UP Weather: यूपी में अगले 48 घंटे बारिश का अलर्ट, वज्रपात की आशंका; मौसम विभाग ने की ये भविष्यवाणी
Rain Alert in UP: मौसम विभाग के अनुसार यूपी के अलग-अलग हिस्सों में आज से बारिश का सिलसिला और तेज हो सकता है। अगले 48 घंटे तेज और उसके बाद अगले पांच दिन तक कहीं सामान्य तो कहीं हल्की बारिश होने के आसार हैं। कहीं-कहीं वज्रपात की भी आशंका है। मौसम विभाग के मुताबिक बुधवार 20 सितम्बर से यूपी में बारिश का सिलसिला और बढ़ेगा। आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र के मौसम विज्ञानी अतुल कुमार सिंह के अनुसार बंगाल की खाड़ी में कम हवा का दबाव क्षेत्र बना है। इसके आगे बढ़ने पर पूर्वी उत्तर प्रदेश में मानसून और सक्रिय होगा।
उसके बाद पश्चिमी यूपी में भी बारिश का सिलसिला और बढ़ेगा। उन्होंने बताया कि 25 सितम्बर तक राज्य में कहीं हल्की तो कहीं सामान्य बारिश का क्रम जारी रहेगा। इस बीच कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ भारी बारिश भी हो सकती है। वज्रपात की भी आशंका है। मंगलवार को प्रदेश में राजधानी लखनऊ सहित कई अंचलों में बारिश हुई या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ीं। प्रदेश में सबसे अधिक छह सेंटीमीटर बारिश बरेली के नवाबगंज में हुई।
जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम बार-बार चौका रहा है। मंगलवार को दिन भर मनमर्जी से बारिश होती रही। कई क्षेत्रों में एक बूंद पानी नहीं बरसा तो कहीं जलभराव जैसी स्थिति पैदा हो गई। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय (सीएसए) में 03 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई। कई क्षेत्रों में ठीक से बूंदाबांदी तक नहीं हुई। अचानक बारिश की वजह कम दबाव का क्षेत्र बन जाना है। उत्तर प्रदेश के ठीक नीचे एक टर्फ रेखा भी बन गई है जिससे आसपास वर्षा होने लगी है। घने बादल न होने के कारण यह वर्षा छिटपुट हो रही है, लेकिन वर्तमान में मौसमी गतिविधियां ऐसी हैं जिससे पल-पल मौसम का मिजाज बदल रहा है। उत्तर-पश्चिम और उससे सटे मध्य बंगाल की खाड़ी पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। इससे आगे भी कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है।
पहले उमस ने दिखाए तेवर, फिर मिली राहत मंगलवार की सुबह तो उमस भरी गर्मी से शुरू हुई। करीब 12 बजे तक ऐसी गर्मी का सभी शिकार रहे। पर अचानक बादल छा गए और कहीं-कहीं बारिश शुरू हो गई। पूरे शहर में एक समान बारिश नहीं हुई। अलग-अलग समय पर कहीं कम तो कहीं ज्यादा वर्षा हुई। खासबात यह भी रही कि कई क्षेत्रों में बारिश के दौरान धूप भी खिली रही। जहां पानी ठीक से बरसा वहां तो गर्मी से राहत मिली लेकिन जहां नहीं हुई और धूप खिल गई वहां उमस भरी गर्मी शुरू हो गई। बादलों के उमड़ने से अधिकतम पारा 33.2 डिग्री और न्यूनतम 25 डिग्री सेल्सियस रहा।