रामनवमी उत्सव के लिए जश्न मना रहे एण्डटीवी के कलाकार

रामनवमी के दिन भगवान राम का जन्मोत्सव मनाया जाता है। इस दिन का हिन्दू त्यौहारों में काफी महत्व है। भगवान राम का जन्म चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुआ था। रामनवमी से पहले भक्त चैत्र नवरात्रि के दौरान देवी दुर्गा के नौ रूपों की नौ दिनों तक पूजा करते हैं और इसका समापन नौवें दिन भगवान राम के जन्मोत्सव के साथ होता है। रामनवमी आने के साथ ही एण्डटीवी के कलाकार नेहा जोशी (‘अटल’ की कृष्णा देवी वाजपेयी), गीतांजलि मिश्रा (‘हप्पू की उलटन पलटन’ की राजेश) और विदिशा श्रीवास्तव (‘भाबीजी घर पर हैं’ की अनीता भाबी) भगवान राम की गौरवशाली विरासत और इसके उत्सव पर बात कर रहे हैं। इस उत्सव के साथ आने वाले आध्यात्म के भाव से वे सराबोर हैं।

अटल’ की कृष्णा देवी वाजपेयी ऊर्फ नेहा जोशी ने बताया, ‘‘रामनवमी बड़े उत्साह से मनाई जाती है और इसमें भगवान राम के प्रति अटूट श्रद्धा होती है। बचपन में मैं पास के एक मंदिर जाने के लिये पूरी रात जागती थी और उस मंदिर में जोर-शोर से जश्न मनाया जाता था। नवरात्रि के नौ दिनों के दौरान मैं मंदिर जाती हूँ और माँ दुर्गा का आशीर्वाद लेती हूँ। रामनवमी चैत्र नवरात्रि का नौवां दिन है, जिसे भगवान राम के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। मेरी दादी माँ भगवान राम के जीवन और साहसिक कर्मों की अमर गाथा, यानि रामायण पढ़ा करती थीं। यह परंपरा युवा पीढ़ियों को राम नवमी का सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक महत्व बताने में सहायक होती है। खासकर इस साल की रामनवमी मेरे लिये यादगार रही। मुझे रामनवमी उत्सव से पहले की भव्य तैयारियाँ देखने के लिये अयोध्या के राम मंदिर जाने का मौका मिला था और वह अनुभव किसी सपने के सच होने जैसा था। रामलला की अलौकिक प्रतिमा के सामने खड़े होने का पल अद्भुत था। उस आध्यात्मिक यात्रा ने मेरे हृदय और आत्मा पर एक अमिट छाप छोड़ी और मुझे अभिभूत कर दिया। रामनवमी एक आनंददायक अवसर है, जिसमें समुदाय साथ आकर पूजा, आत्मचिंतन और भगवान राम के सद्गुणों का उत्सव मनाते हैं। यह अवसर हमें भगवान राम के शाश्वत मूल्यों, जैसे कि धर्म, समानुभूति और भक्ति की याद दिलाता है। यह भक्तों को धर्ममय जीवन जीने और दूसरों की सेवा करने के लिये प्रेरणा देता है। ‘जय श्री राम!’’

‘हप्पू की उलटन पलटन’ की राजेश, यानि गीतांजलि मिश्रा ने बताया, ‘‘देवी दुर्गा और भगवान राम की एक बड़ी भक्त होने के नाते मेरा हर दिन सम्मानजनक चेष्टाओं से शुरू होता है। जैसे कि देवी-देवताओं के सामने खड़े होकर हाथ जोड़ना, आभार जताना और अपने प्रियजनों की भलाई के लिये प्रार्थना करना। चैत्र नवरात्रि और राम नवमी के दौरान मैं उपवास रखती हूँ, जिसका गहरा आध्यात्मिक महत्व होता है। यह मुझे मेरी माँ से मिला था और अब मैं बड़े विश्वास के साथ यह करती हूँ। उपवास की इस अवधि का मेरे लिये बड़ा महत्व है। यह मुझे अलौकिक संपर्क और शुद्धता का भाव देता है। बीते सालों में मुझे उपवास की बदलाव लाने वाली ताकत का महत्व समझ आया है। इससे शरीर और आत्मा की शुद्धि होती है। पूरे त्यौहार में मेरा आहार कठोरता से सात्विक सिद्धांतों का पालन करने वाला होता है। उसमें पौष्टिक चीजें होती हैं, जैसे कि कुट्टू का आटा, सिंघाड़ा आटा और ताजे फल तथा ड्राय फ्रूट्स। चैत्र नवरात्रि और रामनवमी आने के साथ मैं सभी को हार्दिक शुभकामनाएं देती हूँ। मैं खुशियों, समृद्धि और आध्यात्मिक संतुष्टि का आशीर्वाद मांगती हूँ। यह शुभ त्यौहार हर दिल और घर को आशीर्वाद और अलौकिक कृपा प्रदान करे। जय माता दी! सभी को नवरात्रि और राम नवमी की अनेकानेक शुभकामनाएं।’’

‘भाबीजी घर पर हैं’ की अनीता भाबी, यानि विदिशा श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘वाराणसी में रामनवमी एक खास अवसर होता है, जो गलियों और पवित्र घाटों को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर देता है। दूर-दूर से लोग भगवान राम के मंदिरों में दर्शन करने आते हैं, जैसे कि संकट मोचन मंदिर और दुर्गा कुंड मंदिर। बचपन में मुझे रामलीला बहुत पसंद थी। उसमें भगवान राम के जीवन और लक्ष्य की कहानी दिखाई जाती है। शाम को मेरी माँ मुझे गंगा नदी के घाटों पर ले जाती थी और हम गंगा आरती का सुंदर समारोह देखते थे। वह एक मनमोहक दृश्य होता था, जिसमें भक्त और दर्शक समान रूप से भाग लेते थे। इस साल हम रामनवमी के मौके पर अपने घर एक छोटी-सी पूजा रखेंगे। हम भगवान राम की छोटी मूर्ति या फोटो की पूजा करेंगे और दूध, पानी, शहद, दही, घी और फलों के रस से प्रतीकात्मक अभिषेक करेंगे। हम भगवान राम के सद्गुणों की प्रशंसा में मंत्र पढ़ेंगे। रामनवमी का उत्सव भगवान वि…

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