उत्तर प्रदेश

प्रबन्ध निदेशक उ0प्र0 जल निगम ग्रामीण द्वारा की गयी जल जीवन मिशन की मण्डल स्तरीय समीक्षा

 

 

बरेली, 17 जून। प्रबन्ध निदेशक उ0प्र0 जल निगम ग्रामीण डॉ0 राजशेखर की अध्यक्षता व मण्डलायुक्त सौम्या अग्रवाल की उपस्थिति में कल मण्डल स्तरीय जल जीवन मिशन फेज-द्वितीय एवं तृतीय प्रगति की समीक्षा बैठक आयुक्त सभागार में सम्पन्न हुई।

बैठक में जिलाधिकारी बरेली रविन्द्र कुमार, संयुक्त विकास आयुक्त, मुख्य अभियंता उ0प्र0 जल निगम ग्रामीण तथा चारों जनपदों के अधिशासी अभियंता जल निगम व कार्यदायी एजेंसियां प्रत्यक्ष रुप से व जिलाधिकारी बदायूं, मुख्य विकास अधिकारी शाहजहांपुर व अन्य सम्बंधित अधिकारी वर्जुअली बैठक में उपस्थित रहे।

बैठक में प्रबन्ध निदेशक उ0प्र0 जल निगम ग्रामीण द्वारा जनपद वार प्रोजेक्ट हेतु भूमि की उपलब्धता, सर्टिफिकेशन के कार्य तथा रोड रिफिलिंग के कार्य की प्रगति की समीक्षा की गयी।

बैठक में प्रबन्ध निदेशक द्वारा निर्देश दिये गये कि जहां भी भूमि सम्बन्धी आवश्यकता है और क्रय करने की स्थिति है तो यह कार्य शीघ्रता से किया जाये। कार्य की प्रगति हेतु कार्यदायी संस्था को सप्ताहवार लक्ष्य निर्धारित किया जाये, सर्टिफिकेशन के कार्य में भी गति लाई जाये। काम के सापेक्ष जितनी मैनपावर की आवश्यकता है उतनी मैनपावर लगायी जाये और सम्बंधित अधिकारी इसका निरीक्षण कर प्रति सप्ताह रिपोर्ट भेजे।

बैठक में निर्देश दिये गये कि ऐसे मुख्य मार्ग जिनमें जल जीवन मिशन का कार्य किया गया है और रोड रिपेयर नहीं करायी गयी है और बरसात के दृष्टिगत उसमें पानी भरने से दुर्घटनाओं की सम्भवना है, ऐसी रोडों को अगले एक सप्ताह में युद्ध स्तर पर कार्य कराकर ठीक करा दिया जाये अन्यथा की दशा में दुर्घटना होने पर जिम्मेदारी तय करते हुए कठोर कार्यवाही की जायेगी। इसके अतिरिक्त जहां-जहां पर रोड रीफिलिंग करायी गयी थी और वर्तमान में धंस गयी है तो उसे पुनः रीफिलिंग कराया जाये।

प्रबंध निदेशक द्वारा बरसात से पूर्व हर घर जल के माध्यम से उपलब्ध कराये जा रहे पानी के सैम्पल लेकर टेस्टिंग कराये जाने के भी निर्देश दिये गये। उन्होंने कहा कि हर घर जल के माध्यम से शुद्ध पानी की आपूर्ति की जाये, यदि टेस्टिंग में कहीं कमियां मिलती है तो गुणवत्ता में सुधार लाया जाये। ऐसा भी हो सकता है कि कहीं पाइप आदि में लिकेज हो, जिससे गंदा पानी या रेत आ जाये तो इस दृष्टि से भी विशेष सतर्कता बरती जाये।

उन्होंने निर्देश दिये कि जहां हर घर जल के अन्तर्गत पानी का इस्तेमाल हो रहा है वहां पानी के निकासी की भी व्यापक व्यवस्था की जाये। ऐसा ना हो कि पानी इकट्ठा होने से वहां मच्छर आदि पनपने लगे, जरूरी हो तो वहां सोकपिट आदि बनाया जाये। इस हेतु पंचायती विभाग भी ध्यान दें।

कार्य की गुणवत्ता को चेक करने के लिये संयुक्त टीमें बनाने व उनके द्वारा रैंडम्ली चेक कराने के भी निर्देश दिये गये।

बैठक में जनपद बरेली में नमामि गंगे के अन्तर्गत अमृत योजना की भी समीक्षा की गयी, जिसमें बताया गया कि यहां प्रोजेक्ट एक है जिसके अन्तर्गत तीन एसटीपी (सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट) बने हैं।

प्रबंध निदेशक द्वारा एसटीपी के कार्य की प्रगति के बारे में जानकारी ली गयी और समस्याओं के बारे में पूछा गया। जिस पर बताया गया कि विद्युत हेतु धनराशि की आवश्यकता है धनराशि मिलने पर कार्य में और प्रगति आ जायेगी।

मण्डलायुक्त ने निर्देेशित किया कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत कार्यदायी संस्थाओं द्वारा कार्य के उपरान्त कराये गये सड़क मरम्मत कार्य का क्षेत्रीय उपजिलाधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी एवं लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों द्वारा संयुक्त निरीक्षण किया जायेगा।

बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट

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