Wednesday, January 15, 2025
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आज है महाराष्ट्र के सबसे बड़े त्योहारों में एक ‘गुड़ी पड़वा’, जानिए सृष्टि के पहले दिन की पूजा का शुभ मुहूर्त

नई दिल्ली: आज यानी 22 मार्च 2023, बुधवार को ‘गुड़ी पड़वा’ (Gudi Padwa 2023 Date) का पावन पर्व हैं। यह मुख्य रूप से भारतीय राज्य महाराष्ट्र में मनाया जाने वाला वसंत ऋतु का त्योहार है। यह हिंदू नव वर्ष की शुरुआत का प्रतीक है और चैत्र महीने के पहले दिन पड़ता है, जो आमतौर पर मार्च के अंत या अप्रैल की शुरुआत में पड़ता है।

‘गुड़ी पड़वा’ का शाब्दिक अर्थ होता है- विजय का पर्व। ‘गुड़ी पड़वा’ को मराठी समुदाय के लोग बेहद हर्ष और उल्लास के साथ मनाते है। इस दिन लोग अपने घर के बाहर गुड़ी (विजय पताका) बांधकर उसकी पूजा-अर्चना करते है। गुड़ी को समृद्धि का सूचक माना गया है। नया साल सुख, शांति, समृद्धि और सौभाग्य लेकर आए, इसी कामना के साथ इसकी पूजा की जाती है। आइए जानें नए साल 2023 में गुड़ी पड़वा कब है, मुहूर्त और इसका महत्व।

तिथि एवं मुहूर्त
22 मार्च चैत्र माह की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 21 मार्च को रात 10 बजकर 52 मिनट से होगी। अगले दिन 22 मार्च 2023 को रात 8 बजकर 20 मिनट पर इस तिथि का समापन भी होगा। उदया तिथि के अनुसार नवरात्रि की शुरुआत 22 मार्च 2023 से होगी। इसी दिन गुड़ी पड़वा का पर्व भी मनाया जाएगा।

धार्मिक महत्व
‘गुड़ी पड़वा’ (Gudi Padwa) हिंदू धर्म में एक विशेष स्थान रखता है। ऐसा माना जाता है कि गुड़ी को घर पर फहराने से घर से नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं और जीवन में भाग्य और समृद्धि आती है। यह दिन वसंत की शुरुआत का भी प्रतीक है और इसे फसल उत्सव के रूप में माना जाता है। इस उत्सव को कई अन्य राज्यों में संवत्सर पड़वो, उगादी, उगादी,चेती, नवरेह, साजिबू नोंगमा पानबा चीरोबाआदि नामों से जाना जाता है। कई लोगों का मानना है कि इस दिन सोना या नई कार खरीदना शुभ होता है।

शास्त्रों के अनुसार, ‘गुड़ी पड़वा’ को संसार का पहला दिन भी माना जाता है। मान्यता है कि इसी दिन ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की थी, संसार में सूर्य देव पहली बार उदित हुए थे। वहीं, पौराणिक कथा के अनुसार त्रेतायुग में प्रभु श्रीराम ने इसी दिन बालि का वध करके लोगों को उसके आतंक से छुटकारा दिलाया था। इस दिन को लोग विजय दिवस के रूप में मनाते हैं। यही वजह है कि इस खुशी के मौके पर घरों के बाहर रंगोली बनाई हैं और विजय पताला लहराकर जश्न मनाया जाता है।

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