कहां भारत, कहां हम… पाकिस्तानी रक्षा मंत्री का छलका दर्द, बोले- इंडिया एक बड़ा बाजार, हम कमजोर अर्थव्यवस्था!

इस्लामाबाद : पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि अमेरिका की ओर से भारत के साथ संबंधों को गहरा करने से इस्लामाबाद को ‘कोई समस्या नहीं है’, बशर्ते इससे पाकिस्तान को कोई नुकसान ना हो। मीडिया में शनिवार को आई खबरों में यह जानकारी दी गई है। अमेरिकी मैग्जीन न्यूजवीक के साथ एक इंटरव्यू में रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि भारत 1.3 अरब से अधिक लोगों का एक बहुत बड़ा बाजार है। गौरतलब है कि पाकिस्तान की यह टिप्पणी अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के न्योते पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 20 जून की आधिकारिक अमेरिका यात्रा से पहले आई है।

इस यात्रा के दौरान अमेरिका और भारत के बीच स्वास्थ्य, तकनीक, नवीकरणीय ऊर्जा, शिक्षा और रक्षा… इन पांच महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर चर्चा होगी। रक्षा मंत्री ने भारत की ओर से अमेरिका के साथ संबंधों को मजबूत किए जाने के संबंध में एक सवाल का जवाब देते हुए ये बातें कहीं। उनका इस संबंध में इंटरव्यू शनिवार को ‘न्यूज वीक’ में प्रकाशित हुआ है। आसिफ ने कहा, ‘मुझे लगता है कि अमेरिका के भारत के साथ साझेदारी बढ़ाने से हमें कोई दिक्कत नहीं है, अगर इससे पाकिस्तान को कोई नुकसान नहीं पहुंचता है तो।’

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पड़ोसियों और क्षेत्रीय साझेदारों के अच्छे संबंध चाहता है। उन्होंने कहा, ‘हमारी चीन के साथ साझा सीमा है, हमारी अफगानिस्तान, ईरान, भारत के साथ साझा सीमा है। अगर संबंध अच्छे नहीं हैं तो, हम उनके साथ अपने संबंधों को बेहतर बनाना चाहेंगे। हम शांति से जीना चाहते हैं। अगर शांति नहीं है तो हम कभी भी अपनी अर्थव्यवस्था को बेहतर नहीं बना सकते हैं।’

ख्वाजा आसिफ ने कहा कि भारत 1.3 बिलियन से अधिक लोगों का एक बहुत बड़ा बाजार है। दुनिया में हर जगह, अन्य बड़ी अर्थव्यवस्थाएं उन्हें भागीदार बनाना चाहती हैं। लेकिन पाकिस्तान बहुत बड़ी अर्थव्यवस्था नहीं है। यह एक कमजोर अर्थव्यवस्था है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को ऐसी स्थिति में नहीं धकेला जाना चाहिए जहां उन्हें कुछ बहुत कठिन विकल्प चुनने पड़ें।

 

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया The Lucknow Tribune के  Facebook  पेज को Like व Twitter पर Follow करना न भूलें... -------------------------
E-Paper