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अजीब हैं इन देशों में तलाक के नियम, टाइम पर कॉफी नहीं मिलने जैसे मामूली कारणों पर बीवी दे सकती है डिवोर्स

हमारे देश में शादी के बंधन में बंधने के बाद अलग होना आसान नहीं है। अपने घरवालों और रिश्तेदारों के दस सवालों के जवाब देने के बाद देश के कानून का भी सामना करना पड़ता है। इसलिए आमतौर पर लोग पूरी कोशिश करते हैं, कि उनकी शादी लंबी चले। लेकिन कभी-कभी पति और पत्नी के बीच परिस्थितियां इतनी खराब हो जाती है, कि सब कुछ करने के बाद भी रिश्ता पटरी पर नहीं आ पाता है, और तलाक लेकर अलग हो जाना ही एक मात्र विकल्प बचता है। हर साल दूनियाभर में लाखों तलाक के आवेदन फाइल होते हैं। वैसे तो पति-पत्नी के बीच तलाक होना हर जगह बहुत आम बात है। लेकिन कुछ देश में तलाक के कानून ऐसे हैं, जो इसे थोड़ा दिलचस्प बना देते हैं।

हर देश में तलाक के लिए आवेदन के नियम अलग-अलग है, और कुछ जगह अजीब भी हैं। यहां तलाक की प्रक्रिया से लेकर इसके कारण भी ऐसे हैं, कि जिन पर एक बार में विश्वास करना बहुत लोगों के लिए मुश्किल हो जाता है। यकीन नहीं तो इन 5 देशों के डिवोर्स लॉ को ही देख लीजिए।
इस देश में ‘नो फॉल्ट डिवोर्स सिस्टम’ चलता है। जिसके मुताबिक शादीशुदा कपल को तलाक लेने के लिए एक-दूसरे की किसी भी गलती को कोर्ट में साबित करने की जरूरत नहीं है।

मगर इसके लिए कपल को 2-3 साल तक एक-दूसरे से अलग रहना पड़ता है। इसके साथ ही भविष्य में सुलह की कोई संभावना नहीं होनी चाहिए और डिपेंडेंट के लिए दोनों के बीच उचित प्रावधान होना चाहिए। बता दें कि 1995 तक इस देश में तलाक लेने पर पूरी तरह पाबंदी थी।

2004 में यहां तलाक को वैध माना गया है। यहां तलाक लेने के लिए पति-पत्नी को एक साल तक अलग रहना होता है। लेकिन अगर दोनों में से कोई एक तलाक के लिए तैयार न हो तो फिर इस पूरी प्रक्रिया में तीन साल का समय लग सकता है।

हालांकि यह समय कम भी हो सकता है, यदि पति-पत्नी में से कोई एक, दूसरे की बेवफाई, दुर्व्यवहार, समलैंगिकता, वेश्यावृत्ति, नशीली दवाओं की लत, या आपराधिक गतिविधि को साबित कर दे।

इस देश में तलाक लेना बहुत आसान है। यदि कोई शादीशुदा जोड़ा अपने रिश्ते को खत्म करना चाहता है, तो उसे बस एक पन्ने के फॉर्म पर मुहर के साथ दस्तखत करके जमा करना होता है।

इस देश में यदि किसी महिला का पति उसे रोज सुबह समय पर बढ़िया कॉफी बनाकर नहीं पिलाता है, तो वो उसे तलाक दे सकती है। इसके लिए उसे कोई भी दलील नहीं देनी पड़ती है।

इस देश में यदि कोई पति अपनी बीवी का जन्मदिन भूल जाए तो उसकी शादी खतरे में पड़ सकती है। यहां महिलाओं को यह अधिकार है कि यदि जीवनसाथी उनका बर्थडे भूल जाए तो वह उसे तलाक देकर अलग हो सकती है।

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