रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय में विदेशी भाषायें सीखने का सुनहरा अवसर
बरेली , 19 अगस्त। महात्मा ज्योतिबा फूले रूहेलखंड विश्वविद्यालय परिसर के सेंटर आफ एकसीलेंस फार मल्टीलिंगुअल स्टडीज, मानविकी विभाग में नये सत्र के लिए विभिन्न भाषाओं में सर्टिफिकेट , डिप्लोमा और पीजी डिग्री पाठ्यक्रम में एडमिशन शुरू हो गये हैं l
सेंटर फॉर मल्टीलींगुअल स्टडीज़ में पढ़ाई जाने वाली विदेशी भाषाओं में मैंडरिन-चाइनीस , जर्मन, स्पेनिश और फ़्रेंच भाषाओं के एक साल ( दो सेमेस्टर) के चार डिप्लोमा कोर्स —
प्रोफ़िशिएन्सी इन जर्मन , प्रोफ़िशिएन्सी इन फ़्रेंच , प्रोफ़िशिएन्सी इन मण्डरिन और प्रोफ़िशिएन्सी इन स्पैनिश शुरू किए हैं l इसके साथ एक सेमेस्टर के इंगलिश भाषा के दो सर्टिफिकेट कोर्स कम्युनिकेटिव इंगलिश , इंगलिश फॉर बिज़नेस और चार सेमेस्टर के पाली और फंक्शनल हिन्दी के दो पीजी डिग्री (MA) कोर्स भी प्रारंभ किए गए हैं l डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्स में बारहवीं पास छात्र व छात्राएँ एडमिशन ले सकती हैं l MA कोर्स के लिए ग्रेजुएशन होना आवश्यक है l
विदेशी भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए और छात्रों, शिक्षकों की बेहतरी व शैक्षणिक गतिविधियों को गति देने के लिए अकटूबर 2021 में विश्वविधालय ने एजुकेशन डिवीजन TECC- Taipai economic and cultural center in India के साथ तीन वर्ष के लिए एक Mou (करार) किया था जिसके अंतर्गत ताइवान से एक टीचर विश्वविद्यालय में संचालित होने वाले मेंडरीन- चाइनिज भाषा के पाठ्यक्रम को पढ़ाने के लिए आई हुई हैं l
डॉक्टर अनीता त्यागी, कॉर्डिनेटर, मल्टीलींगुअल स्टडीज़ एंड हेड डिपार्टमेंट ऑफ़ ह्युमानिटीज़ ने बताया कि इस वर्ष विश्वविद्यालय के मानविकी विभाग ने बहुत ही विस्तार से मेंडरीन चाइनीज़ भाषा की विश्व स्तरीय आवश्यकताओं के बारे में बताते हुए कहा कि मेंडरीन चाइनीज़ भाषा को समझने और बोलने वाले छात्र छात्राओं के पास देश और विदेश में कई नौकरी के अच्छे अवसर उपलब्ध हैं l इस भाषा को जानने वाले लोगो की ज़रूरत आज कई देशों में है l उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के साथ हुए करार के अन्तर्गत यहाँ मण्डरीन चाइनीज़ भाषा को पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को ताइवान देश में कई तरह की स्कालरशिप और वहाँ रहकर ताइवान कल्चर को समझने के बहुत से अवसर ताइवान सरकार उपलब्ध करवाती है । पिछले सत्र में ताइवान देश से ऐसी ही दो प्रकार की स्कालरशिप छात्र छात्राओं को प्राप्त हुई हैं जिसके तहत ये सभी छात्र छात्राएँ ताइवान जाकर मण्डरीन भाषा की उच्च स्तर की पढ़ाई करेंगे l इन भाषाओं को सीखने के बाद रोजगार के अवसर और भी अधिक बढ़ जायेंगे, जिससे छात्र अपना भविष्य बेहतर बना सकते हैं l
नई शिक्षा नीति के अनुसार अब छात्र एक साथ दो कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं , जिसका लाभ ये होगा कि छात्र एक कोर्स करने के साथ साथ किसी भी भाषा का दूसरा कोर्स करने पर कम समय में ही विदेशी भाषा में भी पारंगत हो सकते हैं।
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 23 अगस्त तथा पीजी कोर्स – फ़ंक्शनल हिन्दी एवम् पाली में 25अगस्त तक खुले हैं l
सभी कोर्स बहुत ही कम शुल्क के साथ प्रारंभ किए गए हैं तथा इच्छुक विद्यार्थी विभाग में संपर्क कर या mjpru.ac.in पर जाकर और अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं l बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट