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‘सैम बहादुर’ के वर्ल्ड टेलीविज़न प्रीमियर में देखिए भारत के सबसे महान सैनिक की कहानी, सिर्फ ज़ी सिनेमा पर

इस साल, जहाँ हम कारगिल विजय दिवस के 25 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं, जो हमारे सैनिकों के अदम्य साहस और बलिदान को याद करने का दिन है, वहीं ज़ी सिनेमा गर्व से भारत के सबसे महान सैनिकों में से एक सैम मानेकशॉ को श्रद्धांजलि दे रहा है। फिल्म ‘सैम बहादुर’ के वर्ल्ड टेलीविज़न प्रीमियर में महान जनरल सैम मानेकशॉ की वीरता, नेतृत्व और समर्पण का सफर देखने के लिए तैयार हो जाइए। समीक्षकों द्वारा बेहद सराही गई फिल्मों- ‘उरी’ और ‘राज़ी’ के निर्माताओं की ओर से पेश की गई फिल्म ‘सैम बहादुर’, साहस और देशभक्ति की एक और बेमिसाल कहानी है, जिसमें विक्की कौशल ने मुख्य भूमिका निभाई है। इस फिल्म का निर्देशन मेघना गुलज़ार ने किया है, जिसका प्रीमियर आपके टीवी स्क्रीन पर रविवार, 28 जुलाई को दोपहर 12 बजे और रात 9 बजे, सिर्फ़ ज़ी सिनेमा होगा।

इस फिल्म में सान्या मल्होत्रा और फातिमा सना शेख ने भी शानदार भूमिकाएँ निभाई हैं। ‘सैम बहादुर’ भारत के चहेते वॉर जनरल सैम मानेकशॉ की सच्ची वीरता और शौर्य को सामने लाती है। अपनी रणनीतिक प्रतिभा और अडिग नेतृत्व के लिए मशहूर जनरल मानेकशॉ ने भारत के सैन्य इतिहास को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, खासकर 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान। फिल्म सैम बहादुर उनके शुरुआती दिनों से लेकर भारत के पहले फील्ड मार्शल बनने तक के उनके उल्लेखनीय सफर का सच्चा सार प्रस्तुत करती है।

यह देशभक्ति की एक ऐसी कहानी है, जो हमारे सैनिकों के अटूट हौंसले और निःस्वार्थ सेवा को उजागर करती है, जो हर भारतीय को कर्तव्य की राह में किए गए बलिदानों को संजोने और उनका सम्मान करने के लिए प्रेरित करती है, क्योंकि जज़्बा है जीने में, जब हिंदुस्तान है सीने में।

जनरल सैम मानेकशॉ के रोल में विक्की कौशल समेत सभी कलाकारों ने फिल्म की कहानी की विश्वसनीयता और गंभीरता बरकरार रखते हुए अपने किरदार को पूरी शिद्दत से निभाने के लिए कड़ी तैयारी की।

विक्की कौशल बताते हैं, “फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ का किरदार निभाना सम्मान की बात थी। इसकी शुरुआत तब हुई जब मैं मेघना के साथ कोई और फिल्म कर रहा था, तभी उन्होंने सैम मानेकशॉ पर अपनी अगली फिल्म के बारे में बताया। मुझे याद है कि मेरे माता-पिता मुझे 1971 के युद्ध और सैम सर के योगदान के बारे में कहानियाँ सुनाते थे। मुझे लगता है कि यह एक तरह से सितारों का संयोग था और शायद यह होना ही था। मैंने मेघना के विजन पर विश्वास किया और शुरू से ही सैम की मौजूदगी महसूस की। जब हमने रीडिंग की और फ्लोर पर गए, तो मैं उनकी मौजूदगी महसूस कर सकता था और मुझे अच्छे से याद है जब मैं मेघना से कहता था, “सैम यहाँ है!”। निजी तौर पर यह एक ऐसा प्रोजेक्ट है, जिसमें मैंने अपना दिल, अपनी आत्मा लगा दी है, यह हमारी तरफ से सैन्य बलों के लिए एक छोटी-सी श्रद्धांजलि है, और ज़ी सिनेमा पर कारगिल विजय दिवस के करीब इसकी रिलीज़ उन्हें सम्मानित करने का सही तरीका

इस फिल्म के प्रीमियर को लेकर फिल्म की निर्देशक मेघना गुलजार ने कहा, “यह फिल्म हम सभी के लिए एक बड़ी ज़िम्मेदारी थी और हमारी पूरी कोशिश थी कि इसमें गलती की कोई गुंजाइश ना रहे। हमारी रिसर्च 2017 में शुरू हुई, जहाँ हमने सैम से जुड़े और ज्यादा से ज्यादा लोगों से चर्चा करने की कोशिश की, इसमें उनकी बेटियों, पोते-पोतियों, विस्तारित परिवार, सहकर्मियों और सैन्य सहयोगियों से मुलाकात शामिल है। एक सैनिक और एक व्यक्ति के रूप में मैंने जितना सैम मानेकशॉ के बारे में सुना, उतना ज्यादा मैं उन्हें जानता गया और इस बात पर मेरा विश्वास मजबूत हो गया कि अब उनके जैसे लोग नहीं बनते। मैं रॉनी, विक्की, सान्या, फातिमा, ज़ीशान और सभी कलाकारों और क्रू की हमेशा आभारी रहूँगी, जिन्होंने मुझे उनकी महान ज़िंदगी को स्क्रीन पर पेश करने का सौभाग्य दिया। और हम भारतीय सेना के उन असली सुपरहीरो के प्रति बेहद सम्मान और आभार व्यक्त करते हैं, जिनके बिना यह सफर मुमकिन ना हुआ होता। यह वाकई खास है कि अब ज़ी सिनेमा पर सैम बहादुर के वर्ल्ड टेलीविज़न प्रीमियर में बहुत सारे लोग दिल से की गई हमारी मेहनत देखेंगे।”

सान्या मल्होत्रा ने कहा, “सिल्लू एक बहुत ही अहम किरदार है। मैंने सोचा भी नहीं था कि मुझे अपने करियर में इतनी जल्दी सिल्लू जैसा रोल निभाने का मौका मिलेगा। विक्की कौशल ने अपने किरदार को बखूबी निभाया, और इस बात ने मुझे और भी रोमांचित कर दिया कि मुझे अपनी पहली को-एक्ट्रेस फातिमा सना शेख के…

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