करवा चौथ पर सुहागिन महिलाएं भूलकर भी ना करें ऐसी भूल, व्रत के दौरान जरूर रखें इन बातों का ध्यान
करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद खास होता है। इस व्रत को सुहागिन महिलाएं अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए रखती हैं। साथ ही इस दौरान महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं और शाम के समय गौरी-गणेश की विधिवत पूजा करती हैं। हलांकि कई बाद ना चाहते हुए भी महिलाएं इस व्रत में कुछ ऐसी गलतियां कर बैठती हैं, जो कि अखंड सौभाग्य की प्राप्ति में बाधक बनती हैं। ऐसे में करवा चौथ व्रत के दौरान सुहागिन महिलाओं को किन गलतियों को करने से बचना चाहिए, इसके बारे में जानते हैं।
व्रत नियम के मुताबिक, करवा चौथ व्रत में सफेद वस्तुओं का इस्तेमाल करना निषेध हैं। ऐसे में करवा चौथ व्रत के दौरान व्रती महिलाओं को दूध, दही, सफेद कपड़े इत्यादि का इस्तेमाल नहीं करनी चाहिए और नहीं ऐसी चीजों को किसी को उपहार स्वरूप देना चाहिए।
वैसे तो करवा चौथ व्रत का समापन चंद्र दर्शन के बाद ही होता है। लेकिन क्या आप जानती हैं कि इस दिन चांद को नंगी आखों के नहीं देखना चाहिए? दरअसल धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन सुहागिन व्रती महिलाओं को नंगी आंखों के चंद्र दर्शन नहीं करने चाहिए। इस दिन चंद्र का दर्शन छलनी के माध्यम से ही किया जाता है।
पौराणिक मान्यता के अनुसार, करवा चौथ व्रत के दिन सुहागिन महिलाओं को किसी की बुजुर्ग महिला का अपमान भूल से भी नहीं करना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से व्रत अधूर ही रह जाता है। इस दौरान किए गए सारे धार्मिक कार्य निष्फल हो जाते हैं। ऐसे में व्रती महिलाओं को करवा चौथ के दिन इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए।
करवा चौथ व्रत की पूजा के बाद चंद्र दर्शन के बाद ही पति का चेहरा देखने की परंपरा है। ऐसे में इस बात को ध्यान में रखकर और पति के हाथों से जल पीकर, कुछ मीठा खाकर ही व्रत का पारण करना चाहिए। ऐसा करना व्रत के फल को दोगुना कर देता है।