जिद और जुनून की कहानी, 39 बार खारिज होने के बावजूद गूगल में पाई नौकरी

नई दिल्ली: ‘जिद और पागलपन के बीच एक महीन सी लकीर होती है। मैं अब भी यह पता लगाने की कोशिश कर रहा हूं कि मुझमें इन दोनों में से क्या है।’ यह कहना है टायलर कोहेन का। आप सोच रहेंगे यह व्यक्ति कौन हैं। टायलर वो शख्स हैं, जिन्होंने 39 बार खारिज होने के बाद भी हार नहीं मानी और दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में एक गूगल में नौकरी करने का सपना पूरा करने के लिए फिर आवेदन दिया। 40वीं बार में उन्हें सफलता मिल ही गई। टायलर की जिद और जुनून की कहानी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है।

अमेरिकी फूड डिलीवरी कंपनी डोरडैश में एसोसिएट मैनेजर, स्ट्रैटेजी एंड ऑपरेशन टायलर कोहेन अब भी इस बात का पता लगा रहे हैं कि वो कौन हैं? गूगल ने उन्हें 39 बार क्यों खारिज किया? उनका कहना है कि एक समय ऐसा भी आया जब वह खुद को पागल समझने लगे थे। इसके बावजूद वह लगातार दुनिया की इस दिग्गज कंपनी में नौकरी के लिए आवेदन देते रहे। लिंक्डइन पर डाली अपनी पोस्ट के साथ कोहेन ने एक स्क्रीनॉट भी शेयर किया है। इसके अनुसार उन्होंने 25 अगस्त 2019 को गूगल में पहली बार आवेदन दिया था। 19 जुलाई 2022 को गूगल ने नौकरी देने की जानकारी थी। सोशल मीडिया पर टायलर के पोस्ट पर बधाई देने के साथ कई यूजर अपने अनुभव भी साझा कर रहे हैं। एक ने लिखा, अमेजन ने नौकरी देने से पहले मुझे 120 बार नकारा।

गूगल ने कहा, कैसी यात्रा

लिंक्डिन पर कोहेन के पोस्ट को 40 हजार से ज्यादा लोगों ने लाइक किया और 900 से ज्यादा लोगों ने कमेंट किया है। लगभग 400 यूजर ने इसे शेयर भी किया। गूगल ने भी इस पोस्ट पर एक बेहतरीन कमेंट किया है। गूगल ने कहा, ‘ये कैसी यात्रा रही है, टायलर! सच में ये एक समय ही रहा होगा।’

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