आईवीआरआई में एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन
बरेली ,17 मार्च। भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के पशुधन उत्पाद प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा “पर्यावरणीय स्थिरता हेतु पशुधन उपोत्पादों के प्रसंस्करण और समुचित उपयोग के लिए रणनीतियाँ” विषय पर एकदिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। हाइब्रिड मोड में आयोजित इस कार्यशाला में औद्योगिक इकाईओं के प्रतिनिधियों, वैज्ञानिकों एवं विद्यार्थियों सहित लगभग 120 लोगों ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान तीन तकनीकी सत्रों का आयोजन किया गया जिसमें बाहर से आये हुए विशेषज्ञों डॉ पी. के. मंडल (अध्यक्ष, भारतीय मांस विज्ञान संघ), डॉ के अप्पर (महाप्रबंधक, फेयर एक्सपोर्ट्स लिमिटेड, रामपुर), श्री भरत गुप्ता (निदेशक, बीएनजी इंटरनेशनल, कानपुर), डॉ. बी. एम. नवीना (नेशनल फेलो, एनएमआरआई, हैदराबाद) ने पशुधन उपोत्पादों के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला।
उद्घाटन समारोह के दौरान डॉ के पी सिंह, संयुक्त निदेशक (कैडरैड), भारतीय पशु चिकित्सा अनुसन्धान संस्थान ने पशुधन उपोत्पादों के समुचित एवं लाभदायक उपयोग पर बल देते हुए कहा कि इससे न केवल आय में वृद्धि हो सकती है अपितु पर्यावरण प्रदूषण भी कम होता है तथा इन उपोत्पादों के समुचित उपयोग द्वारा मांस उद्योग की छबि को भी सुधारने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम में उपस्थित डॉ एस के मैंदीरत्ता, संयुक्त निदेशक (शैक्षणिक), भारतीय पशु चिकित्सा अनुसन्धान संस्थान ने प्रतिभागी विद्यार्थिओं से पशुधन उपोत्पादों के कारगर उपयोग हेतु इस विषय पर शोध करने का आग्रह करते हुए कहा कि हमें मांस उद्योग की जरूरतों के अनुसार शोध करने एवं तकनीकियां विकसित करने की आवश्यकता है। उन्होंने विद्यार्थिओं को औद्योगिक इकाईओं में जाकर इंटर्नशिप करने के लिए भी प्रेरित किया।
पशुधन उत्पाद प्रौद्योगिकी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ ए आर सेन ने पशुओं से प्राप्त होने वाले विभिन्न उपोत्पादों के उचित संग्रह, परिवहन, प्रसंस्करण एवं मूल्य संबर्धन द्वारा मांस उद्योग की आमदनी बढ़ाने पर बल दिया। तकनीकी सत्रों के अध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ.) मोहम्मद नदीम फ़िरोज़, पूर्व निर्देश निदेशक, केवीएएफएसयू, हेब्बाल, बैंगलोर, डॉ. विकास पाठक, डीन, DUVASU , मथुरा एवं डॉ. गिरीश पाटिल एस, निदेशक, आईसीएआर-एनआरसी मिथुन, नागालैंड द्वारा विभिन्न तकनीकी सत्रों का सुचारू रूप से आयोजन करवाया गया।
कार्यक्रम का संचालन ज्योति, वैज्ञानिक पशुधन उत्पाद प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा किया गया। कार्यक्रम आयोजक सचिव डॉ आई प्रिंस देवदासन ने सभी के प्रति धन्यवाद प्रस्ताव ज्ञापित किया। इस अवसर पर डॉ गीता चौहान, डॉ ए के बिस्वास, डॉ सुमन तालुकदर, डॉ तनवीर अहमद, डॉ सागर चंद सहित वभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, छात्र एवं अधिकारीगण शामिल रहे। बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट