Top Newsउत्तर प्रदेश

माननीय कैबिनेट मंत्री श्री धर्मपाल सिंह द्वारा आंवला में 09 वृहद गो संरक्षण केंद्रों का भव्य लोकार्पण

बरेली , 04 अगस्त । उत्तर प्रदेश सरकार के पशुपालन विभाग द्वारा बरेली के सुभाष इंटर कॉलेज, आंवला में 09 वृहद गो संरक्षण केंद्रों का आज भव्य लोकार्पण किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राज्य के माननीय कैबिनेट मंत्री श्री धर्मपाल सिंह जी (पशुपालन एवं दुग्ध विकास तथा राजनैतिक पेंशन) थे । विशिष्ट अतिथि डॉक्टर अरुण कुमार (माननीय वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार), जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रश्मि पटेल जी, डॉ. उमेश गौतम (महापौर, नगर निगम बरेली), कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ. डी.सी. वर्मा (माननीय विधायक, मीरगंज) एवं अन्य गणमान्य विधायकों एवं ब्लॉक प्रमुख मझगवां श्री यशवंत सिंह और अन्य ब्लॉक प्रमुखों की गरिमामयी उपस्थिति भी इस अवसर पर रही। पशुपालन विभाग उत्तर प्रदेश शासन से प्रमुख सचिव श्री रविंद्र जी (आईएएस), विशेष सचिव श्री देवेंद्र कुमार पांडेय (आईएएस), और विभागाध्यक्ष डॉ. पी.एन. सिंह ने भी कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और सरस्वती पूजा से हुई। सभी गणमान्य व्यक्तियों ने गो संरक्षण केंद्रों के लोकार्पण में सहभागिता की और विभिन्न विभागों द्वारा एवं पशुपालन विभाग एवं अन्य संस्थानों द्वारा लगाए गए स्टॉल्स का भी अनावरण किया और साथ ही पशु चिकित्सा शिविर का भी शुभारंभ किया गया।

बरेली मंडल की अपर निदेशक महोदया डॉ. संगीता तिवारी ने स्वागत भाषण दिया और बरेली मंडल की उपलब्धियों एवं योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने आश्वासन दिया कि बरेली मंडल इसी तरह पशुपालकों के हित में कार्य करता रहेगा। कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ. डी.सी. वर्मा ने विस्तार से बताया कि कैसे उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही सभी योजनाएं राज्य में पशुधन के समग्र विकास और पशुपालकों की आर्थिक स्थिति सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। ये योजनाएं पशुपालन के क्षेत्र में नवाचार, उत्पादकता वृ‌द्धि और पशुपालकों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं।

इस महत्वपूर्ण अवसर पर प्रमुख सचिव पशुधन उत्तर प्रदेश श्री रविंद्र जी ने माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन की प्राथमिकता में चिन्हित सभी पशुपालन विभाग की योजनाओं एवं कार्यक्रमों को सफलतापूर्वक क्रियान्वित करने और पशुपालकों की आय दुगुनी करने के बारे में विस्तृत रूप से चर्चा की। उन्होंने कहा कि गो संरक्षण और संवर्धन के लिए सरकार प्रतिबद्ध है और इस दिशा में हर संभव प्रयास किए जाएंगे। इस कार्यक्रम में विशेष सचिव पशुधन उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ से आए श्री देवेंद्र कुमार पांडेय जी ने बरेली जनपद के समस्त अधिकारियों को वर्ष 2022-23 के बजट से बनने वाले वृहद गो संरक्षण केंद्रों में प्रदेश में प्रथम आने परबधाई दी और निर्देशित किया कि इसी तरह संरक्षण कार्य में और सहभागिता योजना में अपना पूरा-पूरा योगदान देंगे।

जिलाधिकारी बरेली श्री रविंद्र कुमार ने अपने उद्बोधन में गो संरक्षण केंद्रों की स्थापना को एक महत्वपूर्ण कदम बताया और कहा कि ये केंद्र गोवंश के संरक्षण और संवर्धन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उन्होंने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिया कि वे इस अभियान को सफल बनाने के लिए पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा, “यह हमारा साझा प्रयास है और हमें मिलकर इसे सफल बनाना है।” मुख्य विकास अधिकारी जनपद बरेली श्री जग प्रवेश जी ने विशेष रुचि लेते हुए मुख्यमंत्री निराश्रित योजना के कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संपन्न करने हेतु पशुपालन विभाग जनपद बरेली को बधाई दी और सभी को इस महत्वपूर्ण कार्य में सहयोग करने का आह्वान किया।

पशुपालन मंत्री ने अपने उ‌द्बोधन में गोवंश संरक्षण के महत्व पर गहन चर्चा की। उन्होंने कहा, “गोवंश हमारे समाज और संस्कृति का अभिन्न हिस्सा हैं। यह न केवल हमारी कृषि अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण अंग हैं, बल्कि हमारे पर्यावरण और जैव विविधता के संरक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सरकार का यह प्रयास है कि हर बेसहारा गोवंश को सुरक्षित आश्रय मिले और उनके स्वास्थ्य और पोषण का समुचित ध्यान रखा जाए।” मंत्री जी ने यह भी कहा, “गोवंश संरक्षण केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य है। हमें अपने समाज में यह भावना जागृत करनी होगी कि गोवंश हमारे परिवार का हिस्सा हैं। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी गोवंश बेसहारा न हो और उन्हें सही देखभाल और पोषण मिल सके।” उन्होंने पशुपालकों को प्रेरित करते हुए कहा, “आप सभी को गोवंश के संरक्षण में सक्रिय भूमिका निभानी होगी। अपने कीमती गोवंश और उनके बछड़ों को न छोड़ें। उन्हें सही देखभाल और पोषण दें ताकि वे स्वस्थ और उत्पादक बन सकें। सरकार आपके साथ है और हर संभव सहायता प्रदान करेगी।”

पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि प्रदेश में चरागाह की भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कर उन पर नेपियर घास विकसित की जा रही है। उन्होंने जोर देते हुए बताया कि इन भूमि को गोचर भूमि के रूप में विकसित करने के पीछे मुख्य उद्देश्य गौशालाओं में मौजूद प्रत्येक गौ माता को पर्याप्त हरा चारा उपलब्ध कराना है। मंत्री जी ने कहा कि नेपियर घास न केवल पोषक तत्वों से भरपूर है, बल्कि इसकी ऊंची उत्पादन क्षमता भी है, जिससे पूरे वर्ष भर गौ माता के लिए पर्याप्त हरा चारा सुनिश्चित किया जा सकेगा। इससे न केवल गौ माता का स्वास्थ्य बेहतर रहेगा, बल्कि उनके दुग्ध उत्पादन में भी वृद्धि होगी। इसके अलावा, नेपियर घास का उपयोग करने से गौशालाओं पर आर्थिक बोझ भी कम होगा, क्योंकि हरे चारे की उपलब्धता से गौशालाओं में खरीदने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

कार्यक्रम के अंत में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. मेघ श्याम ने माननीय अतिथियों एवं उपस्थित जनमानस पशुपालकों को धन्यवाद दिया और कहा कि गोवंश के संरक्षण के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है और इस दिशा में हर संभव प्रयास किए जाएंगे। इस कार्यक्रम का विशेष आकर्षण विभिन्न विभागों एवं संस्थानों जैसे भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर एवं केंद्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान इज्जतनगर द्वारा लगाए गए स्टॉल और साथ ही पशुपालकों के लाभ हेतु तकनीकी प्रख्यान भी रहे। सभी आयोजक टीम के सदस्य डॉ. मोनिका गुप्ता, डॉ. गौरव, डॉ. राजेश, डॉ. बी.बी. सिंह, डॉ. के.पी. सिंह, डॉ. राजीव, डॉ. सुनयना, डॉ. विमलेश, डॉ. मोहित, डॉ. हीरालाल और अन्य ने मिलकर इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम की सफलता में अहम योगदान दिया। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि ये गो संरक्षण केंद्र जनपद में गोवंश संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया The Lucknow Tribune के  Facebook  पेज को Like व Twitter पर Follow करना न भूलें... -------------------------
E-Paper