रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय में समावेशी शिक्षा में शिक्षक की चुनौतियों पर विशेष व्याख्यान का आयोजन
बरेली ,20अक्टूबर।महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय के शिक्षा एवं सहबद्ध विज्ञान संकाय के सभागार में समावेशी शिक्षा में शिक्षक की चुनौतियों के विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन शिक्षा विभाग में संचालित सेंटर फॉर डिसेबिलिटी के द्वारा किया गया।
जिसमें आमंत्रित अतिथि के रूप में डॉ. उजमा कमर ने दिव्यांग बच्चों से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के उपाय बताए तथा समावेशी शिक्षा में शिक्षकों के पठन-पाठन में आने वाली समस्याओं के बारें में विस्तार पूर्वक चर्चा की। उन्होंने बताया कि शिक्षकों को एवं माता-पिता को दिव्यांग बच्चों को पठन-पाठन से जुड़ी हुई क्या-क्या समस्याएं आती हैं एवं उन समस्याओं का निराकरण किस प्रकार करेंगे। उन्होंने संवाद शैली के माध्यम से प्रशिक्षु छात्र- छात्राओं के प्रतिउत्तरों का भी निराकरण किया । उन्होंने बताया कि शिक्षक को कभी किसी के दोष नहीं देखने चाहिए और अपने दोषों को दूर करने का प्रयास करना साथ ही हमको मक्खी न बनकर मधुमक्खी बनकर मेहनत से काम करना चाहिए और अच्छी चीज़ों को ही चुनना चाहिए |
आज के कार्यक्रम का शुभारंभ सर्वप्रथम सरस्वती प्रतिमा के सम्मुख पुष्पअर्पण एवं दीप प्रज्वलन से हुआ । मंच संचालन प्रो. यशपाल सिंह द्वारा किया गया।
जिसमें मंच पर आमंत्रित विशेष अतिथि के रूप में डॉ. उजमा कमर, डीन प्रो.रज्जन कुमार, हेड प्रो.रश्मि अग्रवाल एवं सेंटर फॉर डिसेबिलिटी की कोऑर्डिनेटर प्रो.अंजू अग्रवाल उपस्थिति रहीं।
कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन प्रो. रश्मि अग्रवाल द्वारा किया गया।
इस अवसर पर विभाग के शिक्षकों के रूप में प्रो. संतोष अरोड़ा, डॉ प्रवीण तिवारी, डॉ. कीर्ति प्रजापति,डॉ. प्रतिभा सागर डॉ. ज्योति पांडे, श्री रश्मि रंजन, डॉ.रामबाबू , डॉ. प्रेमपाल, डॉ. सुरेश कुमार, श्री विमल कुमार एवं विभाग के शोधार्थी मतीन आरिफ, कपिल मोहन, शबिया, शालिनी, शिवी एवं बीएड एमएड के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट