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कभी चप्पल खरीदने को नहीं थे पैसे, 50 रुपये में काट दी जवानी, आज चला रहे 2500 करोड़ की कंपनी

दिल्ली. थायरोकेयर (Thyrocare) के फाउंडर डाॅ ए वेलुमणि (Dr A. Velumani) की कुछ तस्वीरें इंटरनेट पर वायरल हो रही हैं. सोशल मीडिया पर लोग वेलूमनी की सादगी भरे अंदाज की खूब तारीफ कर रहे हैं. दरअसल, डायग्नोस्टिक लैब चेन टाइकून ए वेलूमनी ने हाल ही में मुंबई के लोकल ट्रेन से सफर करते हुए अपनी कुछ तस्वीरें ट्विटर पर पोस्ट की थीं, जिसके बाद वह वायरल हो गईं.

वेलुमणि ने ये बताने की कोशिश की है कि ट्रेन से सफर कितना सस्ता होता है और टाइम की बचत भी होती है. उन्होंने एक पोस्ट में अपनी तस्वीर साझा करते हुए लिखा कि मुंबई में टैक्सी का किराया महंगा हो गया है, अगर आप समय बचाना चाहते हैं तो लोकल ट्रेन में सफर कर सकते हैं. उन्होंने यह भी लिखा कि कार से मैं 70 मिनट में पहुंचता, लेकिन लोकल ट्रेन से केवल 18 मिनट लगते हैं. जानकारी के अनुसार, वेलूमनी मुंबई से बोरीवली जाने के लिए लोकल ट्रेन में सफर कर रहे थे.

बता दें कि आज 2500 करोड़ रुपये की कंपनी के मालिक डाॅ ए वेलुमणि का बचपन काफी गरीबी में गुजरा था. वेलुमणि के पिता एक भूमिहीन किसान थे. गरीबी इतनी थी कि वेलूमनी और उनके भाई-बहनों को पैंट और चप्पल जैसे न्यूनतम कपड़े खरीदने के लिए भी संघर्ष करना पड़ा था. वे अपनी मां द्वारा कमाए गए महज 50 रुपये प्रति सप्ताह पर बड़े हुए.

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