कन्नौज मुठभेड में शहीद मुज़फ्फरनगर के सिपाही सचिन राठी का शव देख फ़ुट फ़ुट कर रोई मंगेतर, कंधा दे बोली-विधवा बनकर जिऊंगी
कन्नौज। सिपाही सचिन की शहादत पर उनकी मंगेतर चीखकर रो पड़ी। पोस्टमार्टम हाउस में चिल्लाकर बोली-‘मैं भी सचिन के साथ जाऊंगी,पांच फरवरी को हमारी शादी है।’ वह पूछती रही पैर में गोली लगने से सचिन कैसे मर सकता है। पार्थिव शरीर वाहन से उतारा गया तो बोली-‘मैं भी उसके साथ जाऊंगी, उसे नीचे नहीं उतारा तो गाड़ी से कूद जाऊंगी। उसकी हालत देख परिजनों को उसे संभालना मुश्किल हो गया था।
शव को कंधा देते हुए वह बोली कि अब सचिन की विधवा बनकर जिऊंगी। सचिन की मंगेतर भी पुलिस महकमे में है। गोली लगने की खबर के बाद वह रात में ही सौ शैय्या अस्पताल पहुंच गई थी। डॉक्टरों के कानपुर रेफर करने पर वह भी साथ गई। क्या पता था कि जिसकी वह जीवन संगिनी बनने वाली थी वह नहीं रहेगा। सचिन की मौत ने उसे हिला कर रख दिया। इसके बाद वह उसके साथ ही रही और पोस्टमार्टम के बाद पार्थिव शरीर के साथ पुलिस लाइन पहुंची।
सचिन को एक दिन पहले कन्नौज के धरनीधरपुर नगरिया गांव में चार घंटे चली मुठभेड़ में उन्हें हिस्ट्रीशीटर अशोक कुमार उर्फ मुन्ना यादव की गोली लगी थी। कानपुर में इलाज के दौरान सोमवार रात करीब एक बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। डॉक्टरों के मुताबिक, अधिक रक्तस्राव के चलते उन्हें बचाया नहीं जा सका। पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर कुनबे पर हत्या समेत कई संगीन धाराओं में दो मुकदमे दर्ज कराए हैं। वहीं, पत्नी को जेल भेज दिया गया है।
मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना थाने के गांव शाहडब्बर के रहने वाले सचिन राठी 16 मई 2019 को पुलिस में भर्ती हुए थे। उनकी पहली नियुक्ति कन्नौज में ही हुई थी और पिछले छह महीने से विशुनगढ़ थाने में तैनात थे। सोमवार शाम टीम के साथ हिस्ट्रीशीटर की गिरफ्तारी के लिए धरनीधरपुर नगरिया पहुंचे थे। अचानक फायरिंग में सचिन की जांघ में गोली लगी थी।
नसों को चीरते हुए हड़्डी में घुस गई थी गोली, पोस्टमार्टम बिधनू सीएचसी के डॉक्टर राजेश सिंह ने किया। रिपोर्ट के मुताबिक अधिक खून बहने से मौत हुई। गोली सचिन की दायीं जांघ की नसों को चीरते हुए हड्डी में जा धंसी थी। इसी वजह से अधिक रक्तस्राव हो गया। शरीर पर कोई गंभीर चोट के निशान नहीं मिले। पीठ और हाथ में कुछ मामूली खरोंचे मिली हैं।
शव देख पिता हो गए बदहवास, उठाए सवाल,सचिन के पिता कुछ रिश्तेदारों के साथ पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। बेटे के शव को देखकर वह बदहवास हो गये। बेटे की मौत पर पुलिस अफसरों से नाराजगी जताई। कई सवाल उठाए। उनका कहना था कि अगर इतना दुर्दांत अपराधी पुलिस को पकड़ना था तो पूरी तैयारी से जाना चाहिए था। अफसर थोड़ी संजीदगी दिखाते तो उनका बेटा जिंदा होता।
परिजनों के मुताबिक सचिन राठी की शादी 5 फरवरी 2024 को होनी तय हुई थी। शादी से महज 40 दिन पहले सचिन की मौत ने कोमल को झकझोर कर रख दिया। मौत की जानकारी पर वह सर्वोदय नगर स्थित निजी अस्पताल पहुंची। जहां बदहवास हो गई। किसी तरह परिजनों ने उसे समझाकर शांत किया
सुबह शव देखते ही चीख-चीखकर रोने लगी। पोस्टमार्टम हाउस में भी वह होने वाले पति के शव को देखने की जिद करती रही। किसी तरह परिजनों ने उसे संभाला। शव पोस्टमार्टम से निकलते ही वह फिर चीखने लगी। वह पूछ रही थी कि आरोपित के गोली चलाते वक्त पुलिस कहां थी? पांच फरवरी को हमारी शादी है।