राजकीय महिला महाविद्यालय रामपुर में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के लिए एक दिवसीय वर्कशाप का आयोजन
रामपुर , 28 सितम्बर । महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय बरेली के द्वारा महामहिम आनंदीबेन पटेल माननीय राज्यपाल उत्तर प्रदेश के निर्देशन में राजकीय महिला महाविद्यालय रामपुर में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के लिए एक दिवसीय वर्कशॉप तथा आंगनबाड़ी केदो को सुविधा संपन्न बनाने हेतु एक किट का वितरण 100 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को किया गया। यह सभी 100 आंगनवाड़ी कार्यकर्ता रामपुर जिले के दूर दराज के गांवों से कार्यक्रम में उपस्थित हुई थी।
विश्वविद्यालय द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को वितरित करने के लिए जो कट तैयार की गई थी उसमें गुणवत्ता पूर्ण सामानों को ही प्रदान किया गया। प्रत्येक किट में एक किडनी के आकार की आकर्षक एवं मजबूत मेज, एक व्हाइट बोर्ड, एक ट्राई साइकिल, एक घोड़े के आकार का झूला, आठ छोटी प्लास्टिक कुर्सियां, नंबर्स, एबीसीडी, वाइल्ड और डोमेस्टिक एनिमल्स, पजल्स, क्ले, दो बड़ी गेंद, रिंग्स, रस्सी, प्ले बुक, स्टोरी बुक, एजुकेशनल मैप, स्टील का स्टोरेज टैंक, वजन तोलने की मशीन, फर्स्ट एड बॉक्स, बर्तन का सेट, हाइट गेज, हैंड वॉश सहित 22 किस्म की वस्तुएं सम्मिलित थी।
कार्यक्रम का संचालन राजकीय महाविद्यालय रामपुर की शिक्षिका श्रीमती डॉक्टर रजिया द्वारा किया गया। स्वागत उद्बोधन महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर अतुल शर्मा द्वारा किया गया। कार्यक्रम के विषय एवं इसकी उपयोगिता पर प्रकाश कार्यक्रम संयोजक प्रोफेसर संजय गर्ग ने डाला। रामपुर जिले के जिला कार्यक्रम अधिकारी आंगनवाड़ी श्री जितेंद्र कुमार जायसवाल द्वारा सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों के विषय में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को अवगत कराया गया।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर केपी सिंह ने बताया कि संविधान रचयिता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी ने महिला सशक्तिकरण का प्रावधान संविधान में किया था एवं उनकी हार्दिक इच्छा थी कि देश की महिलाएं सशक्त हो। किंतु यह दुर्भाग्यपूर्ण है की समाज में महिलाओं को जो स्थान मिलना चाहिए था वह उसके लिए आज भी संघर्ष कर रही हैं। उन्होंने स्मरण कराया की वर्तमान मोदी सरकार द्वारा महिलाओं की सशक्तिकरण उनकी आर्थिक प्रगति एवं भौतिक विकास के लिए अनेकों कारगर कदम उठाए जा रहे हैं जिसका लाभ महिलाओं को आगे बढ़कर लेना चाहिए। कुलपति जी ने बताया कि महामहिम राज्यपाल उत्तर प्रदेश श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी राज्य में महिलाओं एवं बाल विकास के लिए अनेको कार्यक्रम चलती है एवं उसमें सक्रिय रूप से इसकी मॉनीटरिंग भी करती हैं। वे आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए किट वितरण, तपेदिक उन्मूलन कार्यक्रम, बाल विकास कार्यक्रम सहित अनेक ऑन सामाजिक कार्यों में सदैव बल देती हैं।
कुलपति महोदय ने कहा कि महिलाओं को स्किल डेवलपमेंट की अत्यंत आवश्यकता रहती है जिससे वह न केवल अपने घर परिवार को चला सकती है बल्कि अपने समाज के उत्थान में भी योगदान दे सकती हैं। ईश्वर ने महिला को शक्ति की स्वामिनी बनाया है देवी दुर्गा हो या सरस्वती अथवा लक्ष्मी। जिस प्रकार देवी लक्ष्मी धन धान्य की देवी होती है उसी प्रकार महिलाओं को भी आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होना होगा। उन्होंने कहा कि महिलाएं अत्यंत संवेदनशील होती है तथा सभी का ध्यान रखती है।
कुलपति महोदय ने बताया कि विश्वविद्यालय का महिला अध्ययन उत्कृष्ट केंद्र महिलाओं के लिए विभिन्न प्रकार के स्किल डेवलपमेंट तथा शॉर्ट टर्म कोर्स चलता है। उसी के अंतर्गत शीघ्र ही विश्वविद्यालय का महिला अध्ययन उत्कृष्ट केंद्र आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए एक शॉर्ट टर्म कोर्स भी आरंभ करेगा जिसमें प्रतिभाग करने वाली महिलाओं एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सर्टिफिकेट भी विश्वविद्यालय द्वारा उपलब्ध करवाए जाएंगे। विश्वविद्यालय उन्हें इस बात के लिए प्रशिक्षित करेगा की छात्रों को शिक्षा के तरफ आकर्षित कैसे किया जाए एवं किस प्रकार उन्हें स्कूल में रोका जाए।
शोध छात्र एवं जिला प्रशासन को आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ने वाले बच्चों के ऊपर आंगनबाड़ी केंद्र का क्या प्रभाव पड़ा इसका भी अध्ययन करना चाहिए।
कार्यक्रम के अंत में प्रोफेसर संतोष अरोड़ा द्वारा सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर पीबी सिंह, प्रोफेसर संजय गर्ग, प्रोफेसर एके सिंह, डॉ विजय सिंघाल, तपन वर्मा सहित राजकीय महिला महाविद्यालय रामपुर के सभी शिक्षक एवं बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित रहे।
रामपुर से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट