यूक्रेन के 4 राज्य कब्जाने पर यूएन में रूस के खिलाफ भारी बहुमत से प्रस्ताव पास, भारत ने लिया ये बड़ा फैसला
नई दिल्ली। पिछले 7 महीने से यूक्रेन के खिलाफ जंग छेड़े हुए रूस को संयुक्त राष्ट्र संघ में करारा झटका लगा है. यूक्रेन के 4 राज्यों को अपने में मिला लेने पर संयुक्त राष्ट्र महासभा ने भारी बहुमत से रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास किया. इस वोटिंग में 143 देशों ने रूस के खिलाफ वोट दिया, जबकि 5 उसके फेवर में रहे. वहीं 35 देश मतदान से गैर-हाजिर रहे. संयुक्त राष्ट्र महासभा में कुल 193 सदस्य देश हैं. इस प्रस्ताव को यूक्रेन के लिए दुनिया के अधिकतर देशों का बड़ा सपोर्ट माना जा रहा है.
बुधवार रात हुई इस वोटिंग की खास बात रही कि रूस के मित्र समझे जाने वाले सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, ब्राजील और खाड़ी के अन्य देशों ने रूस के खिलाफ वोट दिया. जबकि रूस के पक्ष में केवल उत्तर कोरिया, बेलारूस, सीरिया और निकारागुआ ही उतर पाए. एक वोट रूस ने खुद भी प्रस्ताव के खिलाफ डाला. भारत, चीन, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, क्यूबा समेत 35 देश इस मतदान से गैर-हाजिर रहे.
प्रस्ताव में कहा गया है कि रूस यूक्रेन के अंदर से अपनी फौजों को बिना शर्त वापस बुलाए और उन्हें अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त सीमा के अंदर रखे. पास हुए प्रस्ताव में कहा गया है कि यूक्रेन पर हमला तुरंत बंद किया जाए और विवाद का आपसी बातचीत के जरिए समाधान निकाला जाए. वह समाधान ऐसा हो, जिससे यूक्रेन की संप्रभुता और अखंडता भी प्रभावित न हो.
बताते चलें कि रूस ने पिछले महीने यूक्रेन के दोनेत्सक, लुहान्सक, खेरसोन और जपोरझिया प्रांत में जनमत संग्रह करवाकर उन चारों राज्यों को अपने में मिलाने की घोषणा कर दी थी. इसके साथ ही रूस ने कहा था कि वे चारों प्रांत अब रूस का हिस्सा हैं और अगर किसी ने वहां पर हमला करने की कोशिश की तो उसे रूस पर हमला मानकर जवाबी कार्रवाई की जाएगी. पहले क्रीमिया और अब पूर्व के चार राज्य गंवाने के बाद यूक्रेन ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस मामले में कार्रवाई की गुहार लगाई थी.