक आस्थानों को दी जायेगी। ग्रामीण क्षेत्रों में उद्योग लगाने पर 70 प्रतिशत की सब्सिडी तथा महिला लगाये तो 90 प्रतिशत की सब्सिडी दिये जाने का प्रविधान है। विद्युत के रेट सभी राज्यों में लगभग विद्युत दर यही है। आज के इस कार्यक्रम की तारीफ करते हुए मा0 मुख्य सचिव ने कहा कि कार्यक्रम में बहुत ही सरल तरीके से उद्यमियों द्वारा अपनी समस्याओं को रखा गया जिसके विषय में उनके द्वारा स्वयं समाधान हेतु प्रयास किया जायेगा।

अन्त में सभी विशिष्ट अतिथियों को मोमेन्टो देकर सम्मानित किया गया।

इस अवसर मण्डलायुक्त सौम्या अग्रवाल, अपर पुलिस महानिदेशक रमित शर्मा, जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार सहित बरेली व मुरादाबाद मण्डल के समस्त सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

शएस0के0 सिंह, सम्भागीय अध्यक्ष, लघु उद्योग भारती द्वारा सभी उद्यमियों/ निर्यातकों/किसानों एवं अधिकारियों का कार्यक्रम में प्रतिभाग करने हेतु धन्यवाद दिया। इस कार्यकम्र में बरेली/मुरादाबाद मण्डल के मण्डलीय अधिकारी, संबंधित जिलों के मुख्य विकास अधिकारी, अपर आयुक्त, प्रशासन, नगर आयुक्त, वाईस चेयरमैन, बीडीए, अपर जिलाधिकारी, प्रशासन, क्षेत्रीय प्रबन्धक, यूपीसीडा, बरेली, उपायुक्त उद्योग उपस्थित थे। उद्यमियों की श्रेणी में श्री अजय शुक्ला, अध्यक्ष, औ0आ0, भोजीपुरा, श्री मयूर धीरवानी, अध्यक्ष, आईआईए, श्री तनुज भसीन,  आईआईए, श्री अभिनव अग्रवाल, अध्यक्ष, सेन्ट्रल यूपी चैम्बर ऑफ कॉमर्स, श्री उन्मुक्त सम्भव शील, अध्यक्ष, लघु उद्योग भारती, श्री विमल रेवाड़ी, डिवीजनल चेयरमैन बरेली डिवीजन, आईआईए, श्री सतीश कुमार अग्रवाल, बरेली होटल पैलेस, श्री दिनेश गोयल, प्रदेश उपाध्यक्ष, आईआईए, श्री सुरेश सुन्दरानी, आईआईए, श्री  आरिफ, अध्यक्ष, राईस मिलर्स एसोसियेशन, बरेली इत्यादि ने उपस्थित होकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ायी।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट

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