डा.वन्दना ने ग्रामीण महिलाओं को मुर्गीपालन की उन्नत तकनीकों के माध्यम से सशक्त बनाया
इज्जतनगर (बरेली) , 14 सितम्बर। पशु चिकित्सालय बढ़ावै , पिथौरागढ़ की पशुचिकित्साधिकारी डा. वन्दना ने ग्रामीण महिलाओं को मुर्गीपालन की उन्नत तकनीकों को अपनाकर सशक्त बनाया। डा. वन्दना ने गाँव क्वारबन की महिलाओं श्रीमती कलावती देवी, मथुरा देवी, कलावती देवी, माना देवी तथा जयन्ती देवी को पशुपालन विभाग से मुर्गी पालन योजना के अन्तर्गत ५० यूनिट जिसमे कुल २५०० क्रॉयलर चूजों का वितरण किया गया। इनके द्वारा बताये गये उन्नत तकनीकों के कारण मुर्गियों के उत्पादन तथा अण्डा उत्पादन में वद्धि हुयी तथा इनकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार आया। मुर्गी पालन योजना के अन्तर्गत एक यूनिट में ५० चूजे दिये जाते है और ये मुर्गियाँ साल में २५०-२७५ तक अंडे देती है और १६ सप्ताह में ३ किलो तक इनका वजन बढ़ जाता है जिसका मांस और अंडे मार्केट में बेच कर १२०० रूपए तक का हर माह फायदा उठा रही है और उनकी जीविका में सुधार में काफी सहायता मिली है। परिवार के पोषण और बच्चो की शिक्षा के काफी सुधार में मुर्गी पालन से काफी सहायता मिली है। बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट