इसे कहते हैं पुण्य का फल! अपने बचपन में मलिन बस्ती के बच्चों को पढ़ाया… अब USA में बना ‘टीचर’
लखनऊ. लखनऊ की सड़कों पर कभी मलिन बस्ती के बच्चों को पढ़ाकर उन्हें काबिल बनाने वाले आनंद कृष्ण मिश्रा अब अमेरिका में अपनी पाठशाला लगाएंगे, क्योंकि अब अमेरिका के एक बड़े विश्वविद्यालय में दो साल के लिए उन्हें टीचिंग असिस्टेंट के तौर पर नियुक्त किया गया है.
अंजलि सिंह राजपूत/लखनऊ. लखनऊ की सड़कों पर कभी मलिन बस्ती के बच्चों को पढ़ाकर उन्हें काबिल बनाने वाले आनंद कृष्ण मिश्रा अब अमेरिका में अपनी पाठशाला लगाएंगे, क्योंकि अब अमेरिका के एक बड़े विश्वविद्यालय में दो साल के लिए उन्हें टीचिंग असिस्टेंट के तौर पर नियुक्त किया गया है.
आनंद कृष्ण मिश्रा के पिता अनूप मिश्रा ने बताया कि वह और उनकी पत्नी उन्नाव के पुलिस कंट्रोल रूम में सीनियर सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं. पहले लखनऊ के आलमबाग में रहते थे. वहीं से उनके बेटे आनंद कृष्ण मिश्रा ने ‘बाल चौपाल’ शुरू की थी और लखनऊ की अलग-अलग मलिन बस्तियों में जाकर बच्चों को पढ़ाते थे. करीब 2021 में वह यूनाइटेड स्टेट की एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी पढ़ाई के लिए गए और अब वहीं पर उन्हें दो साल के लिए नियुक्त किया गया है.
करीब सवा लाख रुपये वेतन पर उन्हें दो साल के लिए नियुक्त किया गया है. यह उपलब्धि उन्हें उनके एकेडमिक प्रदर्शन को देखते हुए यूनिवर्सिटी की ओर से दी गई है.