आईवीआरआई में स्वदेशी मवेशियों से संबंधित तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
बरेली ,16 मार्च। भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के संयुक्त निदेशालय, प्रसार शिक्षा द्वारा स्वदेशी मवेशियों का पालन-पोषण और स्वच्छ ए2 दूध का उत्पादन और माइक्रो डेयरी व्यवसाय में आईओटी के अनुप्रयोगों की संभावना विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम कामधेनु अवतरण अभियान, शाहजहाँपुर द्वारा प्रायोजित था।
इस अवसर पर संस्थान के निदेशक एवं कुलपति डा. त्रिवेणी दत्त ने कहा देशी गायों के संवर्धन से डेयरी व्यवसाय में काफी मुनाफा कमाया जा सकता है क्योंकि देशी गायों से हमें ए2 मिल्क तथा घी आदि उत्पाद प्राप्त होते हैं जिनकी बहुत अधिक मांग है। डा. दत्त ने कहा कि वर्तमान परिवेक्ष में इस प्रकार के प्रशिक्षण की बहुत आवश्यकता है। उन्होने कहा कि संस्थान ने पशुपालन से सम्बन्धित बहुत ने टीके एवं नैदानिक विकसित किये हैं जिनका आप लाभ उठा सकते हैं। इसके अतिरिक्त संस्थान द्वारा सूकर की लैण्डली तथा वृदांवनी गाय की नस्ल विकसित की है इसके अतिरिक्त संस्थान बरेली के क्षेत्र में पायी जाने वाली नस्लों के विकास तथा संरक्षण का कार्य भी कर रहा है। उन्होंने पशुपालकों से कहा कि आप संस्थान के वैज्ञानिकों के सम्पर्क में रहिये तथा संस्थान द्वारा पशुधन के लिये किये जाने वाले कार्यों का लाभ लीजिये।
संस्थान की संयुक्त निदेशक प्रसार शिक्षा डा. रूपसी तिवारी ने बताया कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम कामधेनु अवतरण अभियान, शाहजहाँपुर द्वारा प्रायोजित किया गया तथा इस कार्यक्रम में कुल 18 किसानों ने भाग लिया। इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में पशुपालकों को देशी मवेशियों के क्षेत्र का महत्व और ए2 दूध का उत्पादन, देशी मवेशियों का आवास, सर्वश्रेष्ठ मवेशियों का चयन और खरीद, साल भर हरा चारा उत्पादन, देशी मवेशियों को संतुलित आहार, देशी मवेशियों में प्रजनन संबंधी समस्याएं, पशुधन फार्म में स्वच्छता बनाए रखने और रोगों को रोकने और नियंत्रण के उपाय, सूक्ष्म डेयरी व्यवसाय में आईओटी का अनुप्रयोग, डेयरी फार्म में सामान्य प्रबंधन, दुग्ध उत्पादन प्रसंस्करण और मूल्य वर्धन, जैविक दुग्ध उत्पादन, मशीन द्वारा मिलकिंग और दूध प्रसंस्करण का प्रदर्शन तथा डेयरी क्षेत्र में आईसीटी उपकरणों के उपयोग पर संस्थान के विषय विशेषज्ञों द्वारा विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी तथा प्रतिभागियों को संस्थान के केटल फार्म हारा चारा प्रषेत्र, कृषि विज्ञान केंद्र तथा वर्मी कम्पोस्ट यूनिट का भी भ्रमण कराया ।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. श्रुति द्वारा किया गया । इस अवसर पर संयुक्त निदेशालय प्रसार शिक्षा के अधिकारी गण मौजूद रहे । बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट