रात में होता है पैरों में असहनीय दर्द, हो सकती है गंभीर समस्या
पैरो में दर्द होना एक आम समस्या है। अधिक शारीरिक श्रम या थकान के कारण अक्सर लोगो के पैरो में दर्द होने लगता है। अक्सर कुछ लोगो को रात के समय पैरो में अधिक और तेज दर्द की समस्या रहती है, जो की असहनीय हो जाता है। रात में इसकी वजह से व्यक्ति सो भी नहीं पता, ऐसा दर्द किसी बीमारी का लक्षण भी सकता है।
आप भी अगर पैरो में होने वाले दर्द से आए दिन परेशान रहते है और तमाम कोशिशों के बाद भी इस दर्द से छुटकारा नही मिल पा रहा है तो सबसे पहले आपको इस दर्द के पीछे के कारण को जानना चाहिए। पैरो में दर्द किसी को कभी भी हो सकता है थकान, कमजोरी, अधिक शारीरिक श्रम या किसी बीमारी की वजह से पैसो में दर्द होना सामान्य बात है। लेकिन कुछ लोगो को ये दर्द हमेशा रात में सोते समय होता है जो इतना तेज होता है की उनकी नींद भी खुल जाती है। यहां पर हम आपको रात में होने वाले इस दर्द के कारण और उन उपायों के बारे में बताएंगे जिन्हे अपनाकर आप इस दर्द ने छुटकारा पा सकेंगे।
गलत तरह से उठना बैठना
आप कैसे बैठते हैं और किस तरह के जूते पहनते हैं इसका असर आपके पैरो पर भी पड़ता है। लंबे समय तक बैठे रहने या खड़े रहने से, ज्यादा चलने या दौड़ने से भी पैरों में दर्द हो जाता है लेकिन ये दर्द दवा खाने या सिकाई करने से जल्दी ठीक भी जाता है।
गर्भावस्था
गर्भावस्था में शरीर कैल्शियम को अलग तरह से प्रोसेस्ड करता है। कैल्शियम के स्तर में बदलाव होने के कारण पैरो में दर्द होने लगता है।
टार्सल टनल सिंड्रोम
जब आपके टखनो पर ज्यादा पर ज्यादा दबाओ पड़ता है तो इस अवस्था को टार्सल टनल सिंड्रोम कहते है , इसके साथ ही कूल्हों के पास मौजूद सिएटिक नस पर भी जब दबाव पड़ने लगता है तो पैरो में असहनीय दर्द होने लगता है। ये दर्द अक्सर रात को ही होता है।
डाइबिटीज
बढ़ा हुआ ब्लड शुगर लेवल, सेन्ट्रल नर्वस सिस्टम को नुसकान पंहुचा सकता है। जिसमे पैरो की नसे भी प्रभावित होती है , स्थिति बिगड़ने पर ये पैरो में भयंकर दर्द का कारण बन जाता है।
मॉर्टन्स न्यूरोमा
इस स्थिति में आपके पैरो की उंगलियों के आस पास की नसों में सूजन और चुभन होने लगती है जिससे पैरो में तेज दर्द शुरू हो जाता है। ये दर्द तब और बढ़ जाता है जब आप चलते है या पैरो पर किसी तरह का दबाव पड़ता है।
फाइब्रोमायल्गिया
फाइब्रोमायल्गिया एक लंबे समय तक रहने वाली बीमारी है जो तेज दर्द का कारण होती है। इस बीमारी में पैरों और शरीर के अन्य अंगों में भी दर्द होता है। कई बार बहुत श्रम करने या अंगो पर दबाव की वजह से यह स्थिति पैदा होती है। रात में अक्सर एंटी-इंफ्लेमेटरी हार्मोन ‘कार्टिसोल’ के लो हो जाने के कारण यह दर्द भयावह हो जाता है।
दर्द ने कैसे पाए निजात
कई बार पैर में होने वाले दर्द के लिए हमे दर्द के पास जाने की जरुरत नहीं पड़ती। लेकिन जब समस्या कई दिनों तक ठीक ना हो टी ऐसी स्तिथि में डॉक्टर से परामर्श जरूर लेना चाहिए। इसके साथ ही कुछ घरेलु उपाए भी आपको इस दर्द से आराम देने में सहायता कर सकते है
मसाज
किसी भी तेल से पैरो की मसाज करने से ब्लड सर्कुलेशन में सुधार तो आता ही है उसके साथ साथ नसों और मांसपेशियों पर पड़ने वाले दबाव को भी दूर करता है।
व्यायाम
कई बार अधिक चलने या जॉगिंग से पैरो में दर्द हो जाता है लेकिन लम्बे समय तक बैठे रहने से भी पैरो में दर्द होने लगता है। ऐसे में दिन में हल्की फुल्की एक्सरसाइस करने से ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है और पैरो क दर्द में भी आराम मिलता है।
हाइड्रेशन
पुरे दिन हमे पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए इससे हमारा शरीर हाइड्रेड रहता है और मांसपेसियों में होने वाली ऐठन से बचा जा सकता है। पानी हमारे शरीर फ्ल्यूड्स का फ्लो सही रखता है। जो नसों में सूजन का खतरा भी कम करता है।