चेहरा देखकर योजनाओं का लाभ देती थीं पूर्व की सरकारें, BJP के अनुसूचित वर्ग महासम्मेलन में बोले सीएम योगी
गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अनुसूचित वर्ग को विश्वास दिलाया कि डबल इंजन सरकार उन्हें आगे बढ़ने का हर अवसर प्रदान करेगी। अनुसूचित जाति का युवा देश-दुनिया के किसी भी बड़े शिक्षा संस्थान में पढ़ने जाएगा तो सरकार उसे छात्रवृत्ति देगी। गरीबों, वंचितों को मिल रहे योजनाओं के लाभ को बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का माध्यम बताते हुए पूर्ववर्ती सरकारों पर हमला बोला।
सीएम योगी ने कहा कि 2014 के पूर्व की सरकारें जाति, मत, मजहब और चेहरा देखकर योजनाओं का लाभ देती थीं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में हर गरीब, वंचित, दलित, महिला, नौजवान व अन्नदाता किसान को बिना भेदभाव विकास योजनाओं का लाभ मिल रहा है। इनके लाभार्थियों में अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों की बड़ी भागीदारी है।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को 271 करोड़ रुपये की लागत वाली 140 विकास परियोजनाओं के लोकार्पण-शिलान्यास समारोह और भाजपा के क्षेत्रीय अनुसूचित वर्ग महासम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। महर्षि वाल्मीकि समेत प्राचीन, वैदिक, मध्य व आधुनिक काल के दलित महापुरुषों को नमन करने के साथ मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने तय किया है, हर जनपद में अनुसूचित जाति और जनजाति के बच्चों को अभ्युदय कोचिंग के माध्यम से प्रतियोगी परीक्षाओं में आगे बढ़ने का अवसर प्रदान किया जाएगा। कोई भी अपने आप को उपेक्षित महसूस नहीं कर पाएगा। उच्च शिक्षा के लिए बड़े संस्थान में पढ़ने जाने वाले अनुसूचित जाति के युवाओं के लिए लखनऊ में बाबा साहब आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र के निर्माण का कार्य युद्ध स्तर पर आगे बढ़ रहा है।
चंपा देवी पार्क में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश, प्रदेश में व्यापक परिवर्तन आया है। हर व्यक्ति मत, पंथ, जाति, मजहब से ऊपर उठकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार और कृतज्ञता ज्ञापित करने के लिए पूरी तत्परता के साथ खड़ा है। 26 नवंबर को बाबा साहब ने संविधान को लिखने का कार्य पूरा किया था और इस तिथि को प्रधानमंत्री ने संविधान दिवस के रूप में मनाना शुरू किया है।
पीएम मोदी ने डा. आंबेडकर के प्रति भावों को व्यक्त करने के लिए उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को दुनिया के सामने लाने का सशक्त माध्यम प्रदान किया है। वह बाबा साहब से जुड़े पावन स्थलों को आने वाली पीढ़ी की प्रेरणा के लिए तीर्थ के रूप में स्थापित कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने 15 नवंबर को जनजाति दिवस मनाने की भी बात कही। सम्मेलन को केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी, केंद्रीय आवास राज्यमंत्री कौशल किशोर, प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, समाज कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण, राज्यमंत्री विजयलक्ष्मी गौतम व सांसद रविकिशन शुक्ल ने भी संबोधित किया।
यूरोप का विकास माडल यूपी पर कारगर हो, यह जरूरी नहीं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिग्विजयनाथ पीजी कालेज में ‘पर्यावरण, प्रौद्योगिकी और सतत ग्रामीण विकास’ विषय पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन किया। कहा कि विकास का कोई भी माडल परिस्थितिजन्य होता है। जरूरी नहीं कि यूरोप का विकास माडल वहां कारगर हुआ तो वह उत्तर प्रदेश में भी कारगर हो। ऐसे में स्थानीय परिस्थितियों को ध्यान में रखकर ही विकास की योजनाएं बनाने की जरूरत है। ऐसा न करने पर पर्यावरण संरक्षण संभव नहीं हो सकेगा। जल प्रदूषण पर नियंत्रण और जल संरक्षण के लिए नमामि गंगे परियोजना और पंजाब के संत सींचेवाल माडल का उल्लेख करते हुए कहा कि परियोजना लागू होने के बाद गंगा की निर्मलता बढ़ी है। गांगेय डाल्फिन फिर से दिखाई दे रही हैं।