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 जिलाधिकारी ने जिला पर्यावरण समिति, जिला वृक्षारोपण समिति व जिला गंगा समिति की करी बैठक

 

बरेली, 30 जुलाई। जिलाधिकारी अविनाश सिंह की अध्यक्षता में कल जिला पर्यावरण समिति, जिला वृक्षारोपण समिति व जिला गंगा समिति की बैठक कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में सम्पन्न हुई।

जिलाधिकारी ने सर्वप्रथम जिला पर्यावरण समिति की बैठक की समीक्षा की और निर्देश दिये कि नगरीय क्षेत्र के अस्तपतालों का निरीक्षण नगर निगम की टीम द्वारा किया जाये और चेक करें कि कहीं भी जैव चिकित्सा व ठोस अपशिष्ट बाहर खुले में ना फेंका जाये। नकटिया नदी किनारे कराये जा रहे निर्माण कार्यों के सम्बन्ध में अधिशासी अभियंता बाढ़ खण्ड को निर्देश दिये कि वे उप जिलाधिकारी सदर के साथ बैठक व निरीक्षण कर यह दिखवा लें कि जो निर्माण कार्य हो रहे हैं वे नदी के कैचमेंट क्षेत्र के अन्तर्गत तो नहीं किये जा रहे है। रामगंगा नदी की फ्ल्ड प्लेन एरिया के निर्धारण हेतु राष्ट्रीय जल आयोग से रिपोर्ट प्राप्त हो गयी है अतः इसका गहन अध्ययन कर आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें। क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण बोर्ड को निर्देश दिए गए कि प्लास्टिक अपशिष्ट निस्तारण के सम्बन्ध में सेमीखेडा चीनी मिल व पराग दुग्ध उत्पादन द्वारा आगामी बैठक से पूर्व प्लास्टिक रिसाइकलर से अनुबन्ध करा लिया जाये। समस्त अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिये गये कि वे प्लास्टिक रीसाइक्लिंग हेतु ई.पी.आर. के अन्तर्गत पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करा लिया जाये। सम्भागीय परिवहन अधिकारी को निर्देश दिए गए कि जनपद में प्रदूषणकारी वाहनों व जनरेटर आदि की सघन चेकिंग करें तथा कृत कार्यवाही से समिति को अवगत कराया जाये। अधिशासी अधिकारी आंवला को निर्देश दिये गये कि मनौना धाम नया मार्ग पर पडे़ हुये लिगेसी वेस्ट का तत्काल निस्तारण कराना सुनिश्चित करें। नगर निगम यह सुनिश्चित करें कि कूडे़ का ढुलान कवर्ड वाहनों से ही किया जाये। सुपीरियर इंडस्ट्री से निकलने वाले दूषित पानी के सम्बन्ध में नगर निगम को निर्देश दिए कि वे नोटिस जारी करें।

वृक्षारोपण के सम्बन्ध में निर्देश दिये गये कि वर्ष-2025 वृक्षारोपण लक्ष्यों का सभी विभागों द्वारा सफलतापूर्वक शत प्रतिशत प्राप्ति सुनिश्चित की गयी है। इस सम्बन्ध में समस्त विभागों को निर्देशित किया गया जिन विभागों द्वारा अभी तक जियो टैगिंग का कार्य पूर्ण नहीं कराया गया है वह 31 जुलाई 2025 तक प्रत्येक दशा में पूर्ण कर लिया जाये। सभी विभाग अपने-अपने वृक्षारोपण क्षेत्रों की वृक्षारोपण पंजिका संधारित करें। प्रभागीय वनाधिकारी को निर्देश दिये गये कि वे विभागों के वृक्षारोपण की अन्तर्विभागीय क्रॉस चेकिंग हेतु टीम गठित कर दें। समस्त विभाग रोपित पौधों की सिंचाई, सुरक्षा व अनुरक्षण हेतु एक कम्प्रेहैन्सिव प्लान तैयार कर लें, जिसके अनुसार रोपित पौधों की शत प्रतिशत जीवितता सुनिश्चित की जा सकें।

जिला गंगा समिति की बैठक में नगर निगम व प्रदूषण बोर्ड को निर्देश दिए गए कि नगर में संचालित 04 एस0टी0पी0 का निरीक्षण कर अवगत कराये कि एस0टी0पी0 से कितना सीवेज ट्रीट किया जा रहा है तथा ट्रीटेड पानी का उपयोग कहाँ और कैसे किया जा रहा है एवं किस नदी में प्रवाहित होता है। इसका प्रेजेंटेशन के माध्यम से आगामी बैठक में प्रस्तुत करें। अधिशासी अभियंता उ0प्र0 जल निगम शहरी को निर्देश दिये गये कि किला नदी एवं वहां संचालित एस0टी0पी0 का निरीक्षण कर उसकी वास्तविक स्थिति से अवगत कराया जाये। उपायुक्त मनरेगा व अपर जिलाधिकारी प्रशासन को निर्देश दिये गये कि जनपद में एक नदी तथा एक वॉटर बॉडी चिन्हित कर उसका पुनरुद्धार किये जाने के निर्देश दिये गये। डब्ल्यू.डब्ल्यू.एफ. इण्डिया के प्रतिनिधि मो0 आलम को निर्देश दिये गये कि जिला गंगा योजना के अन्तर्गत कराये जाने वाले कार्यों की समीक्षा हेतु समस्त बह-हितधारकों (लाइन डिपार्टमेंट) की बैठक मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता शीघ्र कराते हुये आवश्यक कार्यवाही करायें।

बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी दीक्षा भण्डारी, डीसी मनरेगा हसीब अंसारी, परियोजना निदेशक डीआरडीए चन्द्र प्रकाश श्रीवास्तव, जिला पंचायत राज अधिकारी, उपायुक्त श्रम एवं रोजगार, सहायक निबंधक सहकारिता, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी, क्षेत्रीय अधिकारी उ0प्र0 प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, अधिशासी अभियंता उ0प्र0 जल निगम ग्रामीण/शहरी, जिला उद्यान अधिकारी, पर्यावरण अभियंता नगर निगम, नगर स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम व नगर पालिका/पंचायत के अधिशासी अधिकारी सहित जनपद स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट