उद्धव ठाकरे ने शिंदे के डेढ़ साल के पोते को भी नहीं छोड़ा
मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे और सांसद श्रीकांत शिंदे ने गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक खुला पत्र लिखकर दशहरा रैली में रुद्रांश शिंदे को लेकर की गई उनकी टिप्पणी की निंदा की है। रुद्रांश शिंदे एकनाथ शिंदे के दो साल के पोते और श्रीकांत शिंदे के बेटे हैं। श्रीकांत ने लिखा, “मेरा आपको यह पत्र एक मुख्यमंत्री के बेटे की तरफ से नहीं, बल्कि यह पत्र रुद्रांश शिंदे के पिता की तरफ से है।”
उद्धव ठाकरे ने कहा था कि एकनाथ शिंदे का बेटा (श्रीकांत) बव्वा (बिगड़ैल बच्चा) है और उनके पोते रुद्रांश की नजर पार्षद पद पर है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री को जवाब देते हुए श्रीकांत ने लिखा, “उद्धवजी मेरे पिता राज्य के मुख्यमंत्री हैं और मैं एक सांसद हूं। हम मांस, खून और भावनाओं के साथ एक इंसान भी हैं। क्या आपको पता है कि कल आपके बयान से हमारा परिवार कितना हैरान था? कल आपने जो कहा उसे सुनकर बच्चे की मां और दादी बेहद आहत हुईं। उनकी आंखों में आंसू आ गए।”
उन्होंने लिखा, “वे सोच रहे हैं कि एक राजनेता एक बच्चे के बारे में ऐसी बातें कैसे कह सकता है। मेरे पास इसका जवाब नहीं है। क्या कोई सभ्य और संवेदनशील व्यक्ति ऐसा कह सकता है? जिस परिवार के लिए हमने अपने प्राणों की आहुति दी, यह हमारे लिए कितना दुखदायी होगा यदि उसी परिवार का कोई प्रमुख सदस्य हमारे नन्हे-मुन्नों के बारे में ऐसी टिप्पणी करे।”
उन्होंने कहा, “उद्धव जी आप भी भविष्य में दादा बनेंगे। आपका और आपके परिवार का क्या होगा यदि कोई आपके पोते के बारे में कहे जो आपने कल कहा था?” श्रीकांत ने बालासाहेब ठाकरे और उद्धव के बीच तुलना करते हुए लिखा, “बालासाहेब भी विपक्ष पर टिप्पणी करते थे, लेकिन वह कभी इतना नीचे नहीं गिरे।”