मृतक बच्चों के माता-पिता ने लगाई गुहार, “पुलिस जावेद को भी मार दे, लेकिन पहले उससे पूछताछ की जाए
बदायूं: “पुलिस जावेद को भी मार दे, लेकिन पहले उससे पूछताछ की जाए। आखिर उसने और उसके भाई ने हमारे बच्चों की हत्या क्यों की, उसके बाद उसको हमारे सामने ही मारा जाए। हमें न्याय चाहिए।” ये शब्द उस मां के हैं जिसके दो नाबालिग बच्चों की बदायूं जिले के थाना सिविल लाइंस क्षेत्र के बाबा कॉलोनी स्थित एक घर में हत्या कर दी गई थी।
हत्या के सह-आरोपी जावेद की गिरफ्तारी की खबर पर बच्चों की मां संगीता और पिता विनोद कुमार ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि साजिश के तहत उनके सभी बच्चों को मारने की कोशिश की गयी। उन्होंने मांग की कि पुलिस पता लगाए आखिर इसके पीछे ‘मास्टरमाइंड’ कौन है। जावेद की गिरफ्तारी के बाद बातचीत में मृत बच्चों के पिता विनोद कुमार ने सरकार से परिवार की सुरक्षा की मांग करते हुए आरोपी के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करने, उसे फांसी देने और उसका घर गिराने की भी मांग की। विनोद कुमार ने कहा, ‘‘इसे फांसी दें या मुठभेड़ में मार दें। इसने हमारा घर उजाड़ा है तो उसका भी वही हाल होना चाहिए।” सह आरोपी की गिरफ्तारी के बाद बच्चों की मां संगीता ने कहा कि जावेद से पूछताछ की जाए कि क्या इस घटना में कोई और भी शामिल है। उन्होंने कहा, ‘‘पूरी साजिश के साथ मेरे सभी बच्चों को मारने की कोशिश की गई थी”।
‘पूरे परिवार को मारने आए थे दोनों भाई’
उन्होंने कहा कि पूरे परिवार को मारने यह दोनों भाई साजिद और जावेद आए थे। पुलिस के अनुसार नाई की दुकान चलाने वाले साजिद ने मंगलवार शाम को एक घर में घुसकर तीन नाबालिग भाइयों- आयुष (12), अहान उर्फ हनी (8) और युवराज (10) पर चाकू से हमला कर दिया। आयुष और अहान की मौत हो गई, जबकि युवराज को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस मामले में मुख्य आरोपी साजिद को घटना के कुछ देर बाद ही पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था जबकि सह आरोपी उसके भाई जावेद को पुलिस ने आत्मसमर्पण के बाद बरेली में गिरफ्तार कर लिया। बच्चों के पिता ने कहा ”(जावेद की) गिरफ्तारी हुई है, अच्छी बात है। प्रशासन सुरक्षा में लगा है। उससे पूरी पूछताछ की जाए, घटना की पूरी कहानी सुनी जाए कि इसमें कौन-कौन शामिल था, इससे कौन जुड़ा था, क्योंकि यह अकेले की घटना नहीं है।” उन्होंने कहा ”हमारे घर में कोई बाहरी व्यक्ति आता नहीं था।
पूछताछ में ही पता चलेगा कि घटना में कौन-कौन शामिल था और इसे क्यों अंजाम दिया गया।” उन्होंने कहा कि दोनों भाई साजिद और जावेद हमारे घर के सामने सैलून चलाते थे और किसी भी मोहल्ले वालों से कोई विवाद नहीं रहा, फिर अचानक उसने मेरे बच्चों को क्यों मारा, उसका क्या कारण है, आखिर इसके पीछे कौन मास्टरमाइंड है? कुमार ने कहा कि यह जानकारी पुलिस को अवश्य करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मामले में लीपापोती न की जाए, यह न माना जाए कि जावेद की गिरफ्तारी हो गई है तो केस खत्म हो गया है। जावेद का कहना है कि वह घटना के समय घर पर नहीं था।
‘हमारे बच्चे उसी से बाल कटवाते थे’
इस बारे में पूछे जाने पर विनोद ने कहा, “हमारे बच्चे उसे जानते थे, उसे भैया कहते थे। उससे बाल कटवाते थे। छोटा बच्चा भी जानता है कि कौन जावेद है, कौन साजिद है। जावेद अपने बचाव के लिए झूठ बोल रहा है।” विनोद कुमार ने दावा किया, “यह भी दोषी है। इसने अपने भाई का पूरा साथ दिया है। इसकी दुकान पर गुंडे भी आते थे। इनसे पूछना चाहिए कि क्या इन लोगों को पैसा दिया गया या किसी रंजिश के चलते इन लोगों ने यह किया। ये ऐसे नहीं हैं जिन पर रहम किया जाए। ये लोग (आरोपी) किसी का गला काट देंगे।” विनोद कुमार ने कहा कि पुलिस को उसके (जावेद) साथ सख्ती से पेश आना चाहिए और यह पता करना चाहिए कि इस घटना के पीछे आखिर मास्टरमाइंड कौन है।