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आजाद के जाने से कांग्रेस हो होगा फायदा, जानिए वजह

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर (J&K) के पूर्व मुख्‍यमंत्री एवं कांग्रेस के कद्दावर नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) के कांग्रेस में इस्तीफा (Resignation) देने के लिए भगदड़ मच गई है। 51 नेताओं के इस्‍तीफा देने के बाद कांग्रेस का बड़ा झटका लगा है। अब माना जा रहा है कि रविवार को नई पार्टी का ऐलान भी हो सकता है। इन सभी नेताओं का कहना है कि वे गुलाम नबी आजाद की बनाई नई पार्टी (new party) में शामिल होंगे. ऐसे में गुलाम नबी आजाद के समर्थन में जम्मू कश्मीर में कांग्रेस और ‘आप’ के 150 से ज्यादा नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है। इन नेताओं में राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम ताराचंद भी शामिल हैं।

गुलाम नबी आजाद ने राहुल गांधी पर तीखे हमले के बाद पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. आजाद ने कहा था कि राहुल गांधी के राजनीति में आते ही पूरी कांग्रेस व्यवस्था चरमरा गई थी। गुलाम नबी आजाद ने अपनी पार्टी बनाने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं। उनका 4 सितंबर को जम्मू में एक रैली को संबोधित करने का कार्यक्रम है. कांग्रेस छोड़ने के बाद यह उनका पहला सार्वजनिक कार्यक्रम होगा. माना जा रहा है कि इस रैली के दौरान वह अपनी पार्टी का ऐलान कर सकते हैं.
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राहुल गांधी 4 सितंबर को ही दिल्ली में ‘महंगाई पर हल्ला बोल’ रैली को संबोधित करने जा रहे हैं। गुलाम नबी आजाद के कार्यक्रम से कांग्रेस का यह विरोध निश्चित तौर पर प्रभावित होगा। आजाद ने इस्तीफे के बाद कहा कि यह तो शुरुआत है। इसका मतलब यह निकाला जा रहा है कि आने वाले दिनों में उनकी तरफ से कांग्रेस पर हमले और बढ़ सकते हैं।

जम्मू-कश्मीर (J&K) में कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लग चुका है। यहां से सैकड़ों कांग्रेसी नेताओं के इस्तीफे के बाद झड़ी सी लगी है, क्‍योंकि पार्टी के कुछ पुराने और कद्दावर नेताओं ने गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) से मुलाकात की और अपने इस्‍तीफा दे दिया। जम्मू कश्मीर में पूर्व डिप्टी सीएम तारा चंद, पूर्व मंत्री माजिद वानी, मनोहर लाल शर्मा समेत 51 बडे़ नेता इस्‍तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है कि ये सभी नेता रविवार को आजाद के नेतृत्व वाली नई पार्टी जॉइन करेंगे। इस तरह गुलाम नबी आजाद के समर्थन में अब तक पार्टी के 100 से ज्यादा नेता इस्तीफा दे चुके हैं। इन नेताओं में पूर्व डिप्टी सीएम ताराचंद भी शामिल हैं।

जम्मू-कश्मीर में अगले साल चुनाव होने के कयास लग रहे हैं और गुलाम नबी आजाद के समर्थकों का कहना है कि उनकी पार्टी सभी 90 सीटों पर उतरने वाली है। जम्मू के सैनिक फार्म्स में गुलाम नबी आजाद की रैली होने जा रही है और उससे पहले जिस तरह कांग्रेसियों के इस्तीफे हो रहे हैं, उससे पार्टी के लिए केंद्र शासित प्रदेश में अपना आधार बचाने की चुनौती है। बता दें कि गुलाम नबी आजाद ने राहुल गांधी पर तीखे हमले बोलते हुए पार्टी से इस्तीफा दिया था। गुलाम नबी आजाद ने कहा था कि राहुल गांधी के सियासत में आते ही कांग्रेस का पूरा सिस्टम ध्वस्त हो गया था।

विदित हो कि लंबे वक्त से नाराज चल रहे गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने पिछले हफ्ते कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था, वे कांग्रेस के नाराज नेताओं के जी-23 गुट में भी शामिल थे। कांग्रेस में लगातार कई बदलाव की मांग करते रहने वाले जी-23 गुट के प्रमुख सदस्य रहे गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद ऐलान किया कि वे बीजेपी में शामिल नहीं होंगे, उन्होंने कहा है कि वे जम्मू कश्मीर में नई पार्टी का गठन करेंगे और विधानसभा चुनाव में उतरेंगे।

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