उत्तर प्रदेशराजनीति

जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने गोरखपुर सर्किट हाउस में विभागीय अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक*

 

 

उत्तर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह ने चित्रकूट से लौटते ही गोरखपुर सर्किट हाउस में देर रात तक विभागीय अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की। बैठक रात 12 बजे तक चली, जिसमें स्वतंत्र देव सिंह जी ने विकास कार्यों की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की और अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर योजनाओं को समयबद्ध ढंग से पूर्ण करने के निर्देश दिए।
बैठक में जल जीवन मिशन, नमामि गंगे, बाढ़ नियंत्रण, ग्रामीण पाइप पेयजल योजनाओं, जल स्रोतों के पुनर्जीवन तथा जलाशयों की सफाई जैसे अहम मुद्दों पर गहन चर्चा हुई। मंत्री जी ने स्पष्ट कहा कि जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरना ही हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसके लिए हर स्तर पर जवाबदेही तय की जाएगी।

मंत्री जी ने कहा, “योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में विकास का जो मॉडल बना है, उसकी नींव पारदर्शिता, जवाबदेही और जनसेवा पर टिकी है। हमें हर गांव, हर घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचाना है और इस दिशा में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
उन्होंने अफसरों से कहा कि वे फील्ड में जाएं, योजनाओं की जमीनी सच्चाई को देखें और हर परियोजना की गुणवत्ता को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि योजनाएं सिर्फ कागज़ों में नहीं, धरातल पर दिखनी चाहिए।

जल शक्ति मंत्री ने कहा कि जल संरक्षण इस समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। उन्होंने निर्देशित किया कि सभी नदियों, तालाबों, कुंडों और पारंपरिक जल स्रोतों का चिन्हांकन कर उन्हें पुनर्जीवित किया जाए। उन्होंने ‘अमृत सरोवर’ और ‘बूंद-बूंद से जल’ अभियान की समीक्षा करते हुए अधिकारियों से कहा कि वे जल चेतना को जन आंदोलन का रूप दें। मंत्री जी ने गोरखपुर में बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों की पहचान कर पहले से तैयारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बाढ़ राहत कार्यों की रूपरेखा मई-जून में ही तैयार कर ली जाए ताकि मानसून के दौरान लोगों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो। बैठक के दौरान अधिकारियों ने जल जीवन मिशन के अंतर्गत गोरखपुर मंडल की प्रगति की रिपोर्ट प्रस्तुत की। मंत्री जी ने कहा कि “हालांकि कार्यों में गति है, लेकिन लक्ष्य प्राप्ति के लिए और तेज़ी जरूरी है।

” उन्होंने कहा कि हर घर नल योजना प्रधानमंत्री जी का ड्रीम प्रोजेक्ट है, और इसमें कोताही नहीं चलेगी। श्री स्वतंत्र देव सिंह जी ने उन क्षेत्रों की भी समीक्षा की जहाँ अब तक नल कनेक्शन नहीं पहुंचे हैं। उन्होंने निर्देश दिया कि इन क्षेत्रों को चिन्हित कर अगले एक महीने में विशेष अभियान चलाकर योजना से जोड़ा जाए। मंत्री स्वतंत्र देव सिंह जी ने अधिकारियों से कहा कि वे जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय बनाकर कार्य करें और आम नागरिकों से संवाद स्थापित करें। उन्होंने कहा कि जल आपूर्ति और जल संरक्षण जैसे विषय जन सहभागिता के बिना अधूरे हैं।

उन्होंने जल मिशन के तहत बनी समितियों को सक्रिय करने, ग्राम पंचायत स्तर पर निगरानी तंत्र को सशक्त बनाने और सोशल मीडिया व स्थानीय माध्यमों के ज़रिए योजनाओं की जानकारी जन-जन तक पहुंचाने के निर्देश दिए।
बैठक के अंत में मंत्री जी ने साफ कहा कि “लापरवाही करने वाले अधिकारियों की अब खैर नहीं।” उन्होंने स्पष्ट किया कि जिस परियोजना में गड़बड़ी की शिकायत आएगी, वहाँ ज़िम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी स्वयं जल जीवन मिशन की प्रगति की नियमित समीक्षा कर रहे हैं और हमें इस अभियान को उत्तर प्रदेश की नई पहचान बनाना है।