पर्सनल लॉ के जरिए तालिबानी शासन लाना चाहती है सपा, सीएम योगी का अखिलेश पर तीखा हमला
लखनऊ: सीएम योगी आदित्यनाथ मंगलवार को मिर्जापुर पहुंचे। यहां उन्होंने एनडीए प्रत्याशी अपना दल (एस) की अनुप्रिया पटेल के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि पसर्नल लॉ के जरिए सपा तालिबानी शासन लाना चाहती है। केंद्र में कांग्रेस और प्रदेश में सपा की सरकार होती तो अयोध्या में प्रभु श्रीराम कभी नहीं विराजते। देश और प्रदेश को आगे ले जाने के लिए केंद्र में एनडीए की सरकार फिर से जरूरी है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस और सपा को घेरते हुए कहा कि मुस्लिमों को आरक्षण देने के लिए ये लोग एससी, एसटी और ओबीसी के हक पर डाका डालते हुए संविधान बदलना चाहते हैं। सपा तो पर्सनल लॉ के जरिए तालिबानी शासन लाना चाहती है। जिसका मतलब है कि आपकी बहू और बेटियां घरों में कैद हो जाएंगी। बिना मुंह ढंके बाहर निकल नहीं पाएंगी। बेटियों का स्कूल और कॉलेज जाना बंद हो जाएगा। कहा कि कांग्रेस और सपा पाकिस्तान के मोह में फंसे हैं। जिसे पाकिस्तान से मोह है तो वह वहां जाएं।
माफियाओं और गुंडों का रामनाम सत्य कर दिया
योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार ने प्रदेश में माफियाओं और गुंडों का रामनाम सत्य कर दिया। सपा राम भक्तों पर गोली चलाती है तो दूसरी ओर माफियाओं के यहां मातम में जाती है। इनकी सरकार में पीएसी की 54 कंपनी खत्म कर दी गई। हमारी सरकार आई तो उसे बहाल कर दिया गया। आप जानते हैं न कि जहां भी दंगा होता है वहां पीएसी कैसे दंगा शांत करती है। लोग कहते हैं कि बाबा आपने पीएसी भेज दी तो बुलडोजर भी भेज देते।
यह चुनाव रामभक्तों और रामद्रोहियों के बीच: योगी
सीएम योगी मंगलवार को गोरखपुर के कैंपियारगंज भी पहुंचे। यहां भाजपा प्रत्याशी रवि किशन के समर्थन में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि लोकसभा का यह चुनाव रामभक्तों और रामद्रोहियों के बीच है। रामभक्त सरकार देश में विकास, सुरक्षा, सद्भाव की बात करती है। तो वहीं रामद्रोही संविधान में छेड़छाड़ कर मुसलमानों को दलितों और पिछड़ों का आरक्षण लूटने की बात करते थे। बकौल सीएम, एक तरफ भगवान राम को नकारने वाले, रामभक्तों पर गोली चलवाने वाले लोग हैं तो दूसरी तरह पांच सौ वर्षों की प्रतीक्षा समाप्त कराकर रामलला को उनके भव्य मंदिर में विराजमान कराने वाले लोग हैं। राम मंदिर सनातन आस्था का प्रतीक है। इसलिए तुष्टिकरण की राह पर चलने वाली कांग्रेस और सपा को देश की जनता वहां पहुंचा देगी, जहां उनका कोई नामलेवा नहीं होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह धरती पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह और ब्रह्मलीन अवेद्यनाथ की कर्मभूमि है। वीर बहादुर सिंह के मुख्यमंत्री रहते ही अयोध्या में राम मंदिर का ताला खुला था। लेकिन कांग्रेस की सरकार को यह अच्छा नहीं लगा। इसके बाद वीर बहादुर सिंह हटा दिया गया। योगी ने कहा कि सपा और कांग्रेस का रामद्रोही सुर अभी भी कायम हैं। सपा कहती है कि राम मंदिर बेकार बना है। कांग्रेस भी इसके औचित्य पर सवाल खड़े कर रही है। जनता देख रही है कि भगवान राम को लेकर उसका 500 वर्षों का लंबा इंतजार खत्म हुआ है। इसीलिए रामद्रोहियों का पतन कोई नहीं रोक सकता है। योगी ने कहा कि पीएम मोदी ने अयोध्या में एयरपोर्ट का नाम महर्षि वाल्मीकि के नाम पर रखा है। अयोध्या में श्रद्धालुओं के लिए ठहरने के स्थान निषाद राज के नाम पर है। प्रयागराज में निषाद राज की ऊंची प्रतिमा लग रही है। भगवान राम और निषाद राज की मैत्री अयोध्या ही नहीं प्रयागराज में भी दिखती है। निषाद समाज रामद्रोही के साथ खड़ा नहीं हो सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में श्रद्धालुओं के लिए सबरी भोजनालय बनाया गया है। भगवान राम तो सबको अपनाने वाले हैं।
देश बाबा साहब के संविधान से चलेगा, शरीयत से नहीं
योगी ने कहा कि सपा और कांग्रेस देश में पर्सनल लॉ लागू करना चाहती है। उनकी मंशा तालिबानी शासन की है। ये लोगों की संपत्ति पर विरासत टैक्स लगाना चाहते हैं। बाबा साहेब ने कहा था कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं हो सकता है। लेकिन सपा-कांग्रेस का नापाक गठबंधन दलित और पिछड़ों के आरक्षण का हिस्सा मुसलमानों में बांटना चाहते हैं। भाजपा की घोषणा है कि देश संविधान से चलेगा शरीयत से नहीं। बाबा साहेब के संविधान से भाजपा छेड़छाड़ नहीं होने देगी।
देश के सम्मान और विकास के लिए काम कर रही सरकार
योगी ने कहा कि रामभक्त देश के विकास और सम्मान के लिए काम कर रहे हैं। टू लेन, सिक्सलेन, एम्स, यूनिवर्सिटी, औद्योगिकीकरण, हर घर नल, 5 लाख तक फ्री इलाज रामभक्तों की देन है। रामद्रोहियों की सरकार में गरीब भूख से मरता था। किसान आत्महत्या करता था। नौजवान पलायन करता था। बेटियां सुरक्षित नहीं थीं। इंसेफेलाइटिस से बच्चे मरते थे। उन्होंने कहा कि अयोध्या, वाराणसी में आतंकी हमला हुआ तो प्रदेश में सपा की सरकार थी। मैं मुद्दा उठाता था तो सरकार कहती थी सीमापार के आतंकी है। अब देश में पीएम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली मजबूत सरकार है तो पटाखा फूटने पर पाकिस्तान सफाई देता है कि इसमें मेरा हाथ नहीं है। पीएम मोदी के कारण आतंकवाद, नक्सलवाद से मुक्ति मिली है।