निक्की के पास आशीष की कार लेकर गया था साहिल, दोनों के घरवालों को पता था…
नई दिल्ली। दिल्ली के बाबा हरिदास नगर के मित्राऊं गांव में हुए निक्की यादव हत्याकांड मामले में दिल्ली पुलिस की जांच में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। ताजा जानकारी के मुताबिक, हत्यारोपित साहिल गहलोत अपने चचेरे भाई आशीष की कार लेकर निक्की के फ्लैट पर आया था।
बिंदापुर से निकलकर साहिल व निक्की पहले निजामुद्दीन गए। वहां से घूमते हुए सुबह आठ बजे दोनों आनंद विहार बस अड्डा पहुंचे और नौ बजे निगम बोध घाट की पार्किंग में आ गए। वहां नौ से दस बजे के बीच साहिल ने मोबाइल केबल के तार से निक्की की गला घोंटकर हत्या कर दी और शव को पहले वहीं यमुना में फेंकना चाहा।
मौका न मिल पाने व पकड़े जाने के डर से उसने फिर प्लान बदल लिया और मित्राऊं के लिए निकल पड़ा। इस दौरान साहिल के दोनों भाई व दोनों दोस्त लगातार उसके संपर्क में रहे। चारों साहिल को नहीं घबराने का हौसला देते रहे। पश्चिम विहार में सुनसान जगह पहुंचने पर चारों एक अन्य कार से साहिल के पास आए और सभी एक साथ मित्राऊं गांव के खाली प्लाट पर बने खाओ पियो ढाबा पहुंचे।
वहां फ्रिज खाली करके सभी ने निक्की का शव उसमें छिपा दिया। इसके बाद साहिल जब अंदर कपड़े बदलने लगा तो चारों ढाबे के बाहर आकर खड़े हो गए। वीरेंद्र गहलोत भी इस दौरान लगातार संपर्क में था। उसके बाद सभी शादी के लिए अपने घर आ गए।
साहिल ने पुलिस को बताया कि कुछ साल तक लिव-इन में रहने के बाद वर्ष 2020 में उसने निक्की से आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली थी। साहिल व निक्की दोनों के घरवालों को यह बात पता थी। इसके बावजूद साहिल के पिता वीरेंद्र गहलोत ने उसकी दूसरी शादी तय कर दी। निक्की को यह पता चला तो दोनों में झगड़ा होने लगा। साहिल ने कुछ समय के लिए निक्की के पास रहना बंद कर दिया था।
निक्की ने कुछ दिनों के लिए अपनी छोटी बहन को अपने पास बुला लिया था। नौ फरवरी को सगाई करने के बाद साहिल रात एक बजे बिंदापुर स्थित निक्की के फ्लैट पर पहुंचा था। वहां उसकी छोटी बहन को देखकर साहिल घर में निक्की की हत्या नहीं कर पाया। काफी मनाने के बाद हिमाचल प्रदेश घुमाने के बहाने साहिल 10 फरवरी की सुबह छह बजे निक्की को कार से लेकर निकल गया।