आईडीएफसी फर्स्ट प्राइवेट बैंकिंग और हुरुन इंडिया ने जारी किया ‘इंडियाज़ टॉप 200 सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स ऑफ द मिलेनिया 2023’ का पहला संस्करण

30 नवंबर, 2023 : आईडीएफसी फर्स्ट प्राइवेट (IDFC FIRST Private) बैंकिंग और हुरुन इंडिया (Hurun India) ने ‘आईडीएफसी फर्स्ट प्राइवेट हुरुन इंडियाज़ टॉप 200 सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स ऑफ द मिलेनिया 2023’ का पहला संस्करण लॉन्च किया। यह भारत की 200 सबसे मूल्यवान कंपनियों की सूची है, जिनकी स्थापना वर्ष 2000 या इसके बाद हुई है। इन कंपनियों की रैंकिंग उनके मूल्य के अनुसार की गई है, जिनकी व्याख्या सूचीबद्ध कंपनियों के लिए मार्केट कैपिटलाइजेशन और गैर-सूचीबद्ध कंपनियों के लिए मूल्यांकन के रूप में की गई है। इस सूची में अपना नाम दर्ज कराने की अंतिम तिथि 30 सितंबर, 2023 थी। इस सूची के लिए सिर्फ उन्हीं कंपनियों को मान्यता प्राप्त है, जिनके मुख्यालय भारत में हैं, यानि राज्य के स्वामित्व वाली कम्पनियाँ और विदेशी कंपनियों की सहायक कम्पनियाँ इसमें शामिल नहीं हैं।

श्री विकास शर्मा, हेड-वेल्थ मैनेजमेंट एंड प्राइवेट बैंकिंग, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, ने कहा, “पहली पीढ़ी के आंत्रप्रेन्योर्स, जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में मूल्यवान उद्यम स्थापित किए हैं, उन्हें हम ‘आईडीएफसी फर्स्ट प्राइवेट हुरुन इंडियाज़ टॉप 200 सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स ऑफ द मिलेनिया 2023’ के तहत मान्यता देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह सूची भारत के दूरदर्शी फाउंडर्स की अपार प्रतिभा, नवाचार और उपलब्धियों को प्रदर्शित करती है, जो देश के आंत्रप्रेन्योरियल इकोसिस्टम को नई ऊँचाइयों पर ले जाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। हुरुन इंडिया के साथ जुड़ना आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के लिए बहुत ही सम्मान की बात है, जिन्होंने काफी मेहनत और शोध करने के बाद यह सूची जारी की है।”

अनस रहमान जुनैद, एमडी और मुख्य शोधकर्ता, हुरुन इंडिया, ने कहा, “आईडीएफसी फर्स्ट प्राइवेट हुरुन इंडियाज़ टॉप 200 सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स ऑफ द मिलेनिया 2023 की सूची यह प्रदर्शित करती है कि आयु समूहों, लिंगों और स्थान की विविधता के विषय में भारतीय उद्यमिता कितनी जीवंत है। इस सूची में एक तिहाई लोग ऐसे हैं, जिनकी उम्र 40 वर्ष से कम है और वहीं सबसे अधिक बुजुर्गों की उम्र 80 वर्ष है। इस सूची में एक दिलचस्प बात यह निकलकर सामने आई है कि अपनी कम्पनियाँ शुरू करने के लिए अधिकांश फाउंडर्स की पहली पसंद बेंगलुरु है। यह हुरुन इंडिया रिच लिस्ट के बिल्कुल विपरीत है, जिसमें प्रवेशकों ने बेंगलुरु के मुकाबले मुंबई और नई दिल्ली को प्राथमिकता दी थी।”

कार्यप्रणाली

‘आईडीएफसी फर्स्ट प्राइवेट हुरुन इंडियाज़ टॉप 200 सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स ऑफ द मिलेनिया 2023’ एक प्रतिष्ठित सूची है, जो भारत में स्थित वर्ष 2000 या उसके बाद स्थापित 200 सबसे मूल्यवान कंपनियों को मान्यता देने के लिए प्रतिबद्ध है। यह सूची विशेष रूप से सेल्फ-मेड भारतीय आंत्रप्रेन्योर्स की अविश्वसनीय उपलब्धियों को उजागर करती है, जिन्होंने आधुनिक समय में सबसे मूल्यवान कंपनियों की न सिर्फ सफलतापूर्वक स्थापना की है, बल्कि उन्हें नए आयाम देने में भी योगदान दिया है। इस सूची की रैंकिंग फाउंडर्स की शुद्ध मूल्य की संपत्ति के आधार से परे फाउंडर्स द्वारा स्थापित किए गए उद्यमों के मूल्य के क्रम में की गई है।

हुरुन रिपोर्ट के शोधकर्ताओं की टीम ने देश भर की यात्रा करने के माध्यम से उद्यमियों, उद्योग विशेषज्ञों, पत्रकारों, बैंकर्स और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध डेटा के अन्य स्रोतों के साथ सम्पूर्ण जानकारी की दोतरफा जाँच की है।

सूचीबद्ध कंपनियों के लिए, मार्केट कैप अंतिम तिथि के अनुसार संबंधित कंपनियों के मूल्यों पर आधारित है। गैर-सूचीबद्ध कंपनियों के लिए, हुरुन रिसर्च का मूल्यांकन प्रचलित उद्योग गुणकों का उपयोग करके उनके सूचीबद्ध समकक्षों के साथ तुलना पर आधारित है, जैसे कि कीमत से कमाई, कीमत से बिक्री, ईवी से बिक्री, ईवी से ईबीआईटीडीए। अन्य पद्धतियों का भी उपयोग किया जाता है, जिनमें डिस्काउंटेड कैश फ्लो और टोबिन क्यू शामिल हैं। उपयोग की गई वित्तीय जानकारी नवीनतम उपलब्ध वार्षिक रिपोर्ट या ऑडिट किए गए वित्तीय विवरणों से ली गई है।

हुरुन अनुसंधान टीम ने महत्वपूर्ण फंडिंग राउंड के आधार पर नवीनतम मूल्यांकन को प्राथमिकता दी है, ताकि मूल्यांकन में स्थिरता बनाई रखी जा सके। इसके अतिरिक्त, कुछ उदाहरणों में व्यापक विश्लेषण प्रदान करने के लिए निवेशक-रिपोर्ट किए गए मार्कडाउन मूल्यांकनों पर विचार किया गया है।

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