गंभीर परिणाम दे सकती है फैटी लिवर की समस्या, बचने के लिए फॉलो करें ये टिप्स

 


नई दिल्ली। फैटी लिवर रोग एक ऐसी स्थिति है जो तब होती है जब लिवर में अतिरिक्त वसा जमा हो जाती है। ऐसे में अगर इसपर ध्यान ना दिया जाए या फिर अनुपचारित छोड़ दिया जाए तो इससे सूजन, जख्म या फिर लिवर खराब होने की स्थिती हो सकती है। ऐसा आमतौर पर मोटापे, टाइप 2 डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर से जुड़ी स्थिती से होता है, लेकिन यह उन लोगों को भी प्रभावित कर सकता है जिनका वजन अधिक नहीं है।

वैसे भी आज के मॉडर्न लाइफस्टाइल में फैटी लिवर की बीमारी अधिक आम होती जा रही है और एक अनुमान के मुताबिक दुनिया में 25% लोगों की यह स्थिति है। लेकिन अच्छी बात यह है कि फैट के कारण होने वाली इस बीमारी को रोकने और उसका इलाज करने के लिए आप बहुत कुछ कर सकते हैं। चलिए जानते हैं कि फैटी लिवर की बीमारी से बचने के लिए आप क्या-क्या उपाय कर सकते हैं।

फैटी लिवर को रोकने के लिए आप जो सबसे महत्वपूर्ण काम कर सकते हैं उनमें से एक है स्वस्थ वजन बनाए रखना। अधिक वजन या मोटापा होना इस स्थिति के लिए एक प्रमुख जोखिम कारक हो सकता है। स्वस्थ वजन बनाए रखने के लिए, आपको संतुलित आहार खाना चाहिए, नियमित व्यायाम करना चाहिए और अपने आदर्श कैलोरी से अधिक का सेवन करने से बचना चाहिए।

आहार हमारे जीवन का आधार है। हम जैसा खाते हैं हमारा शरीर भी वैसा ही बन जाता है। ऐसे में फैटी लिवर के रोग में खाना महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसलिए हमें सैचुरेटेड फैट, ट्रांस फैट और अतिरिक्त शुगर में आपको तुरंत कटौती करनी चाहिए। स्वस्थ आहार खाने से आपके फैटी लिवर की स्थिति को रोकने में मदद मिल सकती है। खूब फल, सब्जियां, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन और हेल्दी फैट के सेवन पर ध्यान दें।

स्वस्थ वजन बनाए रखने और फैटी लिवर के रोग को रोकने के लिए नियमित व्यायाम आवश्यक है। व्यायाम इंसुलिन प्रतिरोध, सूजन और स्थिति से जुड़े अन्य जोखिम कारकों को कम करने में मदद कर सकता है। प्रति सप्ताह कम से कम 150 मिनट का व्यायाम आपको तमाम विकारों से बचा सकता है।

फैटी लिवर की बीमारी में शराब का बहुत बड़ा हाथ होता है। बहुत अधिक शराब का सेवन करने से गुर्दे में सूजन और डैमेज की समस्या हो सकती है। अगर आप शराब पीना चुनते हैं, तो इसकी मात्रा कम कर दें।

मधुमेह वाले लोगों को फैटी लिवर रोग विकसित होने का अधिक खतरा होता है। अपने रक्त शर्करा के स्तर में नियंत्रण में रखने से स्थिति को रोकने में मदद मिल सकती है। अगर आपको डायबिटीज है, तो अपने ब्लड शुगर लेवल को प्रबंधित करने की योजना बनाएं और अपने स्वास्थ्य पर काम करें।

हाई कोलेस्ट्रॉल का स्तर फैटी लिवर का जोखिम बढ़ा सकता है। इसलिए हेल्दी डाइट, नियमित व्यायाम और निर्धारित दवा की मदद से आप अपना कोलेस्ट्रॉल लेवल कम कर सकते हैं, जिससे आपको फैटी लिवर के रोग से बचने में मदद मिल सकती है। फैटी लिवर एक सामान्य स्थिति है जिसे स्वस्थ जीवन शैली अपनाकर रोका जा सकता है। लेकिन अगर आपको इससे कोई गंभीर समस्या आ रही है तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

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