नासिर हुसैन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कार्यक्रम को ‘मजाक’ करार दिया
लंदन: इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के व्यस्त कार्यक्रम की आलोचना करते हुए इसे ‘खिलाड़ियों के लिए काफी थका देने वाला’ करार दिया। हुसैन की यह प्रतिक्रिया इंग्लैंड को 2019 में विश्व कप का खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले हरफनमौला बेन स्टोक्स के एकदिवसीय प्रारूप से संन्यास की घोषणा करने के बाद आयी है।
टेस्ट टीम के 31 साल के कप्तान स्टोक्स ने एकदिवसीय प्रारूप से संन्यास की घोषणा करते हुए कहा कि उनके लिए तीनों प्रारूपों में खेलना ‘संभव’ नहीं है। हुसैन ने ‘स्काई स्पोर्ट्स’ के लिए अपने कॉलम में स्टोक्स का जिक्र करते हुए लिखा, ‘‘यह निराशाजनक है। इससे यह पता चलता है कि अभी क्रिकेट कार्यक्रम कैसा है। यह खिलाड़ियों के लिए थका देना वाला है।”
उन्होंने कहा, ‘‘अगर आईसीसी अपने क्रिकेट कार्यक्रम बनायेगा और विभिन्न क्रिकेट बोर्ड इसके बचे हुए समय में अपने टूर्नामेंटों का आयोजन करेंगे तो खिलाड़ी लंबे समय तक नहीं खेल पायेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘स्टोक्स ने महज 31 साल की उम्र में एक प्रारूप को अलविदा कह दिया, यह सही नहीं हो सकता। क्रिकेट कार्यक्रम पर नजर दौड़ाने की जरूरत है। मौजूदा समय में यह मजाक की तरह है।”
हुसैन ने कहा, ‘‘मेरे लिए उनके संन्यास के बारे में सुनना आश्चर्यजनक था। उन्होंने 2019 में टीम को सबसे बड़ी सफलता दिलायी। अगर आप मुझ से इस टीम से एक खिलाड़ी को चुनने के लिए कहेंगे तो स्टोक्स सबसे बड़े मैच विजेता हैं। स्टोक्स ने हालांकि 2019 विश्व कप के बाद सिर्फ नौ एकदिवसीय मैच खेले हैं। वह चोट, मानसिक स्वास्थ्य ब्रेक और कार्यभार प्रबंधन के तहत लंबे समय तक टीम से बाहर रहे।
इंग्लैंड के एक और पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने कहा कि खिलाड़ियों के बोझ को कम करने के लिए टीमों को द्विपक्षीय श्रृंखलाओं में कटौती करनी होगी। उन्होंने कहा, ‘‘ दुनियाभर के क्रिकेट बोर्ड अगर अपनी लीग क्रिकेट का आयोजन करेंगे तो द्विपक्षीय एकदिवसीय और टी20 श्रृंखलाओं को खत्म करना होगा।”