पहले करती है मीठी बातें, फिर उतरवाती है कपड़े, युवाओं को ऐसे शिकार बना रहा ये गैंग, होश उड़ा देगा सच
शामली| लोगों में जागरूकता का अभाव ही कहा जाएगा कि सेक्सटॉर्शन के जाल में फंसकर शामली जिले के बुजुर्ग और खासकर युवा वर्ग अपनी गाढ़ी कमाई चंद मिनटों में गंवा रहे हैं। सेक्सटॉर्शन गिरोह के सदस्य फर्जी फेसबुक या फिर व्हाट्सएप से कॉल कर खुद के निर्वस्त्र होने के बाद युवा या बुजुर्ग से भी निर्वस्त्र होने को कहते हैं।
इसके बाद अश्लील वीडियो बनाकर उसे बुजुर्ग और युवाओं के दोस्तों को शेयर करने की धमकी दी जाती है। वीडियो डिलीट करने के बदले ब्लैकमेल कर 10 हजार से लेकर दो लाख रुपयों की डिमांड की जाती है। हर माह जिले में इस तरह के तीन से चार मामले पुलिस के पास पहुंच रहे हैं। हालांकि, पुलिस ने एक गिरोह का भंड़ाफोड भी किया था, मगर इसके बावजूद गिरोह पर शिकंजा नहीं कसा जा रहा है।
शहर के काजीवाड़ा के रहने वाले बुजुर्ग के पास अनजान महिला सोनिया नाम की फेसबुक आईडी से फ्रेंड रिक्वेस्ट आई। इसके बाद युवती स्वयं निर्वस्त्र होते हुए वीडियो कॉल की। 55 वर्षीय बुजुर्ग से निर्वस्त्र होने के लिए कहा। बुजुर्ग बहकावे में आ गया। इसके बाद महिला ने अश्लील वीडियो बुजुर्ग को भेजा और कहा कि उसे 50 हजार रुपये नहीं दिए तो वीडियो को उसके परिजनों और दोस्तों को भेज देगी। पीड़ित ने दो बार में 50 हजार रुपये बताए गए खाते में भेज दिए। पीड़ित ने पुलिस से मामले की शिकायत की।
सोंटा रसूलपुर के रहने वाले युवक को सेक्सटॉर्शन गिरोह के सदस्य ने चंगुल में लेकर 20 हजार रुपये हड़प लिए। रुपये मांगने पर वीडियो को उसके दोस्ताें को शेयर करने की धमकी दी। पीड़ित ने पुलिस से मामले की शिकायत की है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
शामली के दिल्ली रोड पर रहने वाले 65 वर्षीय बुजुर्ग के पास रिया नाम की फेक फेसबुक आईडी से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी गई। दोनों में चैट होने लगी। दूसरी ओर से बोलने वाली युवती ने बुजुर्ग को निर्वस्त्र होने को कहा। बहकावे में आकर बुजुर्ग ने कपड़े उतार दिए। इसके बाद युवती ने बुजुर्ग का अश्लील वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर शेयर करने की धमकी देते हुए 80 हजार की मांग की। बुजुर्ग ने पुलिस से शिकायत की है।
ये तीन मामले तो बानगी भर मात्र हैं। हर माह जिले में तीन से चार मामले सामने आ रहे हैं।
माह मामले
सितंबर 3
अगस्त 3
जुलाई 2
जून 4
मई 4
एसपी अभिषेक का कहना है कि सेक्सटॉर्शन के मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन कुछ लोग उनके झांसे में आकर अपना पैसा गंवा देते हैं। तो कई लोग शर्मिंदगी के भय से आगे नहीं आते। लोगों को गिरोह की शिकायत पुलिस से करनी चाहिए, ताकि अन्य को ठगी का शिकार होने से बचाया जा सके। पुलिस इस तरह के मामलों में तुरंत एक्शन लेती है। पूर्व में एक गिरोह को पुलिस पकड़ भी चुकी है।
पुलिस के मुताबिक, आरोपी फेसबुक के जरिए अपने शिकार (पीड़ित) को चुनते हैं। उससे पहले बातचीत करते हैं और फिर लड़की बनकर कामुकता भरे मैसेज भेजते हैं। इसके बाद पीड़ित (फेसबुक यूजर) को वीडियो कॉल पर आने को कहा जाता है। गैंग मेंबर पीड़ित को एक वीडियो दिखाते हैं, जो पहले से उनके फोन में होती है और पीड़ित को ऐसा प्रतीत करवाया जाता है कि यह रियल वीडियो कॉल है। वॉयस एप के जरिए पीड़ित से बात करते हैं। पीड़ित को लगता है कि वह वास्तव में लड़कियों से लाइव बात कर रहा है। स्क्रीन पर उसकी वीडियो रिकॉर्ड हो जाती है। सोशल मीडिया पर वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर पीड़ित व्यक्ति से वसूली की जाती है और अकाउंट में पैसे डलवाए जाते हैं।
– युवती की डीपी लगे अनजान नंबर से व्हाट्सएप कॉल आए तो उसे नजरअंदाज करें।
– अगर कोई जाल में फंस जाए तो उसका अश्लील वीडियो बनाने का दावा कर युवती ब्लैकमेल करे तो पुलिस से संपर्क करें।
– आत्मघाती कदम न उठाएं, वीडियो कहीं भी वायरल नहीं होगा।
– हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें।
– नजदीकी पुलिस थाने, साइबर सेल में शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।