रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय में परीक्षा समिति की बैठक सम्पन्न
बरेली , 02 दिसम्बर।महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय, बरेली के समिति कक्ष में माननीय कुलपति प्रो के.पी. सिंह की अध्यक्षता में कल परीक्षा समिति की बैठक संपन्न हुई।
बैठक में निम्नलिखित निर्णय लिए गए।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 से आच्छादित स्नातक स्तर पर (बी०ए०, बी०एस०सी०, बी०काम०, बी०बी०ए०, बी०एस०सी० गृहविज्ञान) प्रथम, तृतीय एवं पंचम सेमेस्टर सत्र 2023-24 की परीक्षा हेतु परीक्षा समय निर्धारित किये जाने पर विचार किया गया। सभी विषय में परीक्षा 02 घंटे की होगी। जिसमे 10प्रश्न अतिलघु , 02 प्रश्न लघु होगे (कुल 04 में से कोई 02) एवं 01 प्रश्न दीर्घ उत्तरी ( कुल 03 में से कोई 01) होगा।
विश्वविद्यालय परीक्षाओं के लिए गोपनीय पत्राजात परीक्षा केन्द्रों को हस्तगत किये जाने हेतु बनाये गये विभिन्न जनपदों में बनाये गये नोडल सेन्टर्स पर नियुक्त शिक्षकों/कर्मचारियों का पारिश्रमिक निर्धारित किये जाने के संबंध में गठित समिति से प्राप्त रिपोर्ट पर विचार किया और उनकी दरों को पुनरीक्षित किया।
जिन महाविद्यालयों द्वारा विश्वविद्यालय परीक्षाओं के प्रयोगात्मक / मौखिकी / आन्तरिक परीक्षा अंकपर्ण निर्धारित समयसीमा पश्चात विश्वविद्यालय पोर्टल पर ऑनलाईन अपलोड नहीं किये जाते है, उन महाविद्यालयों पर किसी प्रकार का दण्ड इत्यादि का निर्धारण किये जाने हेतु गठित समिति द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट पर विचार गया। कालेजो को परीक्षा की समाप्ति से एक सप्ताह के भीतर अंक अवश्य अपलोड़ करने होगे। ऐसा ना होने पर ऐसे महाविद्यालयो को अर्थदंड, अगले सत्र में प्रवेश से वंचित करने, परीक्षा का भुगतान ना करने, मान्यता की समाप्ति या अन्य कोई समुचित दंड रोहिलखंड विश्वविद्यालय द्वारा दिया जा सकेगा जिससे दोबारा इसकी पुनरावृति ना हो।
सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के अन्तर्गत उत्तर पुस्तिकाओं के अवलोकन करने के संबंध में प्रार्थना पत्र प्रस्तुत करने हेतु समय-सीमा निर्धारित किये जाने पर विचार किया गया। परीक्षा परिणाम घोषित होने एक माह के भीतर इसे पूर्ण किया जाएगा।
बैठक में डॉ चमन सिंह, प्रोफ़ेसर शोभना सिंह, प्रोफ़ेसर दुष्यंत कुमार, प्रोफ़ेसर एस के पांडेय, डॉ अमित सिंह, डॉ यश पॉल सिंह, प्रो यतेंद्र कुमार, डॉ दीपक गंगवार उपस्थित रहे। बैठक की संपूर्ण कार्यवाही परीक्षा नियंत्रक संजीव कुमार सिंह द्वारा पूर्ण की गई।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट