रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय एवं मिसिसिपी वैली स्टेट यूनिवर्सिटी अमेरिका के मध्य समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित
बरेली , 22 सितम्बर। महात्मा ज्योतिबा फूले रोहिलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति कार्यालय स्थित समिति कक्ष में कल रोहिलखंड विश्वविद्यालय एवं मिसिसिपी वैली स्टेट यूनिवर्सिटी अमेरिका के बीच एकेडमिक कार्यों को बढ़ाने एवं परस्पर शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में अंतरराष्ट्रीय संबंधों के निदेशालय के निदेशक
प्रोफेसर सरबजीत सिंह बेदी ने अमेरिका से आए प्रतिनिधिमंडल की अध्यक्ष डॉक्टर कैथी गोल्डन(सीनियर वाइस प्रेसिडेंट) मिसिसिपी वैली स्टेट यूनिवर्सिटी , डॉ लोकेश (डायरेक्टर इंटरनेशनल रिलेशंस) तथा डॉक्टर वंदना सक्सेना प्रोफेसर सीआईई, शिक्षा विभाग, दिल्ली विश्वविद्यालय का स्वागत किया एवं उनको महात्मा ज्योतिबा फुले रोहिलखंड विश्वविद्यालय की विभिन्न गतिविधियों एवं उपलब्धियां से परिचित कराया।
उन्होंने बताया की विश्वविद्यालय द्वारा हाल ही में नैक प्लस प्लस रैंक अर्जित किया गया है एवं विश्वविद्यालय भिन्न-भिन्न प्रकार के शैक्षिक कार्यक्रम अपने परिसर में चल रहा है।भिन्न-भिन्न देश से विश्वविद्यालय द्वारा हाल ही में कई अंतरराष्ट्रीय समझौता पर हस्ताक्षर भी किए गए हैं,जिस पर विश्वविद्यालय में निरंतर कार्य भी चल रहा है।
इस अवसर पर बोलते हुए डॉक्टर लोकेश ने कहा की विगत तीन माह से इस समझौते हेतु कार्य किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि इस समझौते से दोनों ही विश्वविद्यालय को लाभ होगा एवं दोनों विश्वविद्यालयों की प्रगति में यह समझौता महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा।
विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर के पी सिंह ने कहा कि विभिन्न संस्थान समझौते ज्ञापन पर हस्ताक्षर कर तो लेते हैं किंतु कई बार ऐसा देखने में आता है कि वह समझाने के अनुरूप अपने संस्थानों को लाभ नहीं दिला पाते। महज समझाते पर हस्ताक्षर कर लेने से ही प्रगति नहीं होती इसके लिए आगे बढ़कर कार्य करना होता है। उन्होंने कहा की महात्मा ज्योतिबा फूले रोहिलखंड विश्वविद्यालय ने हाल ही में हुए समझा तो से लाभ लेना भी शुरू कर दिया है।
कुलपति जी ने कहा कि
दोनों ही विश्वविद्यालय मिलकर डुएल डिग्री प्रोग्राम चला सकते हैं, दोनों ही विश्वविद्यालय आपस में शिक्षक एवं छात्रों का आदान-प्रदान कर सकते हैं, क्रेडिट ट्रांसफर हेतु महत्वपूर्ण रास्ते बनाए जा सकते हैं, शिक्षकों का एक समूह बनाकर शिक्षण कार्य का भी आदान-प्रदान किया जा सकता है, दोनों ही विश्वविद्यालय अपने कोर्स स्ट्रक्चर को एक दूसरे के साथ शेयर कर सकते हैं तथा जॉइंट डिग्री प्रोग्राम भी चलाए जा सकते हैं।
कुलपति जी ने प्रतिनिधि मंडल को विश्वविद्यालय की उपलब्धियां के विषय में विस्तार से बताया एवं विश्वविद्यालय की आगामी योजनाओं से भी परिचित कराया। दोनों ही विश्वविद्यालय के प्रतिनिधियों ने कुलपति जी के बात का समर्थन किया एवं इस हेतु कार्य योजना बनाने की सहमति दी।
कुलपति प्रो के पी सिंह ने कहा कि रूहेलखंड विश्वविद्यालय शैक्षिक गतिविधियों के मामले में विश्व स्तर पर सक्रिय है इस समझौते के माध्यम से हम मिसिसिपी वैली स्टेट यूनिवर्सिटी, यु . .एस. के साथ मिलकर विद्यार्थियों के हित में काम करेंगे और आवश्यकता होने पर शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को वित्तीय सहायता भी प्रदन करेंगे। विश्वविद्यालय अपने शिक्षकों को विदेश के विश्वविद्यालयों में और विदेश के विश्वविद्यालयों को अपने यहाँ आने के लिए प्रेरित करेगा और यथासंभव वित्तीय सहायता उपलब्ध कराएगा जिस से दोनों विश्वविद्यालय के शिक्षक एक एवं विद्यार्थी एक दूसरे का लाभ ले सकें कुछ वर्ष पहले से ही विश्वविद्यालय ने कई विदेशी भाषा के कोर्स संचालित करना शुरू किया है और आगे कई अन्य क्षेत्रों के कोर्स संचालित करने की योजना है।
इसके पश्चात सभी संकायों के संकायाध्यक्ष के साथ एक वृहद् चर्चा सत्र आयोजित हुआ जिसमे कई मसौदों पर आम सहमति बनी
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के डायरेक्टरेट ऑफ़ इंटरनेशनल रिलेशन से एडिशनल डायरेक्टर प्रो भोला खान, प्रो नवीन कुमार, प्रोफ़ेसर यतेंद्र कुमार, प्रोफ़ेसर शोभना सिंह, असिस्टेंट डायरेक्टर डॉ अतुल कटियार, डॉ मिनाक्षी द्विवेदी, डीन अकादेमिक प्रो एस के पाण्डेय, प्रोफ़ेसर तूलिका सक्सेना, डॉ अनिता त्यागी, डॉ अमित सिंह, एवं सभी संकायों के संकायाध्यक्ष व् शिक्षकगण, रजिस्ट्रार अजय कृष्ण यादव, श्री तपन वर्मा ,सुधाकर मौर्य आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर अतुल कटियार द्वारा किया गया।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट