नुक्कड़ नाटक “मित्र पुलिस” का मंचन
लखनऊ: 1959 में भारत चीन की सीमा पर देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गए पुलिस जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा शहीद स्मारक, महात्मा गांधी मार्ग, लखनऊ पर नुक्कड़ नाटक “मित्र पुलिस” का मंचन किया गया| नाटक में कलाकारों द्वारा देश व समाज की रक्षा हेतु पुलिस जवानों के योगदान को दिखाया गया तथा पुलिसकर्मियों के जज्बे व सेवा भावना को नमन किया गया|
नुक्कड़ नाटक की शुरुआत राष्ट्रगान से हुई तत्पश्चात कुशल एवं मझे हुए कलाकारों ने नुक्कड़ नाटक “मित्र पुलिस” का मंचन किया, जिसमें एक मध्यम वर्गीय परिवार की कहानी दिखाते हुए यह बताया गया कि किस तरह एक लड़की शोहदो के डर से कॉलेज जाने से डरती है एवं उसकी मां उसके पिताजी से यह बात बताती है| उसके पिताजी व उनका मित्र समस्या के समाधान हेतु पुलिस बुलाने की बात करते हैं लेकिन उसकी मां समाज की बदनामी से डरती है| तब पिताजी और उनके मित्र मां को समझाते हैं कि किस तरह पुलिस अब मित्र पुलिस की तरह कार्य करती है तथा लड़कियों और महिलाओं की पहचान छुपा कर अपराधी को खोज निकालती है|
हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित इस नाटक में बताया गया कि हमें पुलिस को अपना मित्र समझना चाहिए क्योंकि समाज और देश में फैले हुए अपराधों से लड़कर पुलिस ही हमारी जान की रक्षा करती है|
नुक्कड़ नाटक “मित्र पुलिस” में विपिन कुमार ने सूत्रधार, रामनरेश मौर्य ने ज्ञानी, अंकुर सक्सेना ने बतासे वाला, तान्या तिवारी ने बिटिया, तथा शिल्पा श्रीवास्तव ने मां एवं इंस्पेक्टर का किरदार निभा कर लोगों को पुलिस पर विश्वास करने एवं उनकी सहायता करने की गहरी सीख दी|